भारतीय राजनीति और लोकतंत्र का भविष्य पर हिंदी कविता-🇮🇳🗳️🧑‍🎓📈📱💡🗺️🤝💰🌐✊

Started by Atul Kaviraje, July 23, 2025, 10:30:52 PM

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Atul Kaviraje

भारतीय राजनीति और लोकतंत्र का भविष्य पर हिंदी कविता-

भारत के लोकतंत्र की ये गाथा, 🇮🇳
भविष्य में लेगी नया मोड़।
जनता की है ये सच्ची आस्था,
जो जोड़ेगी हर दिल की दौड़।
(अर्थ: यह भारत के लोकतंत्र की कहानी है, जो भविष्य में एक नया मोड़ लेगी। यह जनता की सच्ची आस्था है, जो हर दिल की दौड़ को जोड़ेगी।)

युवा शक्ति का बढ़ता कदम, 🧑�🎓
नए विचार, नई है राह।
आकांक्षाओं में भरा है दम,
बदलेगा अब हर सुबह।
(अर्थ: युवा शक्ति का कदम बढ़ रहा है, नए विचार, नई राहें हैं। आकांक्षाओं में दम भरा है, अब हर सुबह बदलेगी।)

डिजिटल हुआ है हर द्वार, 📱
सूचना का अंबार है आज।
सत्य-झूठ का है हर बार,
समझदारी का अब है राज।
(अर्थ: हर द्वार डिजिटल हो गया है, आज सूचनाओं का अंबार है। सत्य और झूठ का हर बार सामना है, अब समझदारी का राज है।)

क्षेत्रीय दल की बढ़ती शान, 🗺�
संघात्मकता का है महत्व।
राज्यों को मिले अब मान,
सहयोग का बढ़े अब तत्व।
(अर्थ: क्षेत्रीय दलों की शान बढ़ रही है, संघवाद का महत्व है। राज्यों को अब सम्मान मिले, सहयोग का तत्व बढ़े।)

आर्थिक न्याय की होगी बात, 💰
समावेशी विकास का सपना।
बढ़ेगी खुशहाली दिन-रात,
हर वर्ग को मिलेगा अपना।
(अर्थ: आर्थिक न्याय की बात होगी, समावेशी विकास का सपना है। खुशहाली दिन-रात बढ़ेगी, हर वर्ग को अपना हिस्सा मिलेगा।)

सामाजिक समानता का लक्ष्य, ✊🏽
मानवाधिकारों की हो जय।
मिटेगा अब हर कटु पक्ष,
बढ़ेगी समाज में निर्भय।
(अर्थ: सामाजिक समानता का लक्ष्य है, मानवाधिकारों की जय हो। हर कटु पक्ष अब मिटेगा, समाज में निडरता बढ़ेगी।)

पर्यावरण की होगी चिंता, 🌍
धरती को देना है ये वचन।
भविष्य की हर है चिंता,
मिलकर करें अब संरक्षण।
(अर्थ: पर्यावरण की चिंता होगी, धरती को यह वचन देना है। भविष्य की हर चिंता है, अब मिलकर संरक्षण करें।)

इमोजी सारांश: 🇮🇳🗳�🧑�🎓📈📱💡🗺�🤝💰🌐✊🏽🔒🌍♻️💸🔍🏛�💪🗣�🤝

--अतुल परब
--दिनांक-23.07.2025-बुधवार.
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