विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस: न्याय की मशाल (१७ जुलाई २०२५ - गुरुवार)-📅⚖️📜

Started by Atul Kaviraje, July 18, 2025, 05:41:34 PM

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Atul Kaviraje

विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस: न्याय की मशाल (१७ जुलाई २०२५ - गुरुवार)-

आज सत्रां जुला'ई है, दिन गुरुवार का आया,
विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस, हमने आज मनाया।
रोम संविधि की गाथा, जब सत्रानवे में बुनी,
जवाबदेही की मशाल, तब से ये है धुनी।
अर्थ: आज १७ जुलाई, गुरुवार है, और हम विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस मना रहे हैं। १९९८ में रोम संविधि की स्थापना हुई, और तब से जवाबदेही की यह मशाल जल रही है।

अपराध जो हों सबसे जघन्य, नरसंहार या युद्ध का पाप,
मानवता के विरुद्ध जो उठे, उस हर बुरे का ताप।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय, उन सबको पुकारता,
कोई न बचे बचकर, हर अपराधी हारता।
अर्थ: जो सबसे जघन्य अपराध हैं, जैसे नरसंहार या युद्ध के पाप, और मानवता के विरुद्ध जो भी होता है, उस हर बुरे कार्य का ताप। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय उन सभी अपराधियों को पुकारता है, कोई भी बच नहीं पाता, हर अपराधी हारता है।

पीड़ितों की आवाज़ बने, उनकी है ये पुकार,
क्षतिपूर्ति का मिले उन्हें, पूरा-पूरा अधिकार।
संविधि की ये देन है, जो है बड़ी महान,
न्याय की है राह ये, मिटाए हर अपमान।
अर्थ: यह पीड़ितों की आवाज़ बनती है, उनकी पुकार है। उन्हें क्षतिपूर्ति का पूरा अधिकार मिले। यह संविधि की एक महान देन है, यह न्याय की राह है, जो हर अपमान को मिटाती है।

राज्यों का सहयोग चाहिए, पर चुनौती भी है बड़ी,
राजनीति की उलझन में, राहें होती हैं अड़ी।
फिर भी ये कदम है, भविष्य की ओर बढ़ा,
न्याय की ये ज्योत जले, चाहे अंधेरा हो घड़ा।
अर्थ: राज्यों का सहयोग चाहिए, पर चुनौतियाँ भी बड़ी हैं। राजनीति की उलझन में राहें रुक जाती हैं। फिर भी यह भविष्य की ओर बढ़ा एक कदम है; न्याय की यह ज्योति जलती रहे, चाहे कितना भी अंधेरा हो।

शांति और न्याय का, है गहरा ये नाता,
जहाँ न्याय न हो, वहाँ शांति न आता।
जवाबदेही के बिना, न हो कोई सुलह,
न्याय की रोशनी में, हर अंधियारा धुला।
अर्थ: शांति और न्याय का गहरा संबंध है; जहाँ न्याय न हो, वहाँ शांति नहीं आती। जवाबदेही के बिना कोई सुलह नहीं हो सकती, और न्याय की रोशनी में हर अंधियारा धुल जाता है।

उदाहरण हैं कई इसके, जिसने इंसाफ दिया,
अपराधियों को पकड़ा, हर जुर्म का हिसाब किया।
व्यक्तियों की जिम्मेदारी, ये भी है एक पुकार,
अपने समाज में, न्याय लाओ बारम्बार।
अर्थ: इसके कई उदाहरण हैं, जिसने न्याय दिया है। अपराधियों को पकड़ा है और हर जुर्म का हिसाब किया है। व्यक्तियों की भी जिम्मेदारी है, यह भी एक पुकार है, कि अपने समाज में बार-बार न्याय लाओ।

विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस, है एक उम्मीद,
अत्याचारों के खिलाफ, ये है मजबूत एक भीत।
आओ मिलकर करें हम, न्याय का ये सम्मान,
जहाँ हर पीड़ित को मिले, सच्चा और पूरा विधान।
अर्थ: विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस एक उम्मीद है। अत्याचारों के खिलाफ यह एक मजबूत दीवार है। आओ, हम सब मिलकर न्याय का यह सम्मान करें, जहाँ हर पीड़ित को सच्चा और पूरा न्याय मिले।

कविता के प्रतीक और इमोजी:

📅 कैलेंडर: दिवस की तारीख।

⚖️ तराजू: न्याय और संतुलन का प्रतीक।

📜 स्क्रॉल: रोम संविधि और कानूनी दस्तावेज़।

🕊� कबूतर: शांति और आशा।

🏛� न्यायालय: अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय।

🚨 सायरन लाइट: अपराध और जवाबदेही।

💔 टूटा दिल: पीड़ितों का दर्द।

💖 चमकता दिल: पुनर्वास और हीलिंग।

🚧 निर्माण: चुनौतियाँ।

💡 प्रकाश बल्ब: ज्ञान, समाधान, उम्मीद।

🤝 हाथ मिलाना: सहयोग और शांति।

🌍 पृथ्वी ग्लोब: वैश्विक प्रभाव।

🌟 चमकता तारा: एक न्यायपूर्ण विश्व का लक्ष्य।

इमोजी सारांश: 📅⚖️📜🕊�🏛�🚨💔💖🚧💡🤝🌍🌟 - ये इमोजी कविता के मूल विचारों को दर्शाते हैं, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय न्याय का महत्व, अपराधों के खिलाफ लड़ाई, पीड़ितों के अधिकार, चुनौतियाँ और एक न्यायपूर्ण विश्व की उम्मीद शामिल है।

--अतुल परब
--दिनांक-17.07.2025-गुरुवार.
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