विष्णु और महाकवि कालिदास - कविता-📜✍️🏹👑🌳☁️❤️💔⚖️🗡️🎨🙏🌟📚🇮🇳👸

Started by Atul Kaviraje, July 23, 2025, 10:10:03 PM

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Atul Kaviraje

विष्णु और महाकवि कालिदास - कविता-

चरण 1:
भारत की भूमि पर था एक ज्ञानी, महाकवि कालिदास नामी।
शब्दों से रचते थे वो कहानी, विष्णु की महिमा थी उनमें जानी।
अर्थ: भारत की धरती पर एक महान ज्ञानी कवि थे, जिनका नाम कालिदास था। वे अपने शब्दों से कहानियाँ रचते थे, और उनकी रचनाओं में विष्णु की महिमा देखी जा सकती थी।
उदाहरण/प्रतीक: 📜✍️ (लेखन और ज्ञान)

चरण 2:
रघुवंशम् में राम की गाथा, विष्णु अवतार की थी वो पाथा।
धर्म स्थापना का था वो नाता, पापियों का था विनाश वो ज्ञाता।
अर्थ: उनकी कृति रघुवंशम् में भगवान राम की कहानी है, जो विष्णु के अवतार की कथा थी। यह धर्म की स्थापना से जुड़ा संबंध था, और वे पापियों का विनाश करने वाले थे।
उदाहरण/प्रतीक: 🏹👑 (राम और शासन)

चरण 3:
प्रकृति के कण-कण में विष्णु, सौंदर्य में थे वो ही बिष्णु।
मेघदूतम् में रूप सजाया, कण-कण में ईश्वर ही समाया।
अर्थ: प्रकृति के हर कण में विष्णु का वास था, सौंदर्य में भी वही विद्यमान थे। मेघदूतम् में उन्होंने प्रकृति के रूप को सजाया, जहाँ हर कण में ईश्वर ही समाया हुआ था।
उदाहरण/प्रतीक: 🌳☁️ (प्रकृति और बादल)

चरण 4:
प्रेम और विरह की वो धारा, शाकुंतलम् में सुंदर पसारा।
दिव्य प्रेम का था वो इशारा, विष्णु-लक्ष्मी संग था हमारा।
अर्थ: प्रेम और विरह की वह धारा, अभिज्ञानशाकुंतलम् में सुंदर रूप से फैली हुई थी। वह दिव्य प्रेम का ही संकेत था, जो विष्णु और लक्ष्मी के संबंध से प्रेरित था।
उदाहरण/प्रतीक: ❤️💔 (प्रेम और विरह)

चरण 5:
न्याय धर्म की थी वो वाणी, हर रचना में थी वो बखानी।
दुष्टों का संहार था ज्ञानी, विष्णु की लीला थी वो मानी।
अर्थ: न्याय और धर्म की वह वाणी, उनकी हर रचना में वर्णित थी। दुष्टों का संहार करना ज्ञान था, और इसे विष्णु की लीला माना जाता था।
उदाहरण/प्रतीक: ⚖️🗡� (न्याय और संहार)

चरण 6:
साहित्य कला के वो थे स्वामी, विष्णु भक्ति के वो थे नामी।
अप्रत्यक्ष रूप से थे वो पूजामी, हर श्लोक में थे वो अनुगामी।
अर्थ: वे साहित्य और कला के स्वामी थे, और विष्णु भक्ति के लिए भी जाने जाते थे। अप्रत्यक्ष रूप से वे विष्णु के पूजक थे, और हर श्लोक में उनके सिद्धांतों का पालन करते थे।
उदाहरण/प्रतीक: 🎨🙏 (कला और भक्ति)

चरण 7:
कालिदास की अमर ये वाणी, विष्णु तत्व की वो थी निशानी।
युगों-युगों तक रहेगी कहानी, भारतीय संस्कृति की वो रानी।
अर्थ: कालिदास की यह अमर वाणी, विष्णु तत्व की पहचान थी। यह कहानी युगों-युगों तक रहेगी, जो भारतीय संस्कृति की रानी के समान है।
उदाहरण/प्रतीक: 🌟📚 (अमर साहित्य) 🇮🇳👸 (भारतीय संस्कृति की रानी)

कविता का Emoji सारांश
📜✍️🏹👑🌳☁️❤️💔⚖️🗡�🎨🙏🌟📚🇮🇳👸

--अतुल परब
--दिनांक-23.07.2025-बुधवार.
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