महिलाओं के लिए समान अधिकार और अवसर कविता 📜✨⚖️👩‍🎓💖💰📈🗳️🕊️🌍

Started by Atul Kaviraje, July 12, 2025, 10:35:51 PM

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Atul Kaviraje

महिलाओं के लिए समान अधिकार और अवसर पर हिंदी कविता 📜✨

(१)
आओ रचें ऐसा नया संसार,
जहाँ नारी को मिले पूरा अधिकार.
ज्ञान का हो दीपक, हर घर में जले,
अवसर की राहें, हर बेटी चुने.

अर्थ: आओ एक ऐसा नया संसार बनाएं, जहाँ हर महिला को पूर्ण अधिकार मिले। ज्ञान का दीपक हर घर में जले, और हर बेटी अपने अवसरों का मार्ग चुने।

(२)
न हो भेद लड़का-लड़की में अब,
शिक्षित हो हर कन्या, पढ़े-लिखे सब.
स्कूल की राहें, हों सबके लिए खुली,
हर बेटी पाए, अपनी शिक्षा भली.

अर्थ: अब लड़का-लड़की में कोई भेद न हो, हर बेटी शिक्षित हो, सभी पढ़ें-लिखें। स्कूल के रास्ते सबके लिए खुले हों, और हर बेटी अच्छी शिक्षा प्राप्त करे।

(३)
कार्यक्षेत्र में हो, बराबर की पहचान,
वेतन भी हो समान, बढ़े उनका मान.
लीडरशिप में आएँ, करें नेतृत्व महान,
हर निर्णय में शामिल, हो उनका भी ज्ञान.

अर्थ: कार्यक्षेत्र में महिलाओं को पुरुषों के बराबर पहचान मिले, वेतन भी समान हो और उनका सम्मान बढ़े। वे नेतृत्व की भूमिका में आएं और महान नेतृत्व करें, हर निर्णय में उनका ज्ञान भी शामिल हो।

(४)
संपत्ति का हक हो, निडर वो खड़ी,
अपने हक के लिए, हर कदम पर अड़ी.
हिंसा से मुक्ति हो, सुरक्षित हो जीवन,
खुले आकाश में उड़े, उसका हर स्वप्न.

अर्थ: उन्हें संपत्ति का अधिकार हो, वे निडर होकर खड़ी रहें, और अपने हक के लिए हर कदम पर अडिग रहें। हिंसा से मुक्ति मिले, उनका जीवन सुरक्षित हो, और उनके हर सपने खुले आकाश में उड़ान भरें।

(५)
राजनीति के मैदान में, रखें अपनी बात,
समाज के हर मंच पर, उनका हो साथ.
नारी सशक्त हो, राष्ट्र सशक्त बने,
हर दिशा में खुशियाँ, हर जन में सजे.

अर्थ: राजनीति के मैदान में वे अपनी बात रखें, और समाज के हर मंच पर उनका साथ हो। जब नारी सशक्त होगी, तो राष्ट्र भी सशक्त बनेगा, हर दिशा में खुशियाँ फैलेंगी और हर व्यक्ति में आत्मविश्वास आएगा।

(६)
रूढ़ियाँ टूटें, बदले हर विचार,
मानसिकता में आए, एक नया सुधार.
नारी शक्ति है, यह जग पहचाने,
बिना उसके अधूरा, कोई न मुकाम माने.

अर्थ: पुरानी रूढ़ियाँ टूटें, हर विचार बदले, और मानसिकता में एक नया सुधार आए। दुनिया यह पहचाने कि नारी शक्ति है, और उसके बिना कोई भी लक्ष्य अधूरा माना जाए।

(७)
लैंगिक समानता, हो सबकी पुकार,
एक विकसित भारत का, यही है आधार.
हाथ में हाथ धर, आगे हम बढ़ें,
समृद्ध, न्यायपूर्ण समाज, मिलकर हम गढ़ें.

अर्थ: लैंगिक समानता सबकी पुकार बने, यही एक विकसित भारत का आधार है। हाथ में हाथ डालकर हम आगे बढ़ें, और एक समृद्ध व न्यायपूर्ण समाज का मिलकर निर्माण करें।

इमोजी सारांश ⚖️👩�🎓💖💰📈🗳�🕊�🌍
महिलाओं के लिए समान अधिकार और अवसर एक न्यायपूर्ण और समृद्ध समाज के लिए आवश्यक हैं। यह सामाजिक न्याय को बढ़ावा देता है, आर्थिक विकास में योगदान देता है, स्वास्थ्य और शिक्षा परिणामों में सुधार करता है, और महिलाओं को निर्णय लेने में सशक्त बनाता है। यह घरेलू हिंसा को कम करने, बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने और नवाचार को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। लैंगिक समानता सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति और एक समावेशी भारत के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है।

--अतुल परब
--दिनांक-12.07.2025-शनिवार.
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