श्रावणी मंगलागौरी पूजन पर भक्तिमय कविता 💖🌸👰‍♀️💖🪷🕯️🏡✨🙏

Started by Atul Kaviraje, July 29, 2025, 10:09:35 PM

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Atul Kaviraje

श्रावणी मंगलागौरी पूजन पर भक्तिमय कविता 💖🪷

यहाँ श्रावणी मंगलागौरी पूजन के पावन अवसर पर एक सुंदर, अर्थपूर्ण और सरल कविता प्रस्तुत है, जिसमें प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ भी दिया गया है:

चरण 1:
श्रावण का महीना, मंगलवार आया,
मंगलागौरी का पावन दिन भाया।
सोलह शृंगार कर, नारी व्रत ठाने,
पति की लंबी उम्र का वरदान माँगे।

अर्थ: श्रावण का महीना है, और मंगलवार आया है, मंगलागौरी का पवित्र दिन बहुत प्रिय लगा है। सोलह शृंगार करके स्त्री व्रत रखती है, और पति की लंबी उम्र का वरदान मांगती है।

चरण 2:
देवी पार्वती का रूप है निराला,
सौभाग्य देने वाली, कष्ट हरने वाला।
अखंड सौभाग्य की कामना है प्यारी,
खुशियों से भर जाए जीवन की फुलवारी।

अर्थ: देवी पार्वती का यह रूप अनोखा है, जो सौभाग्य देने वाला और कष्टों को हरने वाला है। अखंड सौभाग्य की यह कामना प्यारी है, जिससे जीवन की बगिया खुशियों से भर जाए।

चरण 3:
चौकी पर विराजें देवी लाल चुनरिया में,
सोलह सामग्री से पूजा करें मन में।
पान, सुपारी, लौंग और इलायची,
फूलों से सजे, दीपक की रोशनी।

अर्थ: देवी लाल चुनरी में चौकी पर विराजती हैं, मन में सोलह सामग्रियों से पूजा की जाती है। पान, सुपारी, लौंग और इलायची, फूलों से सजकर, दीपक की रोशनी में पूजा होती है।

चरण 4:
अखंड दीपक जले रात भर न्यारा,
पति-पत्नी का प्रेम हो जग में प्यारा।
हर बंधन मजबूत, विश्वास की डोर,
जीवन में छाई रहे खुशियों की भोर।

अर्थ: पूरी रात एक अनोखा अखंड दीपक जलता रहता है, जिससे पति-पत्नी का प्रेम संसार में प्यारा हो। हर रिश्ता मजबूत हो, विश्वास की डोर बनी रहे, और जीवन में खुशियों की सुबह छाई रहे।

चरण 5:
संतान सुख और घर में हो शांति,
दूर हो जाए हर प्रकार की भ्रांति।
देवी की कृपा से सब कष्ट मिटे,
सुख-समृद्धि से आँगन सदा फले।

अर्थ: संतान का सुख मिले और घर में शांति रहे, हर तरह की भ्रांतियां दूर हो जाएं। देवी की कृपा से सभी कष्ट मिट जाएं, और आँगन सुख-समृद्धि से हमेशा भरा रहे।

चरण 6:
नवविवाहिताएँ करें ये व्रत पूरे मन से,
आशीर्वाद पाएँ देवी के आगमन से।
पाँच वर्षों तक चले ये पावन रीत,
बना रहे सदा पति से गहरा प्रीत।

अर्थ: नवविवाहित स्त्रियाँ इस व्रत को पूरे मन से करती हैं, देवी के आगमन से आशीर्वाद पाती हैं। यह पवित्र परंपरा पाँच वर्षों तक चलती है, और पति से गहरा प्रेम हमेशा बना रहता है।

चरण 7:
मंगलागौरी की जय हो, जय हो माता,
सुखी रहे हर घर, हर भाग्य विधाता।
आपका आशीर्वाद रहे सदा हम पर,
खुशियाँ बरसें जीवन की हर डगर।

अर्थ: मंगलागौरी की जय हो, माता की जय हो, हर घर सुखी रहे, हर भाग्य का निर्माता। आपका आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहे, और जीवन की हर राह पर खुशियाँ बरसें।

कविता का इमोजी सारांश 🌸👰�♀️💖🪷🕯�🏡✨🙏
श्रावणी मंगलागौरी पूजन 🌸👰�♀️ सौभाग्य और प्रेम का प्रतीक है 💖। देवी पार्वती का यह स्वरूप 🪷 अखंड सौभाग्य देता है। अखंड दीपक 🕯� पति-पत्नी के प्रेम का प्रतीक है। यह घर में सुख-शांति 🏡 और समृद्धि ✨ लाता है। देवी मंगलागौरी को हमारा प्रणाम 🙏।

--अतुल परब
--दिनांक-29.07.2025-मंगळवार.
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