शुक्रवार - 04 जुलै 2025 गाजियाबाद - हॉरिजॉन्टल ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) -

Started by Atul Kaviraje, July 05, 2025, 11:08:52 PM

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Atul Kaviraje

ब्रेकिंग न्यूज़-

शुक्रवार - 04 जुलै 2025

गाजियाबाद - हॉरिजॉन्टल ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) का अगला चरण: पूर्वी विस्तार में गाजियाबाद भी शामिल; DPR तैयार
दिल्ली-एनसीआर में परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने और भीड़भाड़ कम करने के लिए महत्वाकांक्षी हॉरिजॉन्टल ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) परियोजना का अगला चरण अब गाजियाबाद को भी शामिल करेगा। इस विस्तार के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की गई है।

विस्तृत जानकारी:

HORC परियोजना क्या है?: हॉरिजॉन्टल ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) दिल्ली-एनसीआर के बाहरी इलाकों से एक रेल मार्ग बनाने की परियोजना है, जिससे दिल्ली में प्रवेश किए बिना एनसीआर के विभिन्न शहरों को जोड़ा जा सके। इसका मुख्य उद्देश्य दिल्ली पर यातायात का बोझ कम करना और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाना है।

पूर्वी विस्तार: HORC का पिछला मार्ग मुख्य रूप से हरियाणा के शहरों पर केंद्रित था। अब इस परियोजना का पूर्वी विस्तार करने की योजना है, जिसमें उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण शहर गाजियाबाद शामिल होगा। इससे दिल्ली के पूर्वी तरफ से परिवहन सुगम होगा।

गाजियाबाद का महत्व: गाजियाबाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और आवासीय केंद्र है। दिल्ली-गाजियाबाद के बीच बड़ी संख्या में दैनिक आवागमन होता है। HORC में गाजियाबाद के शामिल होने से इस क्षेत्र के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और माल ढुलाई भी आसान होगी।

विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR): इस विस्तार के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (Detailed Project Report - DPR) तैयार की गई है। DPR में परियोजना का तकनीकी अध्ययन, अनुमानित लागत, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन, भूमि अधिग्रहण योजना और कार्यान्वयन की समय-सारणी शामिल होती है। DPR तैयार होने से परियोजना कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

कनेक्टिविटी के लाभ: गाजियाबाद के शामिल होने से HORC की कनेक्टिविटी और बढ़ेगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत जैसे शहरों को दिल्ली में प्रवेश किए बिना सीधा संपर्क मिलेगा। इससे सड़क यातायात पर निर्भरता कम होगी और प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी।

आर्थिक प्रभाव: इस परियोजना से एनसीआर में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। परिवहन लागत कम होने से उद्योगों को फायदा होगा और नए व्यावसायिक अवसर पैदा होंगे। साथ ही, रियल एस्टेट क्षेत्र में भी सकारात्मक वृद्धि अपेक्षित है।

भविष्य की योजनाएँ: DPR स्वीकृत होने के बाद, भूमि अधिग्रहण, निविदा प्रक्रिया और वास्तविक निर्माण शुरू होगा। यह परियोजना पूरी होने पर दिल्ली-एनसीआर में परिवहन व्यवस्था में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाएगी।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-04.07.2025-शुक्रवार.
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