श्री खोपकर महाराज पुण्यतिथि पर हिंदी कविता-🪔🌺🙏😌📖🌅🕌

Started by Atul Kaviraje, July 16, 2025, 10:32:16 PM

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Atul Kaviraje

श्री खोपकर महाराज पुण्यतिथि पर हिंदी कविता-

धबधबेवाडी में आज, पावन है दिन,
खोपकर महाराज को, करते हैं नमन।
ज्ञान की गंगा बहाई, जीवन संवारा,
आज उनकी पुण्यतिथि है, जग में उजियारा।
अर्थ: आज धबधबेवाडी में पवित्र दिन है, खोपकर महाराज को हम नमन करते हैं। उन्होंने ज्ञान की गंगा बहाई, जीवन को संवारा, आज उनकी पुण्यतिथि है और जगत में उजाला है।

भक्ति का पथ दिखाया, त्याग का पाठ पढ़ाया,
हर एक आत्मा को, प्रभु से मिलाया।
मोह-माया से दूर, उनका था जीवन,
शांत और स्थिर था, उनका हर एक पल।
अर्थ: उन्होंने भक्ति का मार्ग दिखाया, त्याग का पाठ पढ़ाया, और हर आत्मा को प्रभु से मिलाया। उनका जीवन मोह-माया से दूर था, उनका हर पल शांत और स्थिर था।

जाति-धर्म का बंधन, उन्होंने तोड़ा,
मानवता के धागे से, सबको जोड़ा।
प्रेम और सद्भाव का, फैलाया संदेश,
सुख-शांति से भर दिया, हर एक देश।
अर्थ: उन्होंने जाति-धर्म का बंधन तोड़ा, और मानवता के धागे से सबको जोड़ा। प्रेम और सद्भाव का संदेश फैलाया, हर एक देश को सुख-शांति से भर दिया।

उनके वचन थे अनमोल, ज्ञान का भंडार,
जीवन को समझने का, देते थे सार।
सादगी उनके जीवन का, था आधार,
संतोष में ही पाया, सच्चा संसार।
अर्थ: उनके वचन अनमोल थे, ज्ञान का भंडार थे, वे जीवन को समझने का सार देते थे। सादगी उनके जीवन का आधार थी, उन्होंने संतोष में ही सच्चा संसार पाया।

पन्हाळा की धरती, हुई पावन उनसे,
आज भी सुगंध आती, उनके तप से।
दूर-दूर से आते हैं, भक्त दर्शन को,
मन को मिलती शांति, पाते हैं सुकून को।
अर्थ: पन्हाळा की धरती उनसे पवित्र हुई है, आज भी उनके तप से सुगंध आती है। दूर-दूर से भक्त दर्शन करने आते हैं, मन को शांति मिलती है, सुकून पाते हैं।

प्रेरणा का स्रोत वे, सदा रहेंगे हमारे,
उनके आदर्शों पर, हम सब चलेंगे प्यारे।
चलो आज हम भी, यह प्रण करें,
बाबा के दिखाए पथ पर, जीवन को संवारें।
अर्थ: वे हमेशा हमारी प्रेरणा का स्रोत रहेंगे, हम सब उनके आदर्शों पर चलेंगे प्यारे। आओ आज हम भी यह प्रण करें, कि बाबा के दिखाए मार्ग पर चलकर अपने जीवन को संवारें।

पुण्यतिथि पर उनकी, करते हैं प्रणाम,
खोपकर महाराज, अमर है आपका नाम।
आशीर्वाद आपका, बना रहे सदा,
मिट जाए हर दुख, हर कष्ट, हर बाधा।
अर्थ: उनकी पुण्यतिथि पर हम प्रणाम करते हैं, खोपकर महाराज, आपका नाम अमर है। आपका आशीर्वाद हमेशा बना रहे, हर दुख, हर कष्ट, हर बाधा मिट जाए।

कविता का संक्षिप्त अर्थ
यह कविता श्री खोपकर महाराज जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती है। इसमें उनके ज्ञान, भक्ति, त्याग, सामाजिक समरसता और सादगी जैसे गुणों का वर्णन किया गया है। कविता भक्तों की श्रद्धा और उनके आदर्शों को अपनाने के संकल्प को व्यक्त करती है, और यह प्रार्थना करती है कि उनकी शिक्षाएं हमेशा हमारे जीवन को प्रकाशित करती रहें।

कविता के लिए प्रतीक और इमोजी
दीपक: 🪔 ज्ञान और प्रकाश।

पवित्र फूल: 🌺 शुद्धता और समर्पण।

हाथ जोड़े हुए: 🙏 श्रद्धा और भक्ति।

शांत चेहरा/मुद्रा: 😌 शांति और ध्यान।

ज्ञान की पुस्तक: 📖 शिक्षा और उपदेश।

उगता सूरज: 🌅 प्रेरणा और आशा।

मंदिर का शिखर: 🕌 पवित्रता और आध्यात्मिकता।

कविता का इमोजी सारांश
🪔🌺🙏😌📖🌅🕌

--अतुल परब
--दिनांक-16.07.2025-बुधवार.
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