लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे स्मृतिदिन पर एक कविता 🕊️

Started by Atul Kaviraje, July 18, 2025, 10:35:25 PM

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Atul Kaviraje

लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे स्मृतिदिन पर एक कविता 🕊�

चरण 1: जन्म भूमि की कहानी
मिट्टी का लाल, महाराष्ट्र की शान,
गरीबी में जन्मा, सहता अपमान।
अण्णाभाऊ साठे, नाम है महान,
दलितों की आवाज़, जन-जन की जान। 😔📚

हिंदी अर्थ: अण्णाभाऊ साठे महाराष्ट्र की धरती पर पैदा हुए एक महान व्यक्ति थे, जिन्होंने गरीबी और अपमान सहा। वे दलितों की आवाज़ बने और जनता के बीच लोकप्रिय हुए।

चरण 2: शिक्षा नहीं, पर ज्ञान अपार
किताबें कम थीं, पर अनुभव से भरा,
दुनिया को देखा, हर दर्द को सरा।
ज्ञान की गंगा, शब्दों से बहा,
अंधेरे में आशा की किरण जगा। ✨📖

हिंदी अर्थ: उन्हें औपचारिक शिक्षा नहीं मिली, लेकिन उनके पास अनुभवों से भरा अपार ज्ञान था। उन्होंने दुनिया को करीब से देखा और हर दर्द को समझा। उनके शब्द ज्ञान की धारा बनकर अंधेरे में आशा की किरण जगाते थे।

चरण 3: कलम की शक्ति, साहित्य का सागर
उपन्यास लिखे, कहानियाँ भी गाईं,
नाटक, लावणी, पोवाड़े सुनाई।
हर अक्षर में पीड़ा समाई,
समाज को राह नई दिखाई। ✒️💔

हिंदी अर्थ: उन्होंने कई उपन्यास और कहानियाँ लिखीं, साथ ही नाटक, लावणी और पोवाड़े भी प्रस्तुत किए। उनके हर शब्द में दलितों की पीड़ा समाहित थी और उन्होंने समाज को एक नई दिशा दिखाई।

चरण 4: लोक कला के सम्राट
शाहिरी का जादू, दिल में उतरता,
जनता के मन को, छूकर गुजरता।
क्रांति का संदेश, हर धुन में भरता,
जागृति की लौ, हर कोने में करता। 🎶✊

हिंदी अर्थ: उनकी शाहिरी कला का जादू लोगों के दिलों में उतर जाता था। उनके गानों की हर धुन में क्रांति का संदेश भरा होता था, जिससे हर कोने में जागृति की लौ प्रज्वलित होती थी।

चरण 5: संघर्ष का पथ, समानता का ध्येय
अन्याय के खिलाफ, सदा आवाज़ उठाई,
दलितों के हक़ की, लड़ाई लड़ाई।
भेदभाव मिटाने, पूरी जान लगाई,
समता की राह, जग को सिखाई। ⚖️🛡�

हिंदी अर्थ: उन्होंने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाई और दलितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने भेदभाव को मिटाने के लिए अपनी पूरी जान लगा दी और दुनिया को समानता का मार्ग दिखाया।

चरण 6: अमर है संदेश, अमर है विचार
आज भी प्रासंगिक, उनके हैं विचार,
प्रेरणा देते, हर पल बारंबार।
बदलाव की मशाल, जलाएंगे हमार,
करेंगे पूरा, उनका हर सपना साकार। 🌟💫

हिंदी अर्थ: उनके विचार आज भी बहुत प्रासंगिक हैं और हमें हर पल प्रेरणा देते हैं। हम उनके दिखाए मार्ग पर चलकर बदलाव की मशाल जलाएंगे और उनके हर सपने को साकार करेंगे।

चरण 7: श्रद्धांजलि अर्पित, नमन बारंबार
स्मृतिदिन है आज, करते हैं प्रणाम,
अण्णाभाऊ साठे, तेरा अविस्मरणीय काम।
इतिहास में तेरा, स्वर्णिम है नाम,
शांति मिले तुझे, मिले सदा आराम। 🙏🌹

हिंदी अर्थ: आज उनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें प्रणाम करते हैं। अण्णाभाऊ साठे का कार्य अविस्मरणीय है। इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। हम कामना करते हैं कि उन्हें शांति मिले।

सारांश (Summary) 📜
यह कविता लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे के जीवन, संघर्ष और उनके साहित्यिक तथा सामाजिक योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। इसमें उनकी गरीबी, शिक्षा की कमी के बावजूद ज्ञान, कलम की शक्ति, लोक कला, सामाजिक संघर्ष और समानता के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का वर्णन है। कविता अंततः उनके अमर संदेश और विरासत को याद करती है।

--अतुल परब
--दिनांक-18.07.2025-शुक्रवार.
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