भारत की बदलती हुई राजनीति: जन-आकांक्षाओं का नया दौर-2-🗺️🤝💡🏙️📈📱💬🧑‍🎓👩‍

Started by Atul Kaviraje, July 28, 2025, 10:20:42 AM

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Atul Kaviraje

भारत की बदलती हुई राजनीति-

भारत की बदलती हुई राजनीति: जन-आकांक्षाओं का नया दौर 🇮🇳

6. गठबंधन की राजनीति और बदलती समीकरण 🤝
एकल दल के बहुमत के युग से अब भारत गठबंधन की राजनीति की ओर बढ़ रहा है, जहाँ सरकारें बनाने के लिए विभिन्न दलों को एक साथ आना पड़ता है। यह राजनीति को अधिक जटिल और गतिशील बनाता है, जहाँ सत्ता के संतुलन और समझौतों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। प्री-पोल और पोस्ट-पोल गठबंधन दोनों का महत्व बढ़ा है। 🔄

उदाहरण: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) भारतीय राजनीति में प्रमुख गठबंधन हैं, जो विभिन्न विचारधाराओं वाले दलों को एक साथ लाते हैं।

7. भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और पारदर्शिता की मांग 🗣�
पिछले दशक में, भारत ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बड़े जन आंदोलन देखे हैं। इसने राजनीतिक दलों को पारदर्शिता और जवाबदेही पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर किया है। मतदाता अब भ्रष्टाचार के मामलों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं और साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। 🧹✨

उदाहरण: अन्ना हजारे का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन और लोकपाल विधेयक की मांग ने देश भर में जनता को एकजुट किया और राजनीतिक संवाद का एजेंडा बदल दिया।

8. संघीय ढाँचे में केंद्र-राज्य संबंधों में बदलाव 🏛�
भारत का संघीय ढाँचा समय के साथ विकसित हो रहा है। केंद्र और राज्यों के बीच संबंध, विशेषकर वित्तीय और विधायी मामलों में, लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं। राज्यों की बढ़ती महत्वाकांक्षाएं और क्षेत्रीय दलों के उदय ने संघीय संतुलन को प्रभावित किया है, जिससे केंद्र को राज्यों के साथ अधिक सहयोग और समन्वय स्थापित करना पड़ रहा है। ⚖️

उदाहरण: वस्तु एवं सेवा कर (GST) जैसी नीतियां केंद्र और राज्यों के बीच वित्तीय संबंधों को नया आकार देती हैं, और विभिन्न राज्य अपने अधिकारों और स्वायत्तता के लिए आवाज उठाते रहते हैं।

9. चुनाव आयोग की बढ़ती भूमिका और निष्पक्ष चुनाव 🗳�✔️
भारत का चुनाव आयोग (ECI) देश में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हाल के वर्षों में, ECI ने चुनाव सुधारों, धन बल के दुरुपयोग पर नियंत्रण और आदर्श आचार संहिता को लागू करने में अधिक सख्ती दिखाई है। इसने चुनावी प्रक्रिया में जनता के विश्वास को बढ़ाया है। 👍

उदाहरण: EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का व्यापक उपयोग और चुनाव खर्च पर चुनाव आयोग का कड़ा नियंत्रण चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बना रहा है।

10. निष्कर्ष: एक गतिशील और सतत विकसित लोकतंत्र 🌅
भारत की राजनीति एक जीवंत और लगातार विकसित हो रही प्रक्रिया है। यह जन-आकांक्षाओं, सामाजिक परिवर्तनों और वैश्विक प्रभावों का एक दर्पण है। चुनौतियों के बावजूद, भारतीय लोकतंत्र की लचीलापन और मतदाताओं की बढ़ती जागरूकता भविष्य में और अधिक सार्थक परिवर्तनों का मार्ग प्रशस्त करेगी। यह एक ऐसा लोकतंत्र है जो अपनी जड़ों से जुड़ा रहता हुआ भी लगातार नई दिशाओं की ओर बढ़ रहा है। 🇮🇳✨

सारांश 🇮🇳🗺�🤝💡🏙�📈📱💬🧑�🎓👩�🎓🚀👩�⚖️💪🗳�💖🔄🗣�🧹✨🏛�⚖️✔️👍🌅

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-27.07.2025-रविवार.
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