नंदी और भगवान शिव का रिश्ता - हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, July 07, 2025, 10:09:09 PM

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Atul Kaviraje

नंदी और भगवान शिव का रिश्ता - हिंदी कविता-

चरण 1:
कैलाश की चोटी पर, शिव जहाँ विराजे,
सामने बैठे नंदी, भक्ति के साजें।
शांत मुद्रा में बैठे, ध्यान में लीन,
शिव के चरणों में, जीवन का हर सीन।
अर्थ: कैलाश पर्वत पर, जहाँ भगवान शिव विराजमान हैं, उनके सामने नंदी भक्ति में लीन बैठे हैं। वे शांत मुद्रा में शिव का ध्यान कर रहे हैं, मानो उनका पूरा जीवन शिव के चरणों में ही समर्पित हो।
🏔�🧘�♂️🙏💖

चरण 2:
वाहन हैं शिव के, रक्षक भी महान,
हर पल रहते हैं, शिव के ही ध्यान।
नंदी के कान में, जो भी पुकारे,
शिव तक पहुँचती, हर वो पुकारें।
अर्थ: नंदी भगवान शिव के वाहन और उनके महान रक्षक भी हैं। वे हर पल शिव के ही ध्यान में रहते हैं। जो भी भक्त नंदी के कान में अपनी प्रार्थना करता है, वह सीधे शिव तक पहुँच जाती है।
🐂🛡�👂🗣�

चरण 3:
भक्ति का सागर, प्रेम की है धारा,
नंदी का जीवन, शिव को ही प्यारा।
अटूट है बंधन, पवित्र है ये रिश्ता,
जग में है अनुपम, ये सच्चा फरिश्ता।
अर्थ: नंदी का जीवन भक्ति और प्रेम का एक विशाल सागर है, जो भगवान शिव को बहुत प्रिय है। उनका बंधन अटूट और पवित्र है, यह रिश्ता दुनिया में अद्वितीय और एक सच्चे देवदूत जैसा है।
🌊❤️✨🤝

चरण 4:
धर्म का प्रतीक, ज्ञान का आधार,
नंदी की महिमा, है अपरंपार।
हर शिव मंदिर में, दर्शन उनके होते,
भक्तों के मन में, श्रद्धा के दीप जलते।
अर्थ: नंदी धर्म के प्रतीक और ज्ञान के आधार हैं। उनकी महिमा अनंत है। हर शिव मंदिर में उनके दर्शन होते हैं, और उन्हें देखकर भक्तों के मन में श्रद्धा के दीपक जल उठते हैं।
📜💡🕉�🕯�

चरण 5:
शांत स्वभाव उनका, धैर्य की मिसाल,
जीवन में देते, ये अनमोल चाल।
अहंकार तज कर, जो उनको भजे,
शिव की कृपा से, वो मुक्ति को सजे।
अर्थ: नंदी का स्वभाव शांत है और वे धैर्य की मिसाल हैं, जो हमें जीवन में स्थिरता और संयम की सीख देते हैं। जो व्यक्ति अहंकार का त्याग करके उनकी पूजा करता है, उसे शिव की कृपा से मुक्ति मिलती है।
🕊�🧘�♀️🙏✨

चरण 6:
कैलाश के वासी, शिव परिवार का अंग,
नंदी की सेवा में, हर पल उमंग।
गणों के नायक, शिव के हैं प्यारे,
भक्तों के दुःख हरते, हर संकट टारे।
अर्थ: नंदी कैलाश पर्वत के निवासी और शिव परिवार का एक अभिन्न अंग हैं। वे हमेशा शिव की सेवा में उत्साह से भरे रहते हैं। वे शिव के गणों के प्रमुख और शिव के प्रिय हैं, जो भक्तों के दुख दूर करते हैं और हर संकट को टालते हैं।
🏡👨�👩�👧�👦💖💪

चरण 7:
नंदी की जय हो, शिव की जयकार,
दोनों का रिश्ता, है अद्भुत अपार।
भक्ति की राह पर, जो भी चले,
नंदी की कृपा से, वो शिव से मिले।
अर्थ: नंदी की जय हो और शिव की जय हो! उनका रिश्ता अद्भुत और असीम है। जो भी व्यक्ति भक्ति के मार्ग पर चलता है, वह नंदी की कृपा से भगवान शिव से मिल पाता है।
🎉🙏🕉�✨

--अतुल परब
--दिनांक-07.07.2025-सोमवार.
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