श्री गुरुदेव दत्त के भक्तों का कर्तव्य-🙏🧘‍♂️🛐📿🤝😇🌳🐾📚☮️🏠🗣️

Started by Atul Kaviraje, July 24, 2025, 10:05:45 PM

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Atul Kaviraje

श्री गुरुदेव दत्त के भक्तों का कर्तव्य पर हिंदी कविता-

गुरुदेव दत्त के भक्त हम, 🙏
राह जिनकी है सबसे पावन।
कर्तव्यों का ले हर दम,
जीवन को बनाएं मनभावन।
(अर्थ: हम गुरुदेव दत्त के भक्त हैं, जिनकी राह सबसे पवित्र है। कर्तव्यों का हर पल निर्वहन कर, जीवन को सुंदर बनाएं।)

गुरु भक्ति ही है पहला पाठ, 🛐
उन पर ही श्रद्धा अगाध।
खोले हैं उन्होंने मुक्ति के घाट,
दूर करें हर जीवन का व्याध।
(अर्थ: गुरु भक्ति ही पहला पाठ है, उन पर ही अगाध श्रद्धा है। उन्होंने मुक्ति के द्वार खोले हैं, जीवन की हर बीमारी दूर करते हैं।)

दत्त नाम का हो जाप निरंतर, 📿
मन को मिले परम शांति।
हर पल रहे भक्ति का अंतर,
दूर हो जीवन की भ्रांति।
(अर्थ: दत्त नाम का निरंतर जाप हो, मन को परम शांति मिले। हर पल भक्ति का अनुभव हो, जीवन की भ्रांति दूर हो।)

दीन-दुखियों की सेवा भाव, 🤝
प्रकृति से भी हो प्यार।
न हो कोई मन में घाव,
बढ़े सद्भाव हर बार।
(अर्थ: दीन-दुखियों की सेवा का भाव हो, प्रकृति से भी प्यार हो। मन में कोई घाव न हो, हर बार सद्भाव बढ़े।)

सदाचार ही है जीवन का मोल, 😇
नैतिकता हो हर कदम पर।
आत्म-निरीक्षण हो अनमोल,
सुधार करें हम हर समर पर।
(अर्थ: सदाचार ही जीवन का मोल है, नैतिकता हर कदम पर हो। आत्म-निरीक्षण अनमोल हो, हम हर संघर्ष में सुधार करें।)

ज्ञान का हो हर पल अर्जन, 📚
विवेक से लें हर निर्णय।
समत्व भाव हो हर जन,
जीवन बने पावन-प्रणय।
(अर्थ: हर पल ज्ञान का अर्जन हो, विवेक से हर निर्णय लें। हर व्यक्ति में समत्व भाव हो, जीवन पवित्र प्रेममय बने।)

गुरु के उपदेश का प्रसार, 🗣�
यही है भक्तों का कर्म।
फैलाएँ भक्ति का ये सार,
पूरा हो हर धर्म।
(अर्थ: गुरु के उपदेश का प्रसार करें, यही भक्तों का कर्म है। भक्ति के इस सार को फैलाएं, हर धर्म पूरा हो।)

इमोजी सारांश: 🙏🧘�♂️🛐📿🤝😇🌳🐾📚☮️🏠🗣�

--अतुल परब
--दिनांक-24.07.2025-गुरुवार.
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