अशून्य शयन व्रत पर कविता 📜✨🎉💖✨🙏🏡💑🌙

Started by Atul Kaviraje, July 12, 2025, 10:29:13 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

अशून्य शयन व्रत पर हिंदी कविता 📜✨

(१)
आज है पावन अशून्य शयन व्रत का दिन,
न हो कभी सूनी, रिश्तों की यह शय्या बिन.
प्रेम की डोरी से बंधे रहें दो मन,
हर पल खुशियों से भरा हो जीवन.

अर्थ: आज अशून्य शयन व्रत का पवित्र दिन है, यह प्रार्थना है कि पति-पत्नी के रिश्ते में कभी खालीपन न आए। दोनों मन प्रेम की डोर से बंधे रहें और उनका जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहे।

(२)
विष्णु और लक्ष्मी का आशीष है संग,
जीवन के हर पथ पर रहे शुभ रंग.
विश्वास की नींव पर टिका रहे यह बंधन,
खिलता रहे सदा, प्यार का यह चमन.

अर्थ: भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद साथ रहे, जिससे जीवन के हर मार्ग पर शुभता बनी रहे। यह रिश्ता विश्वास की नींव पर टिका रहे और प्यार का यह उपवन हमेशा खिलता रहे।

(३)
सुख-समृद्धि का हो घर में वास,
न कोई गम आए, न हो निराशा पास.
अखंड सौभाग्य मिले हर नारी को,
दूर हो जाए जीवन से हर कमी को.

अर्थ: घर में सुख और समृद्धि का निवास हो, कोई दुख या निराशा पास न आए। हर विवाहित महिला को अखंड सौभाग्य प्राप्त हो और जीवन की हर कमी दूर हो जाए।

(४)
बच्चों की किलकारी से गूँजे आँगन,
प्रेम और ममता से भरा हो हर क्षण.
रिश्तों में गहराई हो, न हो कोई छल,
थामे रखें एक-दूजे का हरपल.

अर्थ: बच्चों की किलकारियों से आंगन गूंजता रहे, हर क्षण प्रेम और ममता से भरा हो। रिश्तों में गहराई हो, कोई छल-कपट न हो, और पति-पत्नी हमेशा एक-दूसरे का हाथ थामे रहें।

(५)
कठिनाई आए तो करें मिलकर सामना,
एक-दूजे की शक्ति बन कर रहना.
धैर्य और संयम से हर राह हो आसान,
बना रहे सदा, यह पवित्र दांपत्य ज्ञान.

अर्थ: जब भी कोई कठिनाई आए, तो उसका मिलकर सामना करें और एक-दूसरे की शक्ति बनें। धैर्य और संयम से हर रास्ता आसान हो जाए और यह पवित्र दांपत्य का ज्ञान हमेशा बना रहे।

(६)
न हो कभी दूरी, न हो कोई विवाद,
हर सुबह हो जैसे कोई मीठी सौगात.
शयन कक्ष हो प्रेम का पावन मंदिर,
जहाँ बसें खुशियाँ, और मिट जाए हर डर.

अर्थ: पति-पत्नी के बीच कभी दूरी या विवाद न हो, हर सुबह एक मीठी भेंट की तरह हो। शयन कक्ष प्रेम का एक पवित्र मंदिर हो, जहाँ खुशियां निवास करें और हर डर मिट जाए।

(७)
अशून्य शयन व्रत का यही है संदेश,
प्रेम से भर दो हर रिश्ता, हर देश.
मंगल कामना है, जीवन हो सुखमय,
रहे प्रेम सदा अमर, होवे विजय.

अर्थ: अशून्य शयन व्रत का यही संदेश है कि हर रिश्ते को प्रेम से भर दो, हर जगह प्रेम का संचार हो। यह मंगल कामना है कि जीवन सुखमय हो और प्रेम हमेशा अमर रहे, उसकी हमेशा विजय हो।

इमोजी सारांश 🎉💖✨🙏🏡💑🌙
अशून्य शयन व्रत वैवाहिक जीवन में प्रेम और सौहार्द के लिए रखा जाता है। यह भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा दिलाता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है और पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है। आज के दिन पूजा और व्रत करने से सौभाग्य और आत्मिक शांति मिलती है। यह व्रत दांपत्य जीवन के अटूट बंधन का प्रतीक है।

--अतुल परब
--दिनांक-12.07.2025-शनिवार.
===========================================