काम हो सुरक्षित, जीवन हो खुशहाल-🗓️👷‍♀️👷‍♂️💖📜⚠️🚫🧤🛡️⚙️🧘‍♀️😊🌈🧑‍🏫💡🗣️

Started by Atul Kaviraje, July 27, 2025, 10:21:39 PM

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Atul Kaviraje

अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षित कार्यस्थल दिवस पर कविता 📝

शीर्षक: काम हो सुरक्षित, जीवन हो खुशहाल-

चरण 1:
सताइस जुलाई, शुभ ये दिन, 🗓�
कार्यस्थल सुरक्षित, हो हर क्षण। 👷�♀️👷�♂️
जीवन की कीमत, सबसे है प्यारी,
सुरक्षा बने, हर दिल की न्यारी। 💖
अर्थ: 27 जुलाई का यह दिन शुभ है, हर पल कार्यस्थल सुरक्षित रहे। जीवन की कीमत सबसे प्यारी है, सुरक्षा हर दिल में खास बन जाए।

चरण 2:
नियमों का पालन, हो हरदम, 📜
जोखिमों को समझो, कम करो क्रम। ⚠️
जागरूकता फैले, हर एक कोने,
कोई दुर्घटना, फिर ना हो रोने। 🚫
अर्थ: नियमों का पालन हमेशा हो, जोखिमों को समझो और उन्हें कम करो। जागरूकता हर कोने में फैले, फिर कोई दुर्घटना न हो जिस पर रोना पड़े।

चरण 3:
हेलमेट सिर पर, हाथों में ग्लव्स, 🧤
सुरक्षा उपकरण, हरदम संग। 🛡�
मशीनें जाँचें, हर बार,
ना हो कोई भी, अब दरार। ⚙️
अर्थ: सिर पर हेलमेट हो, हाथों में दस्ताने हों, सुरक्षा उपकरण हमेशा साथ रहें। मशीनों की हर बार जाँच करें, अब कोई दरार न हो।

चरण 4:
तनाव मुक्त हो, मन शांत रहे, 🧘�♀️
स्वास्थ्य भी सबका, अच्छा रहे। 😊
कार्य-जीवन का, संतुलन बने,
जीवन की खुशियाँ, हरदम सजे। 🌈
अर्थ: मन तनाव मुक्त और शांत रहे, सबका स्वास्थ्य भी अच्छा रहे। कार्य-जीवन का संतुलन बना रहे, जीवन की खुशियाँ हमेशा सजी रहें।

चरण 5:
प्रशिक्षण हो नियमित, शिक्षा मिले, 🧑�🏫
ज्ञान की रौशनी, हर दिल जले। 💡
आपात स्थिति में, तैयार रहें,
सुरक्षा के मंत्र, सदा उच्चारण करें। 🗣�
अर्थ: प्रशिक्षण नियमित हो, शिक्षा मिले, ज्ञान की रोशनी हर दिल में जले। आपात स्थिति में तैयार रहें, सुरक्षा के मंत्रों का हमेशा उच्चारण करें।

चरण 6:
नियोक्ता की ज़िम्मेदारी भारी, 🤝
कर्मचारी भी हों, कर्तव्यकारी। ✅
मिलकर चलें सब, कदम से कदम,
सुरक्षित हो अपना, हर एक दम। 🫂
अर्थ: नियोक्ता की जिम्मेदारी बड़ी है, कर्मचारी भी कर्तव्यनिष्ठ हों। सब मिलकर कदम से कदम चलें, अपना हर एक पल सुरक्षित हो।

चरण 7:
यह दिवस ना केवल एक दिन,
सुरक्षित जीवन, हर पल हो सीन। 🌟
वादा करें हम, आज है ये प्रण,
सुरक्षित कार्यस्थल, हर जन का धन। 💰
अर्थ: यह दिवस केवल एक दिन नहीं है, सुरक्षित जीवन हर पल का दृश्य हो। हम वादा करते हैं, आज यह प्रण है, सुरक्षित कार्यस्थल हर व्यक्ति की संपत्ति है।

कविता सारांश 🗓�👷�♀️👷�♂️💖📜⚠️🚫🧤🛡�⚙️🧘�♀️😊🌈🧑�🏫💡🗣�🤝✅🫂🌟💰

--अतुल परब
--दिनांक-27.07.2025-रविवार.
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