रिझल्ट के बाद

Started by हर्षद कुंभार, September 11, 2011, 11:41:11 PM

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हर्षद कुंभार

नमस्कार मित्रांनो,
नेहमी प्रमाणे एक नवीन कल्पना घेवून आलो आहे
विडंबन प्रकारात मोडणारी कविता.
तुम्हा सर्वाना " ब्रेक अप के बाद"  हे गाणे माहित असेल जे सर्वज्ञात आहे सध्या
मध्यंतरी हे गाणे ऐकताना कसे कुणास ठावूक मला हि कविता विडंबनात्मक सुचली
-  हर्षद कुंभार

केदार मेहेंदळे

can you pest your poem here. I can not open your blog.

Priya_Pritee

it is amezing........hasun hasun ved lagal hot mala....i fw it to all my frnds :) lolzzzzzzzzz super duper like

हर्षद कुंभार

thanx priya, i hope i serve u such poems in future too. nice comment

Priya_Pritee

harshad mala ek shanka ahe...jar mi mazya kavita ya blog war takalya tar kashawarun tya dusaryachya navane khapawalya janar nahit? mala hi awadel mazya kavita share karayala .

Ravi Padekar


हर्षद कुंभार