शांडिल्य महाराज पुण्यतिथि: गोकर्ण-🙏🕉️✨🕯️🌿🔔📖🕊️💖🛐🌸🌟🙌🌍

Started by Atul Kaviraje, July 13, 2025, 10:25:07 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

शांडिल्य महाराज पुण्यतिथि: गोकर्ण (एक दीर्घ भक्तिपूर्ण हिंदी कविता)

1. पुण्यतिथि आज शांडिल्य की, गोकर्ण में श्रद्धा छाई है,
तेरह जुलाई, शुभ रविवार, भक्ति की लहर लहराई है।
ऋषि महान, ज्ञान के सागर, भक्ति सूत्र जिनसे पाया,
प्रेम और समर्पण का मार्ग, जग को तुमने समझाया।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

पुण्यतिथि आज शांडिल्य की, गोकर्ण में श्रद्धा छाई है: आज शांडिल्य महाराज की पुण्यतिथि है और गोकर्ण में श्रद्धा का माहौल है।

तेरह जुलाई, शुभ रविवार, भक्ति की लहर लहराई है: यह तेरह जुलाई, एक शुभ रविवार का दिन है, और भक्ति की लहरें हर तरफ फैल रही हैं।

ऋषि महान, ज्ञान के सागर, भक्ति सूत्र जिनसे पाया: वे महान ऋषि थे, ज्ञान के सागर, जिनसे हमें भक्ति सूत्र मिला।

प्रेम और समर्पण का मार्ग, जग को तुमने समझाया: आपने इस संसार को प्रेम और समर्पण का मार्ग सिखाया।

2. गोकर्ण की पावन भूमि पर, तुमने तपस्या की थी गहरी,
शांत मन से, एकांत में, आत्मज्ञान की राह सुफेरी।
शिव का आत्मलिंग जहाँ विराजे, वहीं तेरी वाणी गूँजी,
दिव्य उपदेशों से तुमने, हर आत्मा की प्यास बुझाई।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

गोकर्ण की पावन भूमि पर, तुमने तपस्या की थी गहरी: गोकर्ण की पवित्र भूमि पर आपने गहरी तपस्या की थी।

शांत मन से, एकांत में, आत्मज्ञान की राह सुफेरी: शांत मन से, एकांत में रहकर, आपने आत्मज्ञान का मार्ग प्रकाशित किया।

शिव का आत्मलिंग जहाँ विराजे, वहीं तेरी वाणी गूँजी: जहाँ भगवान शिव का आत्मलिंग स्थापित है, वहीं आपकी वाणी गूँजी।

दिव्य उपदेशों से तुमने, हर आत्मा की प्यास बुझाई: आपके दिव्य उपदेशों से आपने हर आत्मा की प्यास बुझाई।

3. भक्ति सूत्र में तेरा दर्शन, कण-कण में है समाया,
ईश्वर के प्रति परम प्रेम ही, सत्य तुमने बतलाया।
नियम, संयम, वैराग्य संग, प्रेम का दीप जलाया,
हर प्राणी में प्रभु का दर्शन, ये भेद तुमने समझाया।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

भक्ति सूत्र में तेरा दर्शन, कण-कण में है समाया: आपके भक्ति सूत्र का दर्शन हर कण में व्याप्त है।

ईश्वर के प्रति परम प्रेम ही, सत्य तुमने बतलाया: आपने बताया कि ईश्वर के प्रति परम प्रेम ही सच्चा ज्ञान है।

नियम, संयम, वैराग्य संग, प्रेम का दीप जलाया: आपने नियमों, संयम और वैराग्य के साथ प्रेम का दीपक जलाया।

हर प्राणी में प्रभु का दर्शन, ये भेद तुमने समझाया: आपने समझाया कि हर प्राणी में ईश्वर का वास है।

4. पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, आज हर मंदिर में गूँजे,
श्रद्धांजलि के पुष्प चढ़ाएं, मन में भाव पवित्र संजोएं।
तुम्हारे दिखाए मार्ग पर, हम भी चलने का व्रत लें,
जीवन में सादगी और सेवा, नित-नित अपनाते रहें।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, आज हर मंदिर में गूँजे: आज हर मंदिर में पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन की गूँज है।

श्रद्धांजलि के पुष्प चढ़ाएं, मन में भाव पवित्र संजोएं: हम श्रद्धा के फूल चढ़ाते हैं और मन में पवित्र भावनाएं रखते हैं।

तुम्हारे दिखाए मार्ग पर, हम भी चलने का व्रत लें: हम भी आपके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।

जीवन में सादगी और सेवा, नित-नित अपनाते रहें: हम अपने जीवन में सादगी और सेवा को हमेशा अपनाते रहें।

5. भंडारे में प्रसाद का वितरण, मिलजुल कर खाते हैं सब,
जाति-धर्म का भेद भुलाकर, एक ही प्रभु के भक्त हम।
समरसता का पाठ सिखाया, एकता का भाव बढ़ाया,
तुम्हारी शिक्षाओं से ही, जग में सद्भाव फैलाया।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

भंडारे में प्रसाद का वितरण, मिलजुल कर खाते हैं सब: भंडारे में प्रसाद बांटा जाता है, जिसे सब मिलकर खाते हैं।

जाति-धर्म का भेद भुलाकर, एक ही प्रभु के भक्त हम: जाति-धर्म का भेद भूलकर, हम सब एक ही ईश्वर के भक्त हैं।

समरसता का पाठ सिखाया, एकता का भाव बढ़ाया: आपने समरसता का पाठ सिखाया और एकता की भावना बढ़ाई।

तुम्हारी शिक्षाओं से ही, जग में सद्भाव फैलाया: आपकी शिक्षाओं से ही संसार में सद्भाव फैला।

6. आत्मा की शुद्धि का मार्ग, तुमने हमें दिखलाया,
सत्य, अहिंसा, त्याग का, दिव्य पाठ पढ़ाया।
तुम्हारे आदर्शों से प्रेरणा, हम सब पाते हैं,
इस पुण्यतिथि पर हम सब, तुम्हें नमन करते हैं।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

आत्मा की शुद्धि का मार्ग, तुमने हमें दिखलाया: आपने हमें आत्मा की शुद्धि का मार्ग दिखाया।

सत्य, अहिंसा, त्याग का, दिव्य पाठ पढ़ाया: आपने हमें सत्य, अहिंसा और त्याग का दिव्य पाठ पढ़ाया।

तुम्हारे आदर्शों से प्रेरणा, हम सब पाते हैं: हम सब आपके आदर्शों से प्रेरणा पाते हैं।

इस पुण्यतिथि पर हम सब, तुम्हें नमन करते हैं: इस पुण्यतिथि पर हम सब आपको नमन करते हैं।

7. हे शांडिल्य महाराज, तुम्हारी महिमा है अपरंपार,
तुम्हारे चरणों में है विश्वास, जीवन का हर उद्धार।
तुम्हारे आशीर्वाद से, हो सबका बेड़ा पार,
पुण्यतिथि पर तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम, बारंबार।

प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ:

हे शांडिल्य महाराज, तुम्हारी महिमा है अपरंपार: हे शांडिल्य महाराज, आपकी महिमा अनंत है।

तुम्हारे चरणों में है विश्वास, जीवन का हर उद्धार: आपके चरणों में विश्वास से ही जीवन का उद्धार होता है।

तुम्हारे आशीर्वाद से, हो सबका बेड़ा पार: आपके आशीर्वाद से सबका कल्याण हो।

पुण्यतिथि पर तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम, बारंबार: पुण्यतिथि पर आपको बार-बार कोटि-कोटि प्रणाम।

कविता का इमोजी सारांश: 🙏🕉�✨🕯�🌿🔔📖🕊�💖🛐🌸🌟🙌🌍

--अतुल परब
--दिनांक-13.07.2025-रविवार.
===========================================