July 3rd, 2025:-पटना में गंगा नदी स्वच्छता और किनारा विकास परियोजना शुरू:-

Started by Atul Kaviraje, July 04, 2025, 07:01:35 PM

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Atul Kaviraje

आज की ब्रेकिंग न्यूज़-

July 3rd, 2025:THURSDAY-

पटना में गंगा नदी स्वच्छता और किनारा विकास परियोजना शुरू: विस्तृत जानकारी
आज, 3 जुलाई 2025 को पटना (Patna), बिहार की राजधानी, में गंगा नदी (Ganga River) की स्वच्छता (Cleanliness) और उसके तट के विकास (Riverfront Development) के लिए एक महत्वाकांक्षी सरकारी परियोजना का शुभारंभ हुआ। यह परियोजना गंगा नदी की पवित्रता और प्राकृतिक सौंदर्य को पुनः स्थापित करने के साथ-साथ शहरी सौंदर्यीकरण और स्थानीय नागरिकों के लिए मनोरंजन की सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर भी जोर देगी।

प्रमुख बिंदु:
परियोजना का नाम और उद्देश्य: इस परियोजना को अस्थायी रूप से 'नमामि गंगे - पटना विकास योजना' (Namami Gange - Patna Vikas Yojana) नाम दिया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य गंगा नदी में प्रदूषण (Pollution) कम करना, तटवर्ती क्षेत्रों की सुंदरता बढ़ाना, और नागरिकों को नदी के किनारे स्वच्छ और सुंदर वातावरण उपलब्ध कराना है।

उद्घाटक और उपस्थिति: इस परियोजना का उद्घाटन बिहार के माननीय मुख्यमंत्री (Chief Minister) द्वारा किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री (Union Minister for Jal Shakti), स्थानीय सांसद, विधायक, और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

परियोजना का दायरा (Scope of Project):

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (Sewage Treatment Plants - STPs): गंगा नदी में मिलने वाले सीवेज को रोकने के लिए नए और अद्यतन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इससे नदी में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो जाएगा।

नदी किनारा विकास (Riverfront Development): नदी के तट पर सुंदर घाट (Ghats), चलने के लिए पैदल मार्ग (Walkways), हरित पट्टियाँ (Green Belts), बैठने की जगह और प्रकाश व्यवस्था (Lighting) विकसित की जाएगी।

कचरा प्रबंधन (Waste Management): नदी के किनारे और शहर में उचित कचरा प्रबंधन प्रणाली (Waste Management System) लागू की जाएगी, ताकि कचरा नदी में न जाए।

जलकुंभी उन्मूलन (Water Hyacinth Removal): नदी से जलकुंभी (Water Hyacinth) और अन्य खरपतवारों को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।

शमशान घाट और धोबी घाट आधुनिकीकरण: नदी किनारे स्थित शमशान घाटों और धोबी घाटों का आधुनिकीकरण किया जाएगा, ताकि वे अधिक स्वच्छ और व्यवस्थित हों।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: गंगा नदी को भारत में धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह परियोजना नदी की स्वच्छता से उसकी धार्मिक पवित्रता को पुनः स्थापित करने में मदद करेगी।

स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा: विकसित और स्वच्छ नदी किनारे का हिस्सा स्थानीय और बाहरी पर्यटकों (Tourists) को आकर्षित करेगा, जिससे पटना में पर्यटन बढ़ेगा।

रोजगार सृजन: परियोजना के निर्माण चरण में और बाद में नदी के संचालन के दौरान बड़े पैमाने पर स्थानीय रोजगार सृजन (Job Creation) होगा।

कार्यान्वयन और निगरानी: यह परियोजना 'नमामि गंगे' (Namami Gange) कार्यक्रम के तहत लागू की जाएगी और इसकी प्रगति पर नियमित निगरानी रखी जाएगी।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.07.2025-गुरुवार.
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