भक्तिभाव पूर्ण कविता: सूर्य देव का 'ऊर्जा केंद्र' के रूप में महत्व-☀️🙏✨🌌💡🌿

Started by Atul Kaviraje, July 20, 2025, 10:16:24 PM

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Atul Kaviraje

भक्तिभाव पूर्ण दीर्घ हिंदी कविता: सूर्य देव का 'ऊर्जा केंद्र' के रूप में महत्व-

१. [पहला चरण]
तेजस्वी सूर्य देव, तुम ऊर्जा के धाम,
समस्त सृष्टि का, तुमसे ही है काम।
ब्रह्मांड के तुम हो, 'ऊर्जा केंद्र' महान,
जीवन का दाता, तुम्हें करें हम प्रणाम।

अर्थ: हे तेजस्वी सूर्य देव, आप ऊर्जा के धाम हैं, संपूर्ण सृष्टि का कार्य आपसे ही चलता है। आप ब्रह्मांड के महान 'ऊर्जा केंद्र' हैं, जीवन के दाता हैं, हम आपको प्रणाम करते हैं।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: ☀️🙏✨🌌

२. [दूसरा चरण]
तिमिर को हटाकर, तुम लाते हो प्रकाश,
हर जीव में भरते, नव जीवन का आभास।
पेड़-पौधे फलें, तुमसे ही है अन्न,
तुम्हारे बिना तो, जीवन है निष्पन्न।

अर्थ: आप अंधकार को हटाकर प्रकाश लाते हैं, हर जीव में नए जीवन का एहसास भरते हैं। पेड़-पौधे आपसे ही फलते-फूलते हैं और अन्न भी आपसे ही मिलता है। आपके बिना जीवन व्यर्थ है।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: 💡🌿🍎🚫

३. [तीसरा चरण]
विटामिन डी मिले, किरणों से तुम्हारी,
हड्डियाँ बनें मजबूत, रोग भी हों हारी।
स्वास्थ्य का वरदान, तुम्ही तो देते हो,
तन और मन को, हर पल चेतते हो।

अर्थ: आपकी किरणों से विटामिन डी मिलता है, जिससे हड्डियाँ मजबूत होती हैं और रोग भी हार जाते हैं। आप ही स्वास्थ्य का वरदान देते हैं, और शरीर व मन को हर पल जागरूक करते हैं।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: 🦴💪🛡�🧠

४. [चौथा चरण]
मौसम बदलते हैं, तुमसे ही है ये खेल,
गर्मी, सर्दी, वर्षा, सबका है तुमसे मेल।
फसलों को देते हो, जीवन का आधार,
प्रकृति का संतुलन, तुमसे है संसार।

अर्थ: मौसम का बदलना आपसे ही होता है, गर्मी, सर्दी, वर्षा - सबका आपसे मेल है। आप फसलों को जीवन का आधार देते हैं, और प्रकृति का संतुलन आपसे ही है।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: 🌦�🌾⚖️🔄

५. [पांचवा चरण]
गायत्री मंत्र में, तुम ही हो समाए,
ज्ञान और बुद्धि के, स्रोत कहलाए।
ज्योतिष में भी तुम, ग्रहों के हो राजा,
आत्मविश्वास का, बजाते हो बाजा।

अर्थ: आप ही गायत्री मंत्र में समाए हुए हैं, और ज्ञान व बुद्धि के स्रोत कहलाते हैं। ज्योतिष में भी आप ग्रहों के राजा हैं, और आत्मविश्वास का संचार करते हैं।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: 🕉�👑💡🌟

६. [छठा चरण]
ऊर्जा अक्षय है, जो तुमसे है मिलती,
नवीकरणीय शक्ति, हर ओर है खिलती।
वैज्ञानिक भी करते, अब तुम्हारा ही गुणगान,
सौर ऊर्जा से हो, सब जग का कल्याण।

अर्थ: जो ऊर्जा आपसे मिलती है, वह अक्षय (असीमित) है, नवीकरणीय शक्ति हर ओर खिलती है। वैज्ञानिक भी अब आपका ही गुणगान करते हैं, और सौर ऊर्जा से सारे संसार का कल्याण होता है।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: ⚡️🔋🌍💡

७. [सातवां चरण]
हे सूर्य देव, तुम हो, जीवन का सार,
तुम्हारे प्रकाश से, मिटे हर अंधकार।
सदा करो कृपा, सब पर तुम्हारी,
हर हृदय में जागे, भक्ति की फुलवारी।

अर्थ: हे सूर्य देव, आप जीवन का सार हैं, आपके प्रकाश से हर अंधकार मिट जाता है। आप हमेशा सब पर अपनी कृपा बनाए रखें, और हर हृदय में भक्ति की फुलवारी (बगीचा) जागे।

चित्र/चिन्ह/इमोजी: 💖🙏✨🌸

इमोजी सारांश
☀️🙏✨🌌💡🌿🍎🚫🦴💪🛡�🧠🌦�🌾⚖️🔄🕉�👑🌟⚡️🔋🌍💖🌸

यह इमोजी सारांश सूर्य देव के 'ऊर्जा केंद्र' के रूप में उनके महत्व, जीवनदायी गुणों, स्वास्थ्य लाभ, धार्मिक और वैज्ञानिक पहलुओं, और उनकी सार्वभौमिक कृपा को भक्तिभाव पूर्ण तरीके से दर्शाता है।

--अतुल परब
--दिनांक-20.07.2025-रविवार.
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