AI और विशेषज्ञ प्रणालियों की प्रतीकात्मक शुरुआत - अच्युत गोडबोले - कविता-🤖🧠💡

Started by Atul Kaviraje, July 20, 2025, 05:29:39 PM

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Atul Kaviraje

AI और विशेषज्ञ प्रणालियों की प्रतीकात्मक शुरुआत - अच्युत गोडबोले -हिंदी कविता-

AI की कहानी, है बहुत पुरानी,
बुद्धि को मशीनों में, भरने की ठानी।
गोडबोले ने खोला, यह गहरा राज,
मानव-मशीन का, कैसे हुआ आगाज।
अर्थ: AI की कहानी बहुत पुरानी है, जिसमें बुद्धि को मशीनों में भरने का संकल्प लिया गया था। गोडबोले ने इस गहरे रहस्य को खोला कि कैसे मानव और मशीन का संगम शुरू हुआ।

टूरिंग का परीक्षण, एक सपना अनोखा,
मशीन जो सोचे, ना दे कभी धोखा।
लॉजिक के नियम से, चला यह हिसाब,
ज्ञान का यह प्रतीक, बना एक किताब।
अर्थ: टूरिंग का परीक्षण एक अनोखा सपना था, जिसमें मशीन सोचे और कभी धोखा न दे। लॉजिक के नियमों से यह हिसाब चला, ज्ञान का यह प्रतीक एक किताब बन गया।

विशेषज्ञ प्रणाली, बनी तब महान,
डॉक्टर का ज्ञान, मशीन में स्थान।
बीमारी निदान हो, या रसायन की खोज,
मानव दिमाग की, अब मशीन में मौज।
अर्थ: विशेषज्ञ प्रणाली तब महान बनी, डॉक्टर का ज्ञान मशीन में स्थापित हुआ। चाहे बीमारी का निदान हो या रसायन की खोज, मानव दिमाग की अब मशीन में सुविधा है।

ज्ञान को भरने में, आई मुश्किल बड़ी,
लाखों ही नियम थे, हर एक घड़ी।
'बॉटलनेक' आया, हुई धीमी चाल,
मशीन थी उलझी, ना संभला यह जाल।
अर्थ: ज्ञान को भरने में बहुत बड़ी मुश्किल आई, हर घड़ी लाखों नियम थे। 'बॉटलनेक' आया, चाल धीमी हो गई, मशीन उलझ गई, यह जाल संभला नहीं।

सीखने की क्षमता, थी उसमें कम,
हर नई बात को, प्रोग्राम करें हम।
नियमों के घेरे में, वो रही कैद,
अनिश्चितता से डरती, ना कोई भेद।
अर्थ: उसमें सीखने की क्षमता कम थी, हर नई बात के लिए हमें उसे प्रोग्राम करना पड़ता था। वह नियमों के घेरे में कैद रही, अनिश्चितता से डरती थी, कोई भेद नहीं था।

फिर 'AI विंटर' आया, छाई उदासी,
अनुसंधान थमा, जैसे कोई फांसी।
लेकिन वही नींव थी, भविष्य की राह,
नई तकनीक की, जगी थी यह चाह।
अर्थ: फिर 'AI विंटर' आया, उदासी छा गई, अनुसंधान थम गया जैसे कोई फांसी। लेकिन वही भविष्य की राह की नींव थी, नई तकनीक की यह चाह जगी थी।

गोडबोले ने बताया, यह कैसा सफर,
ज्ञान का संगम है, विज्ञान की लहर।
आज का यह AI, उनकी ही देन,
शुरुआत थी प्रतीकात्मक, पर है यह चेन।
अर्थ: गोडबोले ने बताया कि यह कैसा सफर है, ज्ञान का संगम और विज्ञान की लहर है। आज का यह AI उनकी ही देन है, शुरुआत प्रतीकात्मक थी, पर यह एक श्रृंखला है।

कविता का संक्षिप्त अर्थ
यह कविता अच्युत गोडबोले के 'AI और विशेषज्ञ प्रणालियों की प्रतीकात्मक शुरुआत' के विश्लेषण पर आधारित है। यह मानव बुद्धि की नकल करने के शुरुआती सपनों, एलन टूरिंग के योगदान, प्रतीकात्मक AI और विशेषज्ञ प्रणालियों के विकास पर प्रकाश डालती है। कविता ज्ञान प्रतिनिधित्व की चुनौतियों, 'बॉटलनेक' समस्या, सीखने की क्षमता की कमी, और AI 'विंटर' के दौर को भी छूती है, अंत में यह बताती है कि कैसे इन शुरुआती प्रयासों ने आधुनिक AI की नींव रखी।

कविता के लिए प्रतीक और इमोजी

रोबोट चेहरा: 🤖 AI और मशीनें।

ब्रेन: 🧠 मानव बुद्धि।

लॉजिक गेट: 💡 तर्क।

विशेषज्ञ: 🧑�🔬 ज्ञान।

पुस्तक: 📚 ज्ञान प्रतिनिधित्व।

जंजीर: 🔗 सीमाएँ।

बर्फ का टुकड़ा: ❄️ AI विंटर।

अंकुर: 🌱 भविष्य की नींव।

कविता का इमोजी सारांश
🤖🧠💡🧑�🔬📚🔗❄️🌱

--अतुल परब
--दिनांक-20.07.2025-रविवार.
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