देवी काली का 'समय का चक्र' और भक्तों के जीवन पर इसका प्रभाव-हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, July 05, 2025, 11:01:37 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

देवी काली का 'समय का चक्र' और भक्तों के जीवन पर इसका प्रभाव-हिंदी कविता-

चरण 1:
महाकाली, समय की तुम हो देवी,
कालचक्र तेरा, सबको करे सेवी।
परिवर्तन का पाठ तू सिखाती,
जीवन में स्थिरता तू ही लाती।
अर्थ: हे महाकाली, आप समय की देवी हैं, और आपका कालचक्र सबको सेवा में लगाता है। आप हमें परिवर्तन का पाठ सिखाती हैं, और आप ही जीवन में स्थिरता लाती हैं।

चरण 2:
भय से मुक्ति, साहस है तेरा,
अहंकार तोड़ती, ज्ञान का बसेरा।
अंधकार से लाती प्रकाश सवेरा,
हर दिल में करती उजाला तेरा।
अर्थ: भय से मुक्ति और साहस आपसे ही मिलता है, आप अहंकार को तोड़ती हैं और ज्ञान का वास करती हैं। आप अंधकार से प्रकाश की सुबह लाती हैं, और हर दिल में आपका उजाला करती हैं।

चरण 3:
कर्मों का फल, न्याय तू देती,
क्षणभंगुरता का बोध तू करती।
वैराग्य का भाव मन में भरती,
मोहमाया से मुक्ति तू करती।
अर्थ: आप कर्मों का फल देती हैं और न्याय करती हैं। आप क्षणभंगुरता का बोध कराती हैं। आप मन में वैराग्य का भाव भरती हैं, और मोह-माया से मुक्ति देती हैं।

चरण 4:
आंतरिक शक्ति, लचीलापन लाए,
कठिन समय में तू ही राह दिखाए।
सभी बंधनों से मुक्ति दिलाए,
स्वतंत्र आत्मा का बोध कराएं।
अर्थ: आप आंतरिक शक्ति और लचीलापन लाती हैं, और कठिन समय में आप ही रास्ता दिखाती हैं। आप सभी बंधनों से मुक्ति दिलाती हैं, और स्वतंत्र आत्मा का बोध कराती हैं।

चरण 5:
गहन ध्यान में मन को लगाए,
कुंडलिनी शक्ति को जगाए।
उच्च चेतना तक हमको पहुंचाए,
ब्रह्मांडीय ऊर्जा से मिलाए।
अर्थ: आप मन को गहन ध्यान में लगाती हैं, और कुंडलिनी शक्ति को जगाती हैं। आप हमें उच्च चेतना तक पहुंचाती हैं, और ब्रह्मांडीय ऊर्जा से मिलाती हैं।

चरण 6:
जन्म-मृत्यु का चक्र ये भारी,
तेरी कृपा से हो जाती लाचारी।
मोक्ष की राह तू दिखाती न्यारी,
संसार से मुक्ति मिले सारी।
अर्थ: जन्म-मृत्यु का यह भारी चक्र आपकी कृपा से बेअसर हो जाता है। आप मोक्ष का अनोखा मार्ग दिखाती हैं, जिससे संसार के सभी बंधनों से मुक्ति मिलती है।

चरण 7:
विकराल रूप, गले में मुंडमाला,
हाथ में खड्ग, तेरी शक्ति निराला।
जय हो काली, तू है ज्वाला,
हर भक्त का करती उजाला।
अर्थ: आपका रूप विकराल है, गले में मुंडमाला है, और हाथ में खड्ग है, आपकी शक्ति अनोखी है। हे काली, आपकी जय हो, आप ज्वाला हैं, और आप हर भक्त के जीवन में उजाला करती हैं।

कविता का सार (Emoji सारंश):
परिवर्तन स्वीकारना 💪🔄, भय से मुक्ति ⚔️🦁, अहंकार नाश 🙏 humble, अज्ञान से ज्ञान 🌑☀️, कर्म शुद्धि ⚖️🌟, क्षणभंगुरता बोध ⏳ detachment, आंतरिक शक्ति 💪 Resilience, बंधन मुक्ति ⛓️ liberation, ध्यान 🧘�♀️🔥, मोक्ष 🌀 moksha.

देवी काली का 'समय का चक्र' हमें जीवन के कठोर सत्यों का सामना करने और उनसे पार पाने की शक्ति देता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि सच्ची शक्ति परिवर्तन को स्वीकार करने और स्वयं को हर बंधन से मुक्त करने में है।

--अतुल परब
--दिनांक-04.07.2025-शुक्रवार.
===========================================