भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास पर हिंदी कविता-🇮🇳🚀💻🌾🔬💡⚛️🎉

Started by Atul Kaviraje, July 16, 2025, 10:36:09 PM

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Atul Kaviraje

भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास पर हिंदी कविता-

भारत की धरती, ज्ञान का है धाम,
विज्ञान और तकनीक, फैला हर नाम।
प्राचीन काल से यह, गौरव है हमारा,
आर्यभट्ट, चरक से, जग सारा चमका।
अर्थ: भारत की धरती ज्ञान का घर है, विज्ञान और तकनीक ने हर जगह अपना नाम फैलाया है। प्राचीन काल से यह हमारा गौरव है, आर्यभट्ट और चरक जैसे विद्वानों से पूरा विश्व प्रकाशित हुआ।

स्वतंत्रता की जब हमने, नई राह चुनी,
नेहरू के सपनों से, नींव हुई बुनी।
IITs, प्रयोगशालाएं, बने हर संस्थान,
आत्मनिर्भरता की ओर, बढ़ा देश महान।
अर्थ: जब हमने स्वतंत्रता की नई राह चुनी, तो नेहरू के सपनों से नींव रखी गई। IITs और प्रयोगशालाएं, हर संस्थान बने, और महान देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा।

अंतरिक्ष में ISRO ने, कमाल कर दिखाया,
चंद्रयान, मंगलयान से, इतिहास रचाया।
गगनयान की तैयारी, मानव भेजेगा अब,
अंतरिक्ष में भारत का, गूंजेगा नाम अब।
अर्थ: ISRO ने अंतरिक्ष में कमाल कर दिखाया है, चंद्रयान और मंगलयान से इतिहास रचा है। गगनयान की तैयारी है, अब मानव को भेजा जाएगा, अब अंतरिक्ष में भारत का नाम गूंजेगा।

परमाणु शक्ति में भी, हमने पाई महारत,
होमी भाभा ने दी, शांति की ताकत।
ऊर्जा की सुरक्षा, देश का सम्मान,
हर दिशा में भारत, बढ़ा है महान।
अर्थ: परमाणु शक्ति में भी हमने महारत हासिल की है, होमी भाभा ने शांति की ताकत दी। ऊर्जा की सुरक्षा और देश का सम्मान, हर दिशा में भारत महान बना है।

IT और सॉफ्टवेयर में, हम विश्व गुरु बने,
बेंगलुरु है सिलिकॉन, सपने हुए घने।
टीसीएस, इंफोसिस ने, नाम ऊंचा किया,
लाखों को रोजगार, सुख-चैन दिया।
अर्थ: IT और सॉफ्टवेयर में हम विश्व गुरु बन गए हैं, बेंगलुरु सिलिकॉन वैली है, सपने साकार हुए हैं। TCS और Infosys ने नाम ऊंचा किया है, लाखों लोगों को रोजगार और सुख-चैन दिया है।

कृषि में हरित क्रांति, लाई है खुशहाली,
गेहूं और चावल से, भरी हर थाली।
एम. एस. स्वामीनाथन, का था यह कमाल,
भारत बना अब, अन्न दाता बेमिसाल।
अर्थ: कृषि में हरित क्रांति ने खुशहाली लाई है, गेहूं और चावल से हर थाली भरी है। यह एम. एस. स्वामीनाथन का कमाल था, भारत अब बेमिसाल अन्न दाता बन गया है।

बायोटेक और फार्मा में, हमने की है प्रगति,
कोरोना वैक्सीन से, बचाई है संस्कृति।
डिजिटल इंडिया का, है अब नया दौर,
AI और 5G से, बदलेंगे हर ओर।
अर्थ: बायोटेक और फार्मा में हमने प्रगति की है, कोरोना वैक्सीन से संस्कृति बचाई है। अब डिजिटल इंडिया का नया दौर है, AI और 5G से हर तरफ बदलाव आएगा।

कविता का संक्षिप्त अर्थ
यह कविता भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास की गाथा प्रस्तुत करती है। यह प्राचीन भारत के गणितज्ञों और चिकित्सकों के योगदान से लेकर स्वतंत्र भारत के अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि (हरित क्रांति), जैव प्रौद्योगिकी और डिजिटल क्षेत्र में की गई प्रगति को दर्शाती है। कविता भारत की आत्मनिर्भरता, नवाचार और भविष्य की तकनीकों पर केंद्रित प्रयासों को उजागर करती है, और देश की वैज्ञानिक उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करती है।

कविता के लिए प्रतीक और इमोजी
भारतीय ध्वज: 🇮🇳 राष्ट्र का प्रतीक।

स्पेस रॉकेट: 🚀 अंतरिक्ष यात्रा और सफलता।

कंप्यूटर चिप: 💻 तकनीकी प्रगति।

गेहूं की बालियां: 🌾 कृषि और समृद्धि।

माइक्रोस्कोप: 🔬 वैज्ञानिक अनुसंधान।

बल्ब (आइडिया): 💡 नवाचार।

एटम (परमाणु): ⚛️ वैज्ञानिक शक्ति।

हाथ ऊपर उठाना (सफलता): 🎉 उत्सव और उपलब्धि।

कविता का इमोजी सारांश
🇮🇳🚀💻🌾🔬💡⚛️🎉

--अतुल परब
--दिनांक-16.07.2025-बुधवार.
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