राजनीतिक भ्रष्टाचार और उस पर काबू पाने के उपाय पर हिंदी कविता-🚫💔⚖️🗣️🌱✅🛡️

Started by Atul Kaviraje, July 07, 2025, 10:34:54 PM

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Atul Kaviraje

राजनीतिक भ्रष्टाचार और उस पर काबू पाने के उपाय पर हिंदी कविता-

चरण 1
राजनीति में भ्रष्टाचार का,
फैला है देखो अंधकार।
जनता का विश्वास टूटा है,
न्याय का मार्ग रूठा है।
अर्थ: राजनीति में भ्रष्टाचार का अंधकार फैल गया है। जनता का विश्वास टूट गया है, और न्याय का रास्ता अवरुद्ध हो गया है।

चरण 2
घूसखोरी और भाई-भतीजावाद,
बन गए हैं अब तो रिवाज।
सपनों को यह चूर करे,
देश को अपने दूर करे।
अर्थ: रिश्वतखोरी और भाई-भतीजावाद अब सामान्य हो गए हैं। यह देश के सपनों को तोड़ता है और उसे प्रगति से दूर करता है।

चरण 3
कानून अगर हो कमजोर,
भ्रष्टाचार फैलाए शोर।
पारदर्शिता की हो कमी,
तो बढ़ेगी यह बड़ी कमी।
अर्थ: यदि कानून कमजोर हों, तो भ्रष्टाचार शोर मचाता है (तेजी से बढ़ता है)। यदि पारदर्शिता की कमी हो, तो यह बड़ी कमी (समस्या) और बढ़ेगी।

चरण 4
न्यायपालिका हो जब धीमी,
दोषी घूमें शान से।
जनता की भागीदारी लाओ,
ई-गवर्नेंस अपनाओ।
अर्थ: जब न्यायपालिका धीमी होती है, तो दोषी शान से घूमते हैं। जनता की भागीदारी लाओ और ई-गवर्नेंस (इलेक्ट्रॉनिक शासन) अपनाओ।

चरण 5
शिक्षा से मन को जगाओ,
नैतिक मूल्य फिर से लाओ।
व्हिसिल ब्लोअर को दो सुरक्षा,
मिलकर करें हम इसकी रक्षा।
अर्थ: शिक्षा से मन को जगाओ और नैतिक मूल्यों को फिर से स्थापित करो। भ्रष्टाचार उजागर करने वालों को सुरक्षा दो, और मिलकर इसकी रक्षा करें।

चरण 6
चुनावी फंडिंग हो साफ-साफ,
अपराधी को न मिले कोई माप।
जनता ही मालिक है असली,
यह बात रखो मन में असली।
अर्थ: चुनावी फंडिंग (चुनाव में धन) पूरी तरह से पारदर्शी हो, और अपराधियों को कोई छूट न मिले। जनता ही असली मालिक है, इस बात को मन में सच्चाई से रखो।

चरण 7
मिलकर लड़ें इस दानव से,
छुटकारा पाएं इस फांद से।
सच बोलो, ईमानदार बनो,
नया भारत अब तुम ही गढ़ो।
अर्थ: आओ इस राक्षस (भ्रष्टाचार) से मिलकर लड़ें, और इस जाल से छुटकारा पाएं। सच बोलो, ईमानदार बनो, और नया भारत अब तुम ही बनाओ।

🖼� चित्र:

एक व्यक्ति अपनी जेब से रिश्वत निकालते हुए, दूसरा मना कर रहा है।

एक दीपक जो अंधकार को मिटा रहा है।

एक मजबूत हाथ जो भ्रष्टाचार के प्रतीक को तोड़ रहा है।

** symbolic:**

एक सील (ईमानदारी) ✅

एक शील्ड (सुरक्षा) 🛡�

एक पौधा जो उग रहा है (विकास और सुधार) 🌱

** इमोजी सारांश:**
🚫💔⚖️🗣�🌱✅🛡�

--अतुल परब
--दिनांक-07.07.2025-सोमवार.
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