कर्म योग पर शनि देव की शिक्षा - कविता

Started by Atul Kaviraje, July 12, 2025, 10:09:27 PM

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Atul Kaviraje

कर्म योग पर शनि देव की शिक्षा पर हिंदी कविता 📖

चरण 1: शनि देव का ज्ञान
शनि देव न्याय के हैं दाता,
कर्मों का फल जो है पाता।
कर्म योगी का यह सिद्धांत,
जीवन का है अनमोल ग्रंथ।
अर्थ: शनि देव न्याय देने वाले हैं, जो कर्मों का फल प्रदान करते हैं। कर्म योगी का यह सिद्धांत जीवन का एक अनमोल ग्रंथ है।
🙏🪐⚖️📚

चरण 2: निष्ठा और अनुशासन
निष्ठा से कर अपने काम,
अनुशासन से ले प्रभु का नाम।
कठिन राह पर भी तू चल,
मिलेगा तुझको सुंदर फल।
अर्थ: निष्ठा से अपना काम करो, और अनुशासन से प्रभु का नाम लो। कठिन रास्ते पर भी चलते रहो, तुम्हें सुंदर फल मिलेगा।
🫡⏰🚶�♂️🌟

चरण 3: परिश्रम का है महत्व
परिश्रम का है यह महत्व,
धैर्य से मिलता है सत्व।
क्षण-क्षण तू मेहनत कर,
भाग्य चमकेगा हर डगर।
अर्थ: परिश्रम का यह महत्व है, धैर्य से ही सार तत्व मिलता है। हर पल मेहनत करो, भाग्य हर कदम पर चमकेगा।
💪⏳✨ pathway

चरण 4: विनम्रता का पाठ
अहंकार को तू दूर भगा,
विनम्रता की ज्योति जगा।
जब मन तेरा शांत हो,
शनि देव का हाथ हो।
अर्थ: अहंकार को तुम दूर भगाओ, विनम्रता की ज्योति जगाओ। जब तुम्हारा मन शांत होगा, तब शनि देव का हाथ तुम्हारे साथ होगा।
🙇�♂️ humble 😌🙏

चरण 5: सेवा का है आधार
निस्वार्थ सेवा का आधार,
परोपकार से मिलता प्यार।
जो गरीबों को देता सहारा,
शनि देव का वह है प्यारा।
अर्थ: निस्वार्थ सेवा ही आधार है, परोपकार से प्यार मिलता है। जो गरीबों को सहारा देता है, वह शनि देव को प्रिय होता है।
🤝❤️👵👶

चरण 6: चुनौतियों से सीखो
चुनौतियों से ना घबराना,
हर मुश्किल से कुछ सीखना।
शनि की दृष्टि जब भी पड़े,
आत्मा तेरी और निखरे।
अर्थ: चुनौतियों से कभी मत घबराओ, हर मुश्किल से कुछ सीखो। जब भी शनि की दृष्टि पड़े, तुम्हारी आत्मा और निखरेगी।
🚧 resilient 💫✨

चरण 7: कर्म योगी का पथ
कर्म योगी का तू बन पथिक,
न्याय की राह चले हर तिक।
जीवन का यह ही है सार,
शनि देव का आशीर्वाद अपार।
अर्थ: तुम कर्म योगी के पथ पर चलने वाले बनो, न्याय के मार्ग पर चलो। यही जीवन का सार है, और शनि देव का आशीर्वाद असीम है।
🚶�♂️🌟⚖️ blessings

--अतुल परब
--दिनांक-12.07.2025-शनिवार.
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