जागतिक नेता होण्याच्या उंबरठ्यावर उभा भारत-(हिंदी कविता) 📜✨🇮🇳🌎📈🎤🐛👎

Started by Atul Kaviraje, July 13, 2025, 05:58:46 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

जागतिक नेता होण्याच्या उंबरठ्यावर उभा भारत आणि मराठी मीडियातील किडेमकोडे करिती लीला (हिंदी कविता) 📜✨

(१)
भारत है जग में, बन रहा बलवान,
विश्वगुरु बनने का, रखता अरमान.
एक तरफ उल्लास, एक नई है सुबह,
किंतु मीडिया में, दिखे कुछ मनहूस हवा.

अर्थ: भारत दुनिया में शक्तिशाली बन रहा है, और विश्वगुरु बनने की इच्छा रखता है। एक तरफ उत्साह है, एक नई सुबह है, लेकिन मीडिया में कुछ नकारात्मक हवा दिखती है।

(२)
मोदी का नेतृत्व, बढ़ रहा सम्मान,
कदम-कदम पर, हो रहा गुणगान.
जी२० की बात, या योग का प्रसार,
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर, भारत का सिंगार.

अर्थ: मोदी का नेतृत्व बढ़ रहा है, सम्मान हो रहा है, हर कदम पर प्रशंसा हो रही है। जी२० की बात हो या योग का प्रसार, अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का अलंकरण हो रहा है।

(३)
पर मराठी मीडिया में, कुछ है अजीब,
तोरसेकर बोले, 'किडे-मकोडे' करीब.
विपक्ष की बातें, करते हैं बुलंद,
भारत की प्रगति पर, फैलाते गंद.

अर्थ: लेकिन मराठी मीडिया में कुछ अजीब है, तोरसेकर कहते हैं 'किडे-मकोडे' (कुछ नकारात्मक तत्व) पास हैं। वे विपक्ष की बातों को बुलंद करते हैं, और भारत की प्रगति पर गंदगी फैलाते हैं।

(४)
सकारात्मकता को, वे देते नहीं स्थान,
छोटे मुद्दे भी, बन जाएं महान.
देश की छवि को, करें वे खराब,
जैसे उनका मकसद, बस यही जनाब.

अर्थ: वे सकारात्मकता को स्थान नहीं देते, छोटे मुद्दे भी महान बन जाते हैं। वे देश की छवि को खराब करते हैं, जैसे उनका मकसद बस यही है।

(५)
कठिनाई को ढूंढें, हर अच्छी बात में,
नकारात्मकता ही, उनके दिन-रात में.
जनता को भटकाएं, झूठे समाचार से,
देश का भला नहीं, बस अपने विचार से.

अर्थ: वे हर अच्छी बात में कठिनाई ढूंढते हैं, नकारात्मकता ही उनके दिन-रात में रहती है। वे जनता को झूठे समाचार से भटकाते हैं, देश का भला नहीं, बस अपने विचारों को आगे बढ़ाते हैं।

(६)
शत्रु भी खुश हों, ऐसी उनकी चाल,
भारत को नीचा दिखाना, हर हाल.
यह सिर्फ पत्रकारिता नहीं, यह है साजिश,
देश के गौरव पर, लगे एक आँच.

अर्थ: दुश्मन भी खुश हों, ऐसी उनकी चाल है, हर हाल में भारत को नीचा दिखाना। यह सिर्फ पत्रकारिता नहीं, यह एक साजिश है, जो देश के गौरव पर आँच लगाती है।

(७)
भारत उठेगा, रुकेगा नहीं कभी,
ऐसे 'कीटाणुओं' को, देगा वो दबी.
सत्य की जीत होगी, फैलेगा प्रकाश,
विश्वगुरु बनकर, चमकेगा आकाश.

अर्थ: भारत उठेगा, कभी रुकेगा नहीं, ऐसे 'कीटाणुओं' (नकारात्मक तत्वों) को वह दबा देगा। सत्य की जीत होगी, प्रकाश फैलेगा, और विश्वगुरु बनकर आकाश में चमकेगा।

इमोजी सारांश 🇮🇳🌎📈🎤🐛👎
भारत एक वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है, जो आर्थिक और भू-राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होता जा रहा है। हालांकि, मराठी मीडिया के कुछ वर्गों (जिन्हें भाऊ तोरसेकर 'किडे-मकोडे' कहते हैं) द्वारा विपक्ष के प्रभाव में नकारात्मक खबरें और विश्लेषण प्रसारित किए जा रहे हैं। ये तत्व भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को कम करने और राष्ट्रविरोधी कथाओं को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं, लेकिन भारत अपनी प्रगति जारी रखेगा और इन बाधाओं को दूर करेगा।

--अतुल परब
--दिनांक-13.07.2025-रविवार.
===========================================