श्री गजानन महाराज: संत का जीवन संदेश (कविता)-

Started by Atul Kaviraje, July 04, 2025, 10:16:42 AM

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Atul Kaviraje

श्री गजानन महाराज: संत का जीवन संदेश (कविता)-

चरण 1
शेगाव के संत महान, गजानन महाराज नाम।
प्रकट हुए भू पर जब, छोड़ा जग का हर काम।
सादगी उनकी पहचान, विराग मन में भरा।
जीवन का पथ दिखलाया, मिटा दी हर व्यथा।

अर्थ: शेगाव में प्रकट हुए महान संत गजानन महाराज ने सांसारिक मोहमाया त्याग कर जीवन में सादगी और अनासक्ति का संदेश दिया।

प्रतीक: 🚶�♂️🌿

चरण 2
ईश्वर पर था विश्वास, अटल उनकी श्रद्धा।
हर संकट में रहे शांत, न कोई मन में व्यथा।
कृपा दृष्टि जब पड़ती, हर कष्ट टल जाता।
भक्तों का दुःख सुनकर, मन उनका पिघल जाता।

अर्थ: उनकी ईश्वर पर गहरी और अडिग श्रद्धा थी। वे हर कठिनाई में शांत रहते थे और उनकी कृपा से भक्तों के दुःख दूर होते थे।

प्रतीक: 🙏🙌

चरण 3
निस्वार्थ सेवा का भाव, हृदय में था उनके।
भूखों को भोजन दिया, दुखियों के आँसू पोंछे।
न कोई भेद-भाव जाना, सब को गले लगाया।
समता और करुणा का, संदेश जग में फैलाया।

अर्थ: उनके हृदय में निस्वार्थ सेवा का भाव था। उन्होंने बिना किसी भेदभाव के सभी को समान प्रेम दिया और करुणा का संदेश फैलाया।

प्रतीक: 🤲💖

चरण 4
मौन में थी शक्ति उनकी, गहन चिंतन में डूबे।
आत्मज्ञान की राह पर, वे भक्तों को लाए।
चमत्कारों से परे, अध्यात्म की थी बात।
सत्य और धर्म का ज्ञान, समझाया दिन-रात।

अर्थ: उनके मौन में गहरी शक्ति थी, जो आत्मज्ञान की ओर ले जाती थी। उन्होंने चमत्कारों से ऊपर उठकर सत्य और धर्म के वास्तविक आध्यात्मिक मार्ग का उपदेश दिया।

प्रतीक: 🤫✨

चरण 5
प्रकृति से था प्रेम गहरा, जीवों पर थी दया।
पशु-पक्षी सब उनके, संग में रहते सदा।
अहंकार से दूर रहे, विनम्रता का पाठ।
मानवता की सेवा ही, उनका था हर घाट।

अर्थ: उन्हें प्रकृति और सभी जीवों से गहरा प्रेम था। वे अहंकार से मुक्त होकर विनम्रतापूर्वक मानवता की सेवा करते थे।

प्रतीक: 🌳🕊�🐾

चरण 6
कर्मठ थे और कर्म पर, देते थे जोर सदा।
अपने कर्तव्यों को समझो, ये ही सच्ची श्रद्धा।
मार्गदर्शन उनका पाकर, जीवन हुआ साकार।
दूर हुए सब भ्रम, मिला आत्म-साक्षात्कार।

अर्थ: वे कर्म के महत्व पर जोर देते थे और लोगों को अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित करते थे। उनके मार्गदर्शन से जीवन में भ्रम दूर हुए और आत्मज्ञान प्राप्त हुआ।

प्रतीक: 🎯💪

चरण 7
सत्संग की महिमा गाई, गुरु का दिया मान।
गजानन महाराज संत, थे ज्ञान के विज्ञान।
पावन उनका चरित्र, पावन उनकी वाणी।
शेगाव के योगीराज, अमर है उनकी कहानी।

अर्थ: उन्होंने सत्संग और गुरु के महत्व को समझाया। गजानन महाराज एक ज्ञानी संत थे, जिनका पावन चरित्र और वाणी आज भी अमर है।

प्रतीक: 💫⭐📖

--अतुल परब
--दिनांक-03.07.2025-गुरुवार.
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