देवशयनी आषाढ़ी एकादशी-आषाढ़ी की पुकार, विठ्ठल का दरबार-🌙🛕✨🙏🧘‍♂️🌌😴👣🌧️🌞🗣

Started by Atul Kaviraje, July 07, 2025, 10:43:38 AM

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Atul Kaviraje

देवशयनी आषाढ़ी एकादशी पर हिंदी कविता

०६ जुलाई २०२५, शनिवार

शीर्षक: आषाढ़ी की पुकार, विठ्ठल का दरबार

आषाढ़ी एकादशी आई, लेकर संग सौगात,
विष्णु जी शयन करें, है ये पावन रात।
भक्तों का मन हर्षाए, पंढरपुर की ओर,
विठ्ठल नाम जपते, चले भक्त भोर।
🌙🛕✨🙏
अर्थ: आषाढ़ी एकादशी अपने साथ खुशियाँ लेकर आई है। इस पावन रात को भगवान विष्णु शयन करते हैं। भक्तों का मन प्रसन्न है और वे पंढरपुर की ओर चल पड़े हैं। वे सुबह से ही विठ्ठल का नाम जपते हुए जा रहे हैं।

पालकी सजी है देखो, संतों की है शान,
ज्ञानोबा और तुकोबा, बढ़ा रहे हैं मान।
झंडा लेकर हाथों में, 'पुंडलिक वरदा' बोलें,
हर कदम पर भक्ति का, अमृत रस घोलें।
🚩🎶🚶�♂️💖
अर्थ: पालकी सजी हुई है, संतों का गौरव बढ़ रहा है, जैसे ज्ञानेश्वर और तुकाराम। हाथों में झंडा लेकर 'पुंडलिक वरदा' बोलते हुए, भक्त हर कदम पर भक्ति का अमृत घोल रहे हैं।

नंगे पाँव चलते हैं, मीलों का ये सफर,
बारिश हो या धूप भी, नहीं कोई डर।
मुख पर है मुस्कान प्यारी, हृदय में विश्वास,
विठ्ठल के दर्शन की, है सच्ची आस।
👣🌧�🌞😊
अर्थ: भक्त मीलों का सफर नंगे पाँव तय करते हैं, बारिश हो या धूप, उन्हें कोई डर नहीं लगता। उनके मुख पर प्यारी मुस्कान है और हृदय में विश्वास है। उन्हें भगवान विठ्ठल के दर्शन की सच्ची आशा है।

चंद्रभागा के तट पर, लगती है भीड़ भारी,
दर्शन की एक झलक, है सबसे प्यारी।
पाप धुल जाते सारे, मन होता है निर्मल,
विठ्ठल की कृपा से, जीवन होता सफल।
🌊 throng ✨🕊�
अर्थ: चंद्रभागा नदी के किनारे भारी भीड़ लगती है। दर्शन की एक झलक सबसे प्यारी होती है। सारे पाप धुल जाते हैं और मन निर्मल हो जाता है। भगवान विठ्ठल की कृपा से जीवन सफल हो जाता है।

भजन-कीर्तन गूँजता, वातावरण भक्तिमय,
हर चेहरा है प्रकाशित, दूर हुआ हर भय।
एकता का संदेश देते, नहीं कोई भेद यहाँ,
विठ्ठल सबका है दाता, सबका है भगवान।
🗣�🎶🤗🤝
अर्थ: भजन-कीर्तन गूँज रहा है और वातावरण भक्तिमय है। हर चेहरा प्रकाशित है, और हर भय दूर हो गया है। यहाँ कोई भेद नहीं है, एकता का संदेश दिया जा रहा है। विठ्ठल सबका दाता और सबका भगवान है।

मोक्ष की चाह नहीं, बस सेवा का है भाव,
जन्म-जन्म विठ्ठल मिले, यही अपना चाव।
चातुर्मास का व्रत भी, आज से है शुरू,
करें विष्णु जी का ध्यान, बनें जीवन के गुरु।
🙏🧘�♂️🌌💫
अर्थ: भक्तों को मोक्ष की चाह नहीं, बस सेवा का भाव है। वे चाहते हैं कि हर जन्म में उन्हें विठ्ठल मिलें, यही उनकी इच्छा है। चातुर्मास का व्रत भी आज से शुरू हो रहा है। भगवान विष्णु का ध्यान करें और उन्हें अपने जीवन का गुरु बनाएं।

धन्य है ये पंढरपुर, धन्य ये वारी है,
भक्तों की श्रद्धा की, ये अद्भुत कहानी है।
आषाढ़ी एकादशी पर, शत शत नमन करें,
विठ्ठल-रुक्मिणी की कृपा, सदा हम पर रहे।
🌟🛕💖🕉�
अर्थ: यह पंढरपुर धन्य है, यह वारी धन्य है। यह भक्तों की श्रद्धा की एक अद्भुत कहानी है। आषाढ़ी एकादशी पर हम शत शत नमन करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि विठ्ठल-रुक्मिणी की कृपा हम पर हमेशा बनी रहे।

इमोजी सारांश: 🌙🛕✨🙏🧘�♂️🌌😴👣🌧�🌞🗣�🕉�💖🚶�♂️🌳💧🌊 throng ✨🕊�🚩🎶🤗🤝💫🌟

--अतुल परब
--दिनांक-06.07.2025-रविवार.
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