हिमालय की पुकार (कविता)-🏔️❄️💧🌿🙏🌍🧗‍♂️✨

Started by Atul Kaviraje, July 25, 2025, 07:36:07 PM

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Atul Kaviraje

हिमालय की पुकार (कविता)

1.
ऊँचे पर्वत, हिम से ढके,
अंतरिक्ष से भी वो दिखें.
सफेद चादर ओढ़े खड़े,
प्रकृति के अद्भुत ये बड़े.

अर्थ: हिमालय के ऊँचे पर्वत बर्फ से ढके हुए हैं, और उनकी विशालता इतनी है कि वे अंतरिक्ष से भी साफ दिखाई देते हैं. वे सफेद चादर ओढ़े हुए प्रकृति की एक अद्भुत और भव्य रचना हैं.

2.
हिम का घर है, नाम भी यही,
झरने बहते, नदियाँ कई.
जीवन का वो स्रोत बनें,
हरियाली को जीवन दें.

अर्थ: 'हिमालय' का अर्थ है बर्फ का घर, और यह नाम पूरी तरह से सही है. यहाँ से कई झरने और नदियाँ बहती हैं, जो पूरे उपमहाद्वीप के लिए जीवन का स्रोत बनती हैं और हरियाली को पोषित करती हैं.

3.
देवों का ये पावन धाम,
ऋषियों का है सुंदर काम.
शांत यहाँ है मन का वास,
आत्मा को मिलता प्रकाश.

अर्थ: हिमालय को देवताओं का पवित्र स्थान माना जाता है, और यह ऋषियों की तपस्या का स्थल रहा है. यहाँ आकर मन को शांति मिलती है और आत्मा को आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होता है.

4.
जैव विविधता का भंडार,
वन्यजीवों का है संसार.
अद्भुत फूल, पौधे यहाँ,
प्रकृति का है जादू यहाँ.

अर्थ: हिमालय विभिन्न प्रकार के पौधों और जानवरों का घर है, जो जैव विविधता से भरपूर है. यहाँ अद्भुत फूल और पौधे पाए जाते हैं, जो प्रकृति के जादू को दर्शाते हैं.

5.
जलवायु को नियंत्रित करे,
ठंडी हवा को वो रोके.
मानसून को भी ये खींचे,
बारिश की बूँदें ये सींचे.

अर्थ: हिमालय भारतीय उपमहाद्वीप की जलवायु को नियंत्रित करता है. यह ठंडी हवाओं को रोकता है और मानसून की हवाओं को आकर्षित करके वर्षा लाता है, जिससे भूमि सींची जाती है.

6.
युवा पर्वत, अभी भी बढ़े,
टेक्टोनिक प्लेटें ये लड़ें.
भूगर्भीय ये हलचल,
बदलती रहती इसकी छल.

अर्थ: हिमालय एक युवा पर्वत श्रृंखला है जो अभी भी बढ़ रही है, क्योंकि भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकरा रही हैं. इस भूगर्भीय हलचल के कारण इसकी संरचना में लगातार बदलाव आते रहते हैं.

7.
पर्यटन का है ये केंद्र,
साहसियों का है मित्र.
लेकिन रक्षा इसकी करें,
प्रकृति का सम्मान करें.

अर्थ: हिमालय साहसिक पर्यटन का एक बड़ा केंद्र है और साहसी लोगों का मित्र है. लेकिन हमें इसकी रक्षा करनी चाहिए और प्रकृति का सम्मान करना चाहिए, ताकि यह भविष्य में भी सुरक्षित रहे.

कविता सारांश इमोजी: 🏔�❄️💧🌿🙏🌍🧗�♂️✨

--अतुल परब
--दिनांक-25.07.2025-शुक्रवार.
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