श्री साईबाबा और सत्य जीवन भक्ति-🙏🕉️🕊️🤝💖✨🧘‍♀️💫

Started by Atul Kaviraje, July 24, 2025, 10:06:30 PM

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Atul Kaviraje

श्री साईबाबा और सत्य जीवन भक्ति पर हिंदी कविता-

शिरडी के साई, जग के नाथ, 🙏
भक्ति का धारा, तेरा हर साथ।
सत्य जीवन का तूने दिया पाठ,
खुला दिया हर कर्म का घाट।
(अर्थ: शिरडी के साई, जगत के नाथ, हर कदम पर तेरा साथ है भक्ति का प्रवाह। तूने सत्य जीवन का पाठ दिया, हर कर्म का मार्ग खोल दिया।)

श्रद्धा और सबुरी की बानी, 🕊�
विश्वास की तूने ज्योति जलाई।
धैर्य की सिखाई हर कहानी,
जीवन में हर सुख ले आई।
(अर्थ: श्रद्धा और सबुरी की तेरी वाणी है, तूने विश्वास की ज्योति जलाई। धैर्य की हर कहानी सिखाई, जीवन में हर सुख लाई।)

सर्वधर्म समभाव का दाता, 🤝
हिन्दू-मुस्लिम सब एक समान।
प्रेम का तूने पथ दिखलाता,
भक्ति में न कोई अभिमान।
(अर्थ: तू सर्वधर्म समभाव का दाता है, हिंदू-मुस्लिम सब एक समान हैं। तूने प्रेम का मार्ग दिखाया, भक्ति में कोई अभिमान नहीं।)

दीन-दुखियों की सेवा में लीन, 💖
दया का था तेरा हर हाथ।
अहंकार को किया तूने क्षीण,
गरीबों का था तू सच्चा साथ।
(अर्थ: दीन-दुखियों की सेवा में लीन, तेरा हर हाथ दया से भरा था। तूने अहंकार को क्षीण किया, गरीबों का तू सच्चा साथी था।)

उदी में थी तेरी शक्ति, ✨
कष्टों को हर पल करती दूर।
भक्तों की बढ़ती थी भक्ति,
फैलाता था तू दिव्य नूर।
(अर्थ: उदी में तेरी शक्ति थी, हर पल कष्टों को दूर करती थी। भक्तों की भक्ति बढ़ती थी, तू दिव्य प्रकाश फैलाता था।)

आंतरिक परिवर्तन की बात, 🧘�♀️
जीवन को किया तूने शुद्ध।
बदली हर दिन की प्रभात,
मन से हटाया हर विरुद्ध।
(अर्थ: आंतरिक परिवर्तन की बात की, जीवन को शुद्ध किया। हर दिन की सुबह बदली, मन से हर विरोध हटाया।)

कष्ट मिटाए, सुख को बढ़ाया, 💫
हर भक्त की सुनता था पुकार।
सच्ची भक्ति का मार्ग दिखाया,
भवसागर से किया था पार।
(अर्थ: कष्ट मिटाए, सुख बढ़ाया, हर भक्त की पुकार सुनता था। सच्ची भक्ति का मार्ग दिखाया, भवसागर से पार किया।)

इमोजी सारांश: 🙏🕉�🕊�🤝💖✨🧘�♀️💫

--अतुल परब
--दिनांक-24.07.2025-गुरुवार.
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