महात्मा गांधी: एक अमर प्रेरणा (एक भक्तिपूर्ण कविता)-📅🙏🕊️⚖️🚶‍♂️✊🧂🏡🧵🤝📚🕉️

Started by Atul Kaviraje, July 18, 2025, 05:42:19 PM

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Atul Kaviraje

महात्मा गांधी: एक अमर प्रेरणा (एक भक्तिपूर्ण कविता)-

सत्रां जुला'ई है, दिन गुरुवार का आया,
बापू की शिक्षाओं को, मन ने आज है गाया।
एक ऐसा महापुरुष, जो युगों तक रहेगा,
सत्य और अहिंसा का, पाठ सदा वो देगा।
अर्थ: आज १७ जुलाई, गुरुवार है, और मेरा मन महात्मा गांधी की शिक्षाओं को गा रहा है। वह एक ऐसे महापुरुष हैं जो युगों तक रहेंगे, और हमेशा सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाते रहेंगे।

सत्य का वे पुतला थे, अहिंसा जिनकी शान,
बिना हथियार के लड़े, जगाया था स्वाभिमान।
सत्याग्रह की राह चुनी, लड़ी अजब सी जंग,
ब्रिटिश साम्राज्य भी हारा, देख उनका ये रंग।
अर्थ: वे सत्य के पुतला थे और अहिंसा उनकी शान थी। उन्होंने बिना हथियार के लड़ाई लड़ी और लोगों में स्वाभिमान जगाया। उन्होंने सत्याग्रह की राह चुनी और एक अनोखी जंग लड़ी, ब्रिटिश साम्राज्य भी उनका यह तरीका देखकर हार गया।

ग्राम स्वराज का सपना, मन में था बसाया,
चरखे से खादी को, जन-जन तक फैलाया।
आत्मनिर्भरता का मंत्र, उन्होंने था दिया,
हर भारतीय को फिर से, जग में ऊँचा किया।
अर्थ: उन्होंने अपने मन में ग्राम स्वराज का सपना बसाया था और चरखे के माध्यम से खादी को जन-जन तक फैलाया। उन्होंने आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया, जिससे हर भारतीय को दुनिया में फिर से उच्च स्थान मिला।

हरिजन का नाम दिया, मिटाई छुआछूत,
समानता का भाव भरा, हर मन में सबूत।
शिक्षा की 'नई तालीम', अनुभव से थी भरी,
नैतिकता और हुनर से, हर आत्मा थी खरी।
अर्थ: उन्होंने दलितों को हरिजन नाम दिया और छुआछूत को मिटाया, हर मन में समानता का भाव भरा। उनकी 'नई तालीम' शिक्षा अनुभव से भरी थी, जिससे हर आत्मा नैतिकता और हुनर से खरी उतरी।

सर्वधर्म समभाव का, वे थे सच्चे प्रतीक,
हर मज़हब को मानते, वे थे सबसे अधिक।
स्वच्छता को भक्ति माना, स्वास्थ्य का था ध्यान,
सादा जीवन उच्च विचार, उनका था पहचान।
अर्थ: वे सर्वधर्म समभाव के सच्चे प्रतीक थे, सभी धर्मों को समान रूप से मानते थे। उन्होंने स्वच्छता को भक्ति और स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण माना। सादा जीवन और उच्च विचार उनकी पहचान थी।

ट्रस्टीशिप का सिद्धांत, उन्होंने था समझाया,
धनी को समाज का, न्यासी था बताया।
विनम्रता, सादगी उनकी, बनी थी मिसाल,
उनका जीवन ही था, हर शिक्षा की ढाल।
अर्थ: उन्होंने ट्रस्टीशिप का सिद्धांत समझाया, जिसमें धनी व्यक्तियों को समाज का न्यासी (ट्रस्टी) बताया गया। उनकी विनम्रता और सादगी एक मिसाल बन गई थी, उनका जीवन ही हर शिक्षा का ढाल था।

अमर हैं उनके आदर्श, सदा ही चमकेंगे,
विश्व के कण-कण में, अहिंसा भरेंगे।
शांति के वो दूत थे, हर मन में अब बसें,
गांधीजी की विरासत, पीढ़ी-दर-पीढ़ी तरसे।
अर्थ: उनके आदर्श अमर हैं और हमेशा चमकते रहेंगे, विश्व के हर कण में अहिंसा भरेंगे। वे शांति के दूत थे, जो अब हर मन में बसें। गांधीजी की विरासत पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ती रहे।

कविता के प्रतीक और इमोजी:

📅 कैलेंडर: दिन को दर्शाता है।

🙏 हाथ जोड़ना: श्रद्धा और सम्मान।

🕊� सफेद कबूतर: अहिंसा और शांति।

⚖️ तराजू: सत्य और न्याय।

🚶�♂️ चलने वाला व्यक्ति: सत्याग्रह और दांडी मार्च।

✊ उठी मुट्ठी: प्रतिरोध।

🧂 नमक: नमक सत्याग्रह।

🏡 घर: ग्राम स्वराज।

🧵 चरखा: आत्मनिर्भरता और खादी।

🤝 हाथ मिलाना: समानता और भाईचारा।

📚 किताब: शिक्षा और ज्ञान।

🕉�✝️☪️ धार्मिक प्रतीक: सर्वधर्म समभाव।

🧼 साबुन: स्वच्छता।

💰 पैसे का ढेर: ट्रस्टीशिप।

🧘 ध्यान करता व्यक्ति: अनुशासन और सादगी।

🌍 पृथ्वी ग्लोब: वैश्विक प्रेरणा।

✨ चमक: अमरता और विरासत।

इमोजी सारांश: 📅🙏🕊�⚖️🚶�♂️✊🧂🏡🧵🤝📚🕉�✝️☪️🧼💰🧘🌍✨ - ये इमोजी कविता के मूल विचारों को दर्शाते हैं, जिसमें गांधीजी के प्रमुख सिद्धांत, उनके आंदोलन, सामाजिक सुधार, शिक्षा और वैश्विक प्रभाव शामिल हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-17.07.2025-गुरुवार.
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