विश्व कबाब दिवस-

Started by Atul Kaviraje, July 11, 2025, 10:46:04 PM

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Atul Kaviraje

विश्व कबाब दिवस पर हिंदी कविता 📖

चरण 1: कबाब का है दिन
ग्यारह जुलाई का दिन आज,
कबाब का है मीठा साज।
विश्व कबाब दिवस मनाओ,
स्वादों की दुनिया में खो जाओ।
अर्थ: आज ग्यारह जुलाई का दिन है, यह कबाब का मीठा उत्सव है। विश्व कबाब दिवस मनाओ, और स्वादिष्ट व्यंजनों की दुनिया में खो जाओ।
🍢😋✨🎉

चरण 2: इतिहास की यह शान
पुरानी सदियों की कहानी,
भूनने की कला है पुरानी।
वीर सैनिक जब भूखे थे,
आग पर मांस को भूनते थे।
अर्थ: यह पुरानी सदियों की कहानी है, भूनने की कला बहुत पुरानी है। जब वीर सैनिक भूखे थे, तो वे आग पर मांस भूनते थे।
📜🔥🍖⚔️

चरण 3: रूपों का है संसार
सीख, शमी, डोनर का प्यार,
रूप अनगिनत, स्वाद अपार।
मांस, पनीर या सब्जी का,
हर दिल को यह खूब भाता।
अर्थ: सीख, शमी, डोनर का प्यार, इसके अनगिनत रूप और अपार स्वाद हैं। यह मांस, पनीर या सब्जी का हो सकता है, हर दिल को यह बहुत पसंद आता है।
🥩🧀🥦❤️

चरण 4: खुशबू से महके फ़िज़ा
मसालों की खुशबू न्यारी,
हर जगह महके प्यारी।
ग्रिल पर जब ये सिकते हैं,
मन को अपने खींचते हैं।
अर्थ: मसालों की खुशबू अनूठी होती है, जो हर जगह प्यारी लगती है। जब ये ग्रिल पर पकते हैं, तो मन को अपनी ओर खींचते हैं।
👃🌶�🔥🤤

चरण 5: दावतों की यह शान
हर दावत की यह है शान,
खुशियों का यह है पैगाम।
मित्रों संग जब खाते हैं,
यादें मधुर बन जाती हैं।
अर्थ: यह हर दावत की शोभा है, खुशियों का संदेश है। जब इसे दोस्तों के साथ खाते हैं, तो मधुर यादें बन जाती हैं।
🥳🤝👨�👩�👧�👦😊

चरण 6: रसोई की यह कला
रसोइयों की यह कला है,
हाथों का यह जादू चला है।
परफेक्शन से जब बनते हैं,
दिल से सब स्वाद चखते हैं।
अर्थ: यह रसोइयों की कला है, उनके हाथों का जादू चला है। जब ये परफेक्शन से बनते हैं, तो हर कोई इसे दिल से चखता है।
👩�🍳👨�🍳✨💖

चरण 7: स्वाद का उत्सव
आओ हम सब मिलकर आज,
मनाएँ स्वाद का यह राज।
विश्व कबाब दिवस हो मुबारक,
हर दिल में हो खुशियाँ बेशुमार।
अर्थ: आओ हम सब मिलकर आज, स्वाद के इस उत्सव को मनाएं। विश्व कबाब दिवस मुबारक हो, हर दिल में बेशुमार खुशियाँ हों।
🎉😋🥳✨

--अतुल परब
--दिनांक-11.07.2025-शुक्रवार.
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