बुधवार, 23 जुलाई, 2025-विश्व स्जोग्रेन ( Sjogren’s) दिवस-💙💧🗣️🧬👁️‍🗨️🌐👩‍🦱

Started by Atul Kaviraje, July 24, 2025, 10:38:12 AM

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Atul Kaviraje

बुधवार, 23 जुलाई, 2025-विश्व स्जोग्रेन ( Sjogren's)दिवस-

सूखी आँखें, सूखा मुँह, जोड़ों में दर्द, शरीर की अपनी सुरक्षा के खिलाफ एक खामोश संघर्ष, फिर भी लचीलापन बना रहता है।

विश्व स्जोग्रेन (Sjögren's) दिवस: एक विस्तृत विवेचन 💙💧

आज, 23 जुलाई 2025, बुधवार को हम विश्व स्जोग्रेन (Sjögren's) दिवस मना रहे हैं। यह दिन स्जोग्रेन सिंड्रोम नामक एक पुरानी (क्रॉनिक) ऑटोइम्यून बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने, इसके रोगियों को समर्थन देने और शोध को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। स्जोग्रेन एक जटिल बीमारी है जो मुख्य रूप से शरीर की नमी पैदा करने वाली ग्रंथियों (जैसे लार ग्रंथियां और अश्रु ग्रंथियां) को प्रभावित करती है, जिससे मुंह और आँखों में सूखापन आता है। हालाँकि, यह शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। इस दिन के महत्व और स्जोग्रेन सिंड्रोम के बारे में 10 प्रमुख बिंदुओं में विस्तार से जानते हैं:

1. जागरूकता का महत्व 🗣�
स्जोग्रेन सिंड्रोम अक्सर गलत निदान या देर से निदान किया जाता है क्योंकि इसके लक्षण अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते हैं। विश्व स्जोग्रेन दिवस का मुख्य उद्देश्य आम जनता, स्वास्थ्य पेशेवरों और नीति निर्माताओं के बीच इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है ताकि शीघ्र निदान और बेहतर उपचार सुनिश्चित किया जा सके।

2. ऑटोइम्यून बीमारी का स्वरूप 🧬
स्जोग्रेन एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसका अर्थ है कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपने ही स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह कोई संक्रामक बीमारी नहीं है और इसका कारण अज्ञात है, हालाँकि आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारक इसमें भूमिका निभा सकते हैं।

3. प्रमुख लक्षण: सूखापन 👁��🗨�💧
इस बीमारी का सबसे प्रमुख लक्षण आँखों और मुँह में सूखापन है। आँखों में जलन, किरकिरापन या रेत महसूस होना, और मुँह में सूखापन, निगलने में कठिनाई, या स्वाद में बदलाव इसके सामान्य संकेत हैं। यह सूखापन रोज़मर्रा के जीवन को बहुत प्रभावित कर सकता है।

4. सिस्टमिक प्रभाव 🌐
सूखेपन के अलावा, स्जोग्रेन सिंड्रोम थकान, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, तंत्रिका संबंधी समस्याएं, और आंतरिक अंगों (जैसे गुर्दे, फेफड़े, या थायरॉयड) को भी प्रभावित कर सकता है। यह एक बहु-प्रणालीगत बीमारी है।

5. महिलाओं में अधिक व्यापकता 👩�🦱
स्जोग्रेन सिंड्रोम पुरुषों की तुलना में महिलाओं में नौ गुना अधिक पाया जाता है, खासकर 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में। यह समझना महत्वपूर्ण है कि महिलाएं इसके लक्षणों को पहचानें और सही समय पर डॉक्टरी सलाह लें।

6. निदान की चुनौतियाँ 🕵��♀️
स्जोग्रेन का निदान चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि इसके लक्षण कई अन्य स्थितियों के समान होते हैं। इसमें रक्त परीक्षण, लार ग्रंथि बायोप्सी, और आँखों के परीक्षण जैसे विभिन्न परीक्षणों की आवश्यकता होती है। सही निदान के लिए एक अनुभवी रुमेटोलॉजिस्ट की आवश्यकता होती है।

7. कोई इलाज नहीं, लेकिन प्रबंधन संभव 💊
वर्तमान में स्जोग्रेन सिंड्रोम का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को प्रबंधित करने और जटिलताओं को रोकने के लिए उपचार उपलब्ध हैं। इसमें आँखों की बूंदें, लार के विकल्प, और सूजन को कम करने वाली दवाएं शामिल हो सकती हैं।

8. रोगियों को सहायता और समुदाय 🫂
विश्व स्जोग्रेन दिवस रोगियों को यह जानने का अवसर देता है कि वे अकेले नहीं हैं। विभिन्न सहायता समूह और संगठन (जैसे स्जोग्रेन फाउंडेशन) रोगियों को भावनात्मक समर्थन, जानकारी और एक समुदाय प्रदान करते हैं जहाँ वे अपने अनुभव साझा कर सकते हैं।

9. अनुसंधान और प्रगति 🔬
इस दिवस पर अनुसंधान के महत्व पर भी जोर दिया जाता है। स्जोग्रेन के कारणों, बेहतर निदान विधियों और प्रभावी उपचारों की खोज के लिए चल रहे शोधों को धन और समर्थन की आवश्यकता है ताकि भविष्य में रोगियों के लिए बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकें।

10. सहानुभूति और समझ को बढ़ावा देना 😇
इस बीमारी से पीड़ित लोग अक्सर अदृश्य लक्षणों से जूझते हैं जो दूसरों को दिखाई नहीं देते। यह दिन दूसरों को स्जोग्रेन के रोगियों के प्रति अधिक सहानुभूति और समझ विकसित करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में अधिक समर्थन महसूस कर सकें।

इमोजी सारांश: 💙💧🗣�🧬👁��🗨�🌐👩�🦱🕵��♀️💊🫂🔬😇

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-23.07.2025-बुधवार.
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