हनुमान का 'आध्यात्मिक पराक्रम' और उनके जीवन कर्तव्य-कविता-

Started by Atul Kaviraje, July 12, 2025, 10:04:50 PM

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Atul Kaviraje

हनुमान का 'आध्यात्मिक पराक्रम' और उनके जीवन कर्तव्य पर हिंदी कविता 📖

चरण 1: राम के प्यारे हनुमान
राम के प्यारे हनुमान,
ज्ञान, बल, बुद्धि के विधान।
आध्यात्मिक पराक्रम अपार,
जीवन कर्तव्य का संसार।
अर्थ: आप राम के प्रिय हनुमान हैं, ज्ञान, बल और बुद्धि के प्रतीक हैं। आपका आध्यात्मिक पराक्रम असीम है, और आपका जीवन कर्तव्यों का एक संसार है।
🙏🐒💖🌟

चरण 2: भक्ति का सागर गहरा
भक्ति का सागर है गहरा,
सेवा का पावन बसेरा।
बिना स्वार्थ, बिना मान,
जीवन किया प्रभु को दान।
अर्थ: आपकी भक्ति का सागर बहुत गहरा है, आपकी सेवा का स्थान पवित्र है। बिना किसी स्वार्थ या सम्मान की इच्छा के, आपने अपना जीवन प्रभु को समर्पित कर दिया।
🙌🌊 selfless

चरण 3: विनम्रता का है पाठ
अभिमान को जिसने काटा,
विनम्रता का पाठ जो बांटा।
महावीर हो के भी शांत,
आपकी महिमा है अनंत।
अर्थ: आपने अहंकार को नष्ट किया, और विनम्रता का पाठ सिखाया। महावीर होते हुए भी आप शांत हैं, आपकी महिमा अनंत है।
🙇�♂️✨🧘�♂️

चरण 4: बुद्धि और धैर्य
बुद्धि से लंका को जाना,
धैर्य से हर मुश्किल को पाना।
ज्ञान का तुम हो प्रकाश,
न दूर कोई रहे आकाश।
अर्थ: आपने बुद्धि से लंका को जाना, और धैर्य से हर मुश्किल को पार किया। आप ज्ञान के प्रकाश हैं, आपके लिए कोई आकाश दूर नहीं है।
🧠💡⏳🌌

चरण 5: निष्ठा की यह मिसाल
निष्ठा की यह अद्भुत मिसाल,
कर्तव्य का नहीं कोई सवाल।
संकट में रहे सहायक,
आप ही प्रभु के नायक।
अर्थ: आपकी निष्ठा का यह अद्भुत उदाहरण है, कर्तव्य पर कोई सवाल नहीं है। आप संकट में सहायक रहे, आप ही प्रभु के नायक हैं।
🌟 loyal 🆘🦸�♂️

चरण 6: अमर है यह गाथा
अमर है यह तेरी गाथा,
हर युग में पूजे माथा।
संकटमोचन नाम तुम्हारा,
हर दुख दूर करो हमारा।
अर्थ: आपकी यह कहानी अमर है, हर युग में लोग आपको पूजते हैं। आपका नाम संकटमोचन है, हमारे हर दुख को दूर करें।
💫♾️🙏🙌

चरण 7: सीखें आपसे हम
सीखें आपसे हम हर दम,
कैसे करें दूर हर गम।
धर्म और सेवा का मान,
हमें मिले तेरा वरदान।
अर्थ: हम आपसे हर पल सीखते हैं, कैसे हर दुख को दूर करें। धर्म और सेवा का सम्मान करें, हमें आपका वरदान मिले।
📚💖🌍 आशीर्वाद

--अतुल परब
--दिनांक-12.07.2025-शनिवार.
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