कृष्ण और कंस की पराजय - कविता-⛓️😈👶❌🌧️🐍🍼😈➡️👼🐘💥👑💀🙏💖

Started by Atul Kaviraje, July 16, 2025, 10:07:40 PM

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Atul Kaviraje

कृष्ण और कंस की पराजय - कविता-

मथुरा का राजा, कंस अहंकारी,
पाप के पथ पर, था वह व्यभिचारी।
देवकी को डाला कारागार,
सोचा मिटा दूं, हर अवतार।
⛓️😈
अर्थ: मथुरा का राजा कंस बहुत अहंकारी और पापी था। उसने देवकी को जेल में डाल दिया और सोचा कि वह हर अवतार को मार देगा।

भविष्यवाणी जब कान पड़ी,
आतंक की तब लहर उठी।
आठवां पुत्र जो आएगा,
कंस का वही काल कहलाएगा।
👶❌
अर्थ: जब उसे भविष्यवाणी सुनाई दी कि देवकी का आठवां पुत्र उसका वध करेगा, तो वह डर गया और आतंकित हो उठा।

जन्म लिया जब कृष्ण कन्हाई,
गोकुल की राहें वो सरपट धाईं।
यशोदा मैया ने गोद खिलाया,
नंद बाबा का मन हर्षाया।
🌧�🐍
अर्थ: जब कृष्ण ने जन्म लिया, तो वसुदेव उन्हें यमुना पार करके गोकुल ले गए। यशोदा और नंद बाबा ने उन्हें अपने पुत्र की तरह पाला।

पूतना हो या कालिया नाग,
कंस के भेजे हर शैतान।
बाल लीला में प्रभु ने मारे,
गोकुल के संकट को टारे।
🍼😈➡️👼
अर्थ: कंस द्वारा भेजे गए पूतना और कालिया नाग जैसे सभी राक्षसों को कृष्ण ने अपनी बाल लीलाओं में ही मार डाला, और गोकुल के संकट दूर किए।

मथुरा आए, मचा हाहाकार,
गज को मारा, पहलवानों को संहार।
कंस का सिंहासन अब डोला,
धर्म का ध्वज फिर से बोला।
🐘💥
अर्थ: जब कृष्ण मथुरा आए, तो उन्होंने कंस के हाथी और पहलवानों को मार डाला। कंस का शासन डगमगा गया, और धर्म की विजय का समय आ गया।

कंस को पकड़ा, धरती पर पटका,
पापों का घड़ा, जो था भटका।
न्याय हुआ, धर्म की जीत हुई,
मथुरा की जनता अब सोई सुखी।
👑💀
अर्थ: कृष्ण ने कंस को पकड़कर मार डाला, जिससे उसके पापों का अंत हुआ। न्याय की जीत हुई और मथुरा की जनता को शांति मिली।

बुराई पर अच्छाई की जय,
कंस की पराजय, कृष्ण की जय।
सत्य की सदा होती विजय,
जय श्री कृष्ण, हर-हर विजय।
🙏💖
अर्थ: यह कथा बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाती है। कंस की हार और कृष्ण की विजय, यह सत्य की हमेशा होने वाली जीत का प्रतीक है। जय श्री कृष्ण!

संक्षेप में इमोजी: ⛓️😈👶❌🌧�🐍🍼😈➡️👼🐘💥👑💀🙏💖

--अतुल परब
--दिनांक-16.07.2025-बुधवार.
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