संत सावता माली पुण्यतिथि पर हिंदी कविता-🌸🧑‍🌾🥬🏡🤝🚶‍♂️✨🙏

Started by Atul Kaviraje, July 23, 2025, 10:24:56 PM

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Atul Kaviraje

संत सावता माली पुण्यतिथि पर हिंदी कविता-

आज है पुण्यतिथि पावन, 🌸
संत सावता माली की।
भक्ति से भरा था जीवन,
सेवा थी उनकी थाली की।
(अर्थ: आज संत सावता माली की पावन पुण्यतिथि है। उनका जीवन भक्ति से भरा था और सेवा ही उनकी थाली थी।)

माली थे वे, माली का काम, 🧑�🌾
खेती ही उनकी भक्ति थी।
विठ्ठल का जपते थे नाम,
कर्म में ही उनकी शक्ति थी।
(अर्थ: वे माली थे, माली का काम करते थे, खेती ही उनकी भक्ति थी। वे विट्ठल का नाम जपते थे, कर्म में ही उनकी शक्ति थी।)

"कांदा, मुळा, भाजी", 🥬
अभंग उनका ये कहता।
सब में दिखे विट्ठल राजी,
ऐसा प्रेम उनका रहता।
(अर्थ: उनका अभंग "कांदा, मुळा, भाजी" कहता है। उन्हें सब में विट्ठल प्रसन्न दिखते थे, ऐसा उनका प्रेम रहता था।)

सहज था जीवन उनका, 🏡
न कोई आडंबर, न दिखावा।
प्रभु से था गहरा नाता उनका,
जो हर पल साथ निभाता।
(अर्थ: उनका जीवन सहज था, न कोई आडंबर, न दिखावा। उनका प्रभु से गहरा नाता था, जो हर पल साथ निभाता था।)

जाति-भेद उन्होंने ना माना, 🤝
सब को देखा समभाव से।
भक्ति ही था उनका तराना,
हर जीव से प्रेम-भाव से।
(अर्थ: उन्होंने जाति-भेद नहीं माना, सबको समान भाव से देखा। भक्ति ही उनका गीत था, हर जीव से प्रेम-भाव से।)

पंढरपुर वारी में शामिल, 🚶�♂️
विट्ठल के दर्शन को जाते थे।
नामस्मरण में होकर कायल,
आत्मीय शांति पाते थे।
(अर्थ: वे पंढरपुर वारी में शामिल होकर विट्ठल के दर्शन को जाते थे। नामस्मरण में लीन होकर वे आत्मिक शांति पाते थे।)

प्रेरणा दें हमें ये संत, ✨
कर्म करें निष्ठा से।
पाएँ जीवन में आनंद, अनंत,
बढ़ें हम सच्ची निष्ठा से।
(अर्थ: ये संत हमें प्रेरणा दें कि हम निष्ठा से कर्म करें। हम जीवन में अनंत आनंद पाएं और सच्ची निष्ठा से आगे बढ़ें।)

इमोजी सारांश: 🌸🧑�🌾🥬🏡🤝🚶�♂️✨🙏
 
--अतुल परब
--दिनांक-23.07.2025-बुधवार.
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