मासाहेबी उरुस, तेलगाव पर एक कविता 🌸

Started by Atul Kaviraje, July 18, 2025, 10:36:05 PM

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Atul Kaviraje

मासाहेबी उरुस, तेलगाव पर एक कविता 🌸

चरण 1: तेलगाव की पावन भूमि
दक्षिण सोलापूर, तेलगाव है नाम,
एक पावन भूमि, दरगाह का धाम।
मासाहेबी उरुस, जिसका है काम,
हर साल आता, खुशियों का पैगाम। 🏞�✨

हिंदी अर्थ: दक्षिण सोलापूर के तेलगाव में एक पवित्र दरगाह है, जहाँ मासाहेबी उरुस हर साल खुशियों का संदेश लेकर आता है।

चरण 2: श्रद्धा और आस्था का संगम
हजरत शाह मासाहेब, जिनका है नूर,
दरगाह पे आते, भक्त दूर-दूर।
श्रद्धा का सागर, आँखों में भरपूर,
हर दिल में उनके, बसता है फितूर। 🙏💖

हिंदी अर्थ: हजरत शाह मासाहेब के नूर से सुशोभित दरगाह पर दूर-दूर से भक्त आते हैं। उनकी आँखों में श्रद्धा का सागर होता है और हर दिल में उनके प्रति अटूट विश्वास बसता है।

चरण 3: एकता का अनुपम दृश्य
न कोई मजहब, न कोई दीवार,
सब आते यहाँ, करते हैं प्यार।
हिंदू-मुस्लिम सब, एक परिवार,
भाईचारे का दिखता, अनुपम संसार। 🤝🌍

हिंदी अर्थ: यहाँ कोई मजहब या दीवार नहीं है; सभी लोग प्यार से आते हैं। हिंदू-मुस्लिम सभी एक परिवार की तरह मिलते हैं, जहाँ भाईचारे का एक अद्भुत संसार दिखाई देता है।

चरण 4: कव्वाली और लंगर की बहार
कव्वाली की धुन, रूह को छू जाए,
आत्मा में शांति, हर पल जगाए।
लंगर का भोजन, सब मिलके खाएं,
कोई भी भूखा, वापस न जाए। 🎶🍽�

हिंदी अर्थ: कव्वाली की धुनें आत्मा को छू जाती हैं और हर पल मन में शांति जगाती हैं। लंगर में सभी मिलकर भोजन करते हैं, ताकि कोई भी भूखा वापस न जाए।

चरण 5: मन्नतों की पूरी कहानी
दुख मिटते हैं, मिलती है राह,
मुश्किलें होती हैं, आसान यहाँ।
मन्नतों का दर, सुनते हैं आह,
पूरी होती हर, दिल की हर चाह। 🤲🌟

हिंदी अर्थ: यहाँ दुख दूर होते हैं और सही राह मिलती है, मुश्किलें आसान हो जाती हैं। यह मन्नतों का दर है जहाँ हर आह सुनी जाती है और हर दिल की इच्छा पूरी होती है।

चरण 6: मेला और खुशियों का दौर
चौपाल लगती, सजे हैं बाजार,
खुशियों से भरता, सारा संसार।
बच्चे खेलते, गाते हैं यार,
उत्सव का माहौल, करते हैं प्यार। 🛍�🎠

हिंदी अर्थ: यहाँ चौपाल लगती है और बाजार सजते हैं, जिससे सारा संसार खुशियों से भर जाता है। बच्चे खेलते हैं और लोग आपस में प्यार करते हुए उत्सव का माहौल बनाते हैं।

चरण 7: शांति का संदेश, आज भी महान
मासाहेबी उरुस, है एक मिसाल,
शांति और एकता, हर पल कमाल।
नफरत मिटाकर, भर दो धमाल,
प्रेम का दीपक, जलाओ हर हाल। 🕊�☮️

हिंदी अर्थ: मासाहेबी उरुस शांति और एकता का एक अद्भुत उदाहरण है। यह हमें सिखाता है कि नफरत को मिटाकर हर हाल में प्रेम का दीपक जलाना चाहिए।

सारांश (Summary) 📜
यह कविता मासाहेबी उरुस के महत्व को दर्शाती है, जहाँ तेलगाव की पवित्र भूमि पर श्रद्धालु एकजुट होते हैं। यह कविता श्रद्धा, एकता, कव्वाली, लंगर और मन्नतों के पूरे होने की कहानियों का वर्णन करती है, और अंततः शांति और भाईचारे के संदेश को उजागर करती है जो यह उरुस फैलाता है।

--अतुल परब
--दिनांक-18.07.2025-शुक्रवार.
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