July 3rd, 2025:-नागपुर में नए लॉजिस्टिक हब के निर्माण को 'हरी झंडी':-

Started by Atul Kaviraje, July 04, 2025, 06:59:15 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

आज की ब्रेकिंग न्यूज़-

July 3rd, 2025:THURSDAY-

नागपुर में नए लॉजिस्टिक हब के निर्माण को 'हरी झंडी': विस्तृत जानकारी
आज, 3 जुलाई 2025 को नागपुर (Nagpur), महाराष्ट्र की उपराजधानी और भारत के भौगोलिक मध्यबिंदु (Geographical Centre) में, एक महत्वाकांक्षी नए लॉजिस्टिक हब (Logistic Hub) के निर्माण को आधिकारिक तौर पर 'हरी झंडी' (Green Signal) मिल गई। इस परियोजना से विदर्भ (Vidarbha) क्षेत्र में व्यापार (Trade) और उद्योग (Industry) को उल्लेखनीय रूप से गति मिलेगी, ऐसी उम्मीद है।

प्रमुख बिंदु:
परियोजना का नाम और स्थान: इस लॉजिस्टिक हब को अस्थायी रूप से 'विदर्भ मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क' (Vidarbha Multimodal Logistic Park) नाम दिया गया है। यह हब नागपुर के बाहरी इलाके में, प्रमुख राजमार्गों और रेलवे लाइनों को जोड़ने वाले रणनीतिक स्थान (Strategic Location) पर विकसित किया जाएगा।

उद्घाटक और उपस्थिति: इस परियोजना की औपचारिक स्वीकृति और भूमि पूजन समारोह के लिए महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री (Chief Minister), केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री (Union Minister for Road Transport and Highways) और कई स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

लॉजिस्टिक हब का उद्देश्य:

माल ढुलाई को सुगम बनाना: यह हब माल ढुलाई (Freight Movement) को अधिक कुशल और किफायती बनाएगा, जिससे वस्तुओं की आवाजाही तेज होगी।

भंडारण क्षमता बढ़ाना: बड़ी मात्रा में माल के भंडारण (Storage) और वितरण (Distribution) के लिए आधुनिक वेयरहाउस (Warehouses) और कोल्ड स्टोरेज (Cold Storage) सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।

कनेक्टिविटी बढ़ाना: सड़क, रेल और हवाई मार्ग से माल की आवाजाही के लिए एकीकृत सुविधाएँ (Integrated Facilities) प्रदान करेगा।

विदर्भ के लिए महत्व: विदर्भ एक कृषि प्रधान और प्राकृतिक संसाधनों (Natural Resources) से समृद्ध क्षेत्र है, लेकिन बेहतर लॉजिस्टिक सुविधाओं की कमी के कारण यहां के उत्पाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक प्रभावी ढंग से नहीं पहुंच पा रहे थे। यह परियोजना इस कमी को पूरा करेगी।

आर्थिक और रोजगार प्रभाव:

निवेश आकर्षण: इस हब से लॉजिस्टिक, वेयरहाउसिंग और विनिर्माण क्षेत्रों में नए निवेश (New Investments) को बढ़ावा मिलेगा।

रोजगार सृजन: निर्माण चरण में और हब पूरा होने पर बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन (Job Creation) होगा।

स्थानीय उद्योगों को लाभ: छोटे और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को अपने उत्पादों को अधिक आसानी से देश भर में और विदेशों में भेजने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी।

मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी: यह हब रेलवे फ्रेट कॉरिडोर (Rail Freight Corridor), राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) और नागपुर के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (International Airport) से सीधे जुड़ा होगा, जिससे मल्टीमॉडल परिवहन आसान हो जाएगा।

परियोजना की समय-सीमा: इस परियोजना को अगले 3 से 4 वर्षों में पूरा होने का अनुमान है, और एक बार चालू होने पर यह मध्य भारत के व्यापार का केंद्र बन जाएगा।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.07.2025-गुरुवार.
===========================================