जेव्हा तो शांत असतो

Started by truptikadam, September 03, 2011, 11:35:08 AM

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truptikadam

जेव्हा  तो  शांत  असतो       
                                     
जेव्हा  तो  शांत  असतो
तेव्हा  सर्वाहून  तो  वेगळा  असतो 
काहीच  नाही  बोलला  तरी                       
त्याच्या  शांततेत  तो  बोलत  असतो ...
स्वतःशी   आणि  माझ्याशीहि 
जेव्हा  तो  शांत  असतो
सारे  आकाश  निरभ्र  वाटते
कितीही  रंग  भरले  तरी
सारे  बेरंगच  आहे  असे  वाटते
जेव्हा  तो  शांत  असतो
खुपसा  संयमी  वाटतो
मनातील  वादळांना  मात्र  तो
एकटाच  समोर  जात  असतो
जेव्हा  तो  शांत  असतो
फक्त  बाहेर  बघत  राहतो
माझ्या  बरोबर  असून  सुद्धा  तो
त्याच्या  आठवणींचा  होऊन  जातो
जेव्हा  तो  शांत  असतो
ओळखीचा  असून  अनोळखी  वाटतो  .......
मग  सर्व  सोडून  त्यालाच  शोधते
पुर्वीसारखा  सापडेल  थोडा  माझ्यात,  थोडा  त्याच्यात
जेव्हा  तो  शांत  असतो
उसंत  लाटाहि  शांत  वाटतात
कितीही  आवाज  केला  तरी
त्याच्या  शांततेत  मिसळतात
तो  असा  मला  मुळीच  आवडत  नाही
तो  शांततेत  बोलत  असला  तरी
त्या  शांतते  आवाज  नाही   आहेत
त्या  फक्त  आणि  फक्त  भावना
त्याच  भावनेतून  त्याचे  प्रेमळ  शब्द  शोधत आहे
अजूनही  ............. त्याच  शांततेत त्याचा आवाज  शोधत  आहे



तृप्ती कदम
१६.०५.२०११