आधुनिक जीवनशैली और उसकी चुनौतियों पर एक कविता 🏙️

Started by Atul Kaviraje, July 18, 2025, 10:41:11 PM

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Atul Kaviraje

आधुनिक जीवनशैली और उसकी चुनौतियों पर एक कविता 🏙�

चरण 1: शहर की ये नई दौड़
शहर की ये दौड़, है कितनी तेज,
आधुनिक जीवन, का है नया फेज।
सुविधाएं अपार, हर हाथ में मेज,
पर सुकून कहाँ, मन में है क्रेज। 🏃�♀️📱

हिंदी अर्थ: शहर में जीवन की गति बहुत तेज है, यह आधुनिक जीवन का एक नया चरण है। हर हाथ में तकनीक की सुविधा है, पर मन में सुकून कहाँ है, बस एक ललक या क्रेज है।

चरण 2: मोबाइल की दुनिया, असली से दूर
मोबाइल की दुनिया, करती है जादू,
वर्चुअल रिश्ते, न कोई सादू।
अपनों से दूर हम, स्क्रीन से वादू,
अकेलापन बढ़े, दिल में है कादू। 🌐💔

हिंदी अर्थ: मोबाइल की दुनिया जादू करती है, वर्चुअल रिश्ते बनते हैं, जो सच्चे नहीं होते। हम अपनों से दूर होकर स्क्रीन में व्यस्त रहते हैं, जिससे अकेलापन बढ़ता है और दिल में खालीपन महसूस होता है।

चरण 3: तनाव का बढ़ता साया
काम का दबाव, हर पल है भारी,
नींद अधूरी, चिंता है जारी।
तनाव का साया, हर पल है जारी,
मन की शांति, लगती है न्यारी। 😩⏰

हिंदी अर्थ: काम का दबाव हर पल बहुत भारी होता है, नींद अधूरी रहती है और चिंता लगातार बनी रहती है। तनाव का साया हर पल फैला रहता है, और मन की शांति बहुत दुर्लभ लगती है।

चरण 4: खाने में फ़ास्ट, सेहत का लोस
पिज़्ज़ा, बर्गर, हर जगह है जोश,
सेहत से करते, हम अक्सर दोष।
पेट का बढ़ना, बीमारी का कोष,
शारीरिक गतिविधि, लेती है मोष। 🍔📉

हिंदी अर्थ: पिज्जा, बर्गर हर जगह जोश में खाए जाते हैं, जिससे हम अक्सर अपनी सेहत से समझौता करते हैं। मोटापा और बीमारियाँ बढ़ती हैं, और शारीरिक गतिविधि कम होती जाती है।

चरण 5: पर्यावरण की चिंता, गहरा प्रभाव
प्लास्टिक का ढेर, हवा में ज़हर,
जलवायु बदले, धरती पे कहर।
प्रकृति का संतुलन, हुआ बेखबर,
आने वाली पीढ़ी, क्या देखेगी सफर। 🌍🏭

हिंदी अर्थ: प्लास्टिक के ढेर और हवा में जहर है, जलवायु बदल रही है और धरती पर संकट आ रहा है। प्रकृति का संतुलन बिगड़ गया है, पता नहीं आने वाली पीढ़ी क्या देखेगी।

चरण 6: पैसे की भूख, रिश्तों पे वार
कमाने की चाहत, रहती है दिन-रात,
रिश्तों पे पड़ती, अक्सर ये घात।
धन ही सब कुछ, ये कैसी है बात,
खुशियाँ कहाँ, जब छूटेगा साथ। 💸💔

हिंदी अर्थ: दिन-रात पैसा कमाने की चाहत रहती है, जिससे अक्सर रिश्तों पर बुरा असर पड़ता है। जब धन को ही सब कुछ मान लेते हैं, तो खुशी कहाँ मिलेगी, खासकर जब अपनों का साथ छूट जाए।

चरण 7: संतुलन की है आज दरकार
आओ करें कोशिश, जीवन को थामें,
संतुलन बनाएँ, खुद को पहचानें।
डिजिटल डिटॉक्स, सेहत पे ध्यान दें,
खुशियों से भर दें, हर एक शामें। 🧘�♀️🌟

हिंदी अर्थ: आओ हम कोशिश करें और जीवन को संभालें, संतुलन बनाएं और खुद को पहचानें। डिजिटल दुनिया से थोड़ा दूर रहें और सेहत पर ध्यान दें, ताकि हर शाम खुशियों से भर जाए।

--अतुल परब
--दिनांक-18.07.2025-शुक्रवार.
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