July 3rd, 2025:-विशाखापट्टणम में नए बंदरगाह विस्तार परियोजना का भूमिपूजन:-

Started by Atul Kaviraje, July 04, 2025, 07:00:48 PM

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Atul Kaviraje

आज की ब्रेकिंग न्यूज़-

July 3rd, 2025:THURSDAY-

विशाखापट्टणम में नए बंदरगाह विस्तार परियोजना का भूमिपूजन: विस्तृत जानकारी
आज, 3 जुलाई 2025 को विशाखापट्टणम (Visakhapatnam), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के महत्वपूर्ण औद्योगिक और बंदरगाह शहर में, एक महत्वाकांक्षी नए बंदरगाह (Port) विस्तार परियोजना का भूमिपूजन किया गया। इस परियोजना के पूरा होने पर विशाखापट्टणम बंदरगाह (Visakhapatnam Port) भारत के सबसे बड़े और आधुनिक बंदरगाहों में से एक बन जाएगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trade) को बड़े पैमाने पर लाभ होगा।

प्रमुख बिंदु:
परियोजना का नाम और उद्देश्य: इस विस्तार परियोजना को अस्थायी रूप से 'आंध्र प्रदेश ग्लोबल पोर्ट एम्बेल्शमेंट प्रोजेक्ट 2025' (Andhra Pradesh Global Port Embellishment Project 2025) नाम दिया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य बंदरगाह की क्षमता (Capacity) बढ़ाना, बड़े जहाजों (Larger Ships) को समायोजित करना, माल ढुलाई (Cargo Handling) की गति बढ़ाना और लॉजिस्टिक लागत (Logistic Costs) कम करना है।

भूमिपूजन समारोह: इस परियोजना का भूमिपूजन आंध्र प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री (Chief Minister) और केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री (Union Minister for Ports, Shipping and Waterways) द्वारा किया गया। इस अवसर पर कई स्थानीय सांसद, विधायक और औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

परियोजना का दायरा (Scope of Project):

नए बर्थ और जेट्टी (New Berths and Jetties): बड़े मालवाहक जहाजों (Cargo Vessels) के लिए कई नए बर्थ और जेट्टी बनाए जाएंगे, जिससे एक साथ अधिक जहाजों को संभाला जा सकेगा।

आधुनिक उपकरण: माल ढुलाई को तेज करने के लिए अत्याधुनिक क्रेन (Cranes), कंटेनर हैंडलिंग उपकरण (Container Handling Equipment) और स्वचालित प्रणालियाँ (Automated Systems) स्थापित की जाएंगी।

ड्रेजिंग कार्य (Dredging Work): गहरे समुद्र के जहाजों को बंदरगाह में प्रवेश करने में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक ड्रेजिंग कार्य किया जाएगा।

कनेक्टिविटी में सुधार: बंदरगाह को राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways) और रेलवे लाइनों (Railway Lines) से जोड़ने के लिए विशेष सड़कों और रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जाएगा।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर प्रभाव:

यह विस्तार परियोजना भारत को दक्षिण-पूर्व एशियाई (South-East Asian) और मध्य पूर्वी (Middle Eastern) देशों से अधिक प्रभावी ढंग से जोड़ेगी।

निर्यात (Exports) और आयात (Imports) दोनों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे देश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

विशेष रूप से कोयला (Coal), पेट्रोलियम उत्पाद (Petroleum Products), उर्वरक (Fertilizers) और खनिज (Minerals) के परिवहन के लिए यह बंदरगाह महत्वपूर्ण होगा।

रोजगार सृजन: इस विशाल परियोजना के निर्माण चरण में और बाद में बंदरगाह के संचालन के दौरान बड़े पैमाने पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन (Job Creation) को बढ़ावा मिलेगा।

स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ: बंदरगाह के विस्तार से विशाखापट्टणम और आंध्र प्रदेश में लॉजिस्टिक, विनिर्माण और संबंधित सेवा उद्योगों को मजबूती मिलेगी।

परियोजना की समय-सीमा: इस विस्तार परियोजना के अगले 5 से 7 वर्षों में पूरा होने का अनुमान है, और इसके बाद विशाखापट्टणम बंदरगाह एक विश्व स्तरीय केंद्र बन जाएगा।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.07.2025-गुरुवार.
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