पारसी अस्पंदर्मद मासारम्भ-

Started by Atul Kaviraje, July 11, 2025, 10:39:35 PM

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Atul Kaviraje

पारसी अस्पंदर्मद मासारम्भ पर हिंदी कविता 📖

चरण 1: धरती का सम्मान
अस्पंदर्मद मास आया है,
धरती का संदेश लाया है।
प्रकृति का करो सम्मान,
जीवन का यही है दान।
अर्थ: यह महीना पृथ्वी के प्रति सम्मान का संदेश लेकर आया है, हमें प्रकृति का आदर करना चाहिए क्योंकि यही जीवन का उपहार है।
🌍🌳🙏🌿

चरण 2: विनम्रता का पाठ
विनम्रता सीखो मन से,
धैर्य धरो हर क्षण से।
अहंकार को त्यागो तुम,
जीवन में खुशहाली भर लो तुम।
अर्थ: हमें अपने मन से विनम्रता सीखनी चाहिए और हर पल धैर्य रखना चाहिए। अहंकार को त्यागने से ही जीवन में खुशहाली आती है।
🧘�♀️😇✨😊

चरण 3: नारी का गौरव
नारी शक्ति का यह मान,
हर घर की है वह शान।
उनके त्याग को पहचानो,
जीवन में सम्मान बढ़ाओ।
अर्थ: यह महीना नारी शक्ति का सम्मान करने का है, जो हर घर की शोभा हैं। उनके त्याग को पहचान कर हमें उनका सम्मान करना चाहिए।
👩�🦳💖🌸💪

चरण 4: दान की महिमा
दान-पुण्य का करो काम,
मिलेगा तुम्हें उत्तम नाम।
जरूरतमंदों की मदद करो,
खुशियां जीवन में तुम भरो।
अर्थ: हमें दान और परोपकार के कार्य करने चाहिए, जिससे हमें अच्छा नाम मिलेगा। जरूरतमंदों की मदद करने से जीवन में खुशियां आती हैं।
🤝❤️🎁🥳

चरण 5: आत्म-चिंतन का समय
आत्म-चिंतन का यह पल,
मन को करो तुम निर्मल।
गलतियों को तुम सुधारो,
जीवन को तुम संवारो।
अर्थ: यह आत्म-चिंतन का समय है, जब हमें अपने मन को शुद्ध करना चाहिए। अपनी गलतियों को सुधार कर ही हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
🤔✨ cleansing 🧘

चरण 6: परिवार का बंधन
परिवार है सुख का आधार,
स्नेह बढ़ाओ, करो प्यार।
एकजुट होकर जियो तुम,
खुशहाल जीवन जियो तुम।
अर्थ: परिवार ही सुख का आधार है, हमें आपस में स्नेह और प्यार बढ़ाना चाहिए। एकजुट होकर जीने से ही खुशहाल जीवन मिलता है।
👨�👩�👧�👦🏡🤗💖

चरण 7: शुभ आरंभ
अस्पंदर्मद का शुभ आरंभ,
भर दे जीवन में उमंग।
खुशियों का हो नया सफर,
प्रभु कृपा हो हर डगर।
अर्थ: अस्पंदर्मद मास का यह शुभ आरंभ जीवन में नई उमंगें भर दे। यह खुशियों का नया सफर हो और हर कदम पर ईश्वर की कृपा बनी रहे।
🌟🎉💫🙏

--अतुल परब
--दिनांक-11.07.2025-शुक्रवार.
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