तपोनिधी नारायण महाराज पुण्यदिन कविता- 28 जुलाई, 2025 - सोमवार-

Started by Atul Kaviraje, July 28, 2025, 10:17:02 PM

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Atul Kaviraje

तपोनिधी नारायण महाराज पुण्यदिन पर भक्तिमय हिंदी कविता-
28 जुलाई, 2025 - सोमवार

यह भक्तिमय कविता तपोनिधी नारायण महाराज के पुण्यदिन को समर्पित है:

1.
श्रावण सोमवार है आया, 🌟
देहू में पुण्यदिन आज।
नारायण महाराज की जय हो,
पूजे भक्त हर काज। 🙏
अर्थ: श्रावण सोमवार का दिन आ गया है, देहू में आज पुण्यदिन है। नारायण महाराज की जय हो, भक्त हर कार्य में उनकी पूजा करते हैं।

2.
देहू की पावन धरती पर,
गूँजे भक्ति की धुन।
तपोनिधी का ज्ञान प्रकाश,
जीवन करे मधुमय गुण। ✨
अर्थ: देहू की पवित्र धरती पर भक्ति की धुन गूँज रही है। तपोनिधी महाराज का ज्ञान प्रकाश जीवन को मधुर गुणों से भर दे।

3.
समाधि पर हो अभिषेक, 💧
पुष्पों से सजे है द्वार।
भजन-कीर्तन गूँजे हर पल,
मन में जागे प्रेम अपार। 🎶
अर्थ: समाधि पर अभिषेक हो रहा है, द्वार फूलों से सजे हैं। भजन-कीर्तन हर पल गूँज रहे हैं, मन में अपार प्रेम जाग रहा है।

4.
ज्ञान, तपस्या का दिया दान,
भक्ति का सिखाया मार्ग।
उनके उपदेशों से पाकर,
जीवन हो जाए निष्काम। 📖
अर्थ: उन्होंने ज्ञान और तपस्या का दान दिया, भक्ति का मार्ग सिखाया। उनके उपदेशों से पाकर, जीवन निष्काम हो जाए।

5.
भंडारे में हो अन्नदान, 🍲
सबको मिले प्रसाद प्यारा।
समभाव का पाठ पढ़ाकर,
हो जाए जीवन का उजियारा। 🤝
अर्थ: भंडारे में अन्नदान हो, सबको प्यारा प्रसाद मिले। समभाव का पाठ पढ़ाकर, जीवन में उजाला हो जाए।

6.
पालकी सोहले में सब लीन, 🚶�♀️
वारी का भाव है खास।
विट्ठल नाम जपे हर कोई,
पूरी हो सबकी आस। 🚩
अर्थ: पालकी सोहले में सब लीन हैं, वारी का भाव खास है। विट्ठल नाम हर कोई जपता है, सबकी आशा पूरी हो।

7.
पुण्यदिन पर ये प्रण लें हम,
गुरु का मान सदा बढ़ाएँ।
नारायण महाराज की जय हो,
जीवन सफल बनाएँ। 🥳
अर्थ: पुण्यदिन पर हम यह प्रण लें कि गुरु का मान हमेशा बढ़ाएँगे। नारायण महाराज की जय हो, और जीवन सफल बनाएँगे।

इमोजी सारांश (दीर्घ कविता के लिए):
🌟: पावन, शुभ

🙏: भक्ति, वंदन

✨: ज्ञान, प्रकाश

💧: जल, अभिषेक

🎶: संगीत, भक्ति

📖: उपदेश, ज्ञान

🍲: भंडारा

🤝: समानता, सद्भाव

🚶�♀️: पालकी, वारी

🚩: पताका, परंपरा

🥳: संकल्प, सफलता

--अतुल परब
--दिनांक-28.07.2025-सोमवार.
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