नाग यात्राओं पर भक्तिमय कविता 🏞️🐍💫🌟🙏🐍🏞️🥛🎶💖✨

Started by Atul Kaviraje, July 29, 2025, 10:10:22 PM

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Atul Kaviraje

नाग यात्राओं पर भक्तिमय कविता 🏞�🐍💫

यहाँ नाग पंचमी की इन विशेष नाग यात्राओं पर एक सुंदर, अर्थपूर्ण और सरल कविता प्रस्तुत है, जिसमें प्रत्येक चरण का हिंदी अर्थ भी दिया गया है:

चरण 1:
सावन की पंचमी, आज है दिन खास,
नाग यात्रा का है अनुपम आभास।
लालगुण की माटी, शिराला की शान,
ढोलगर वाडी में, गूँजे जयगान।

अर्थ: श्रावण मास की पंचमी तिथि है, आज का दिन बहुत खास है, नाग यात्रा का एक अनुपम अनुभव है। लालगुण की मिट्टी और शिराला का गौरव, ढोलगर वाडी में नाग देवता की जय-जयकार गूँज रही है।

चरण 2:
कहीं पालकी में नागराज विराजें,
कहीं दूध से उनकी प्यास बुझाएँ।
भक्ति का सागर है, उमड़ी है भीड़,
नागों के दर्शन से, मिटती है पीर।

अर्थ: कहीं नागराज पालकी में विराजमान हैं, कहीं उन्हें दूध से उनकी प्यास बुझाई जा रही है। भक्ति का सागर उमड़ा है, और नागों के दर्शन से हर दर्द मिट जाता है।

चरण 3:
शिराला की यात्रा, विश्व भर में नाम,
नागों के मित्र, करते हैं प्रणाम।
जंगल से लाकर, पूजा का विधान,
फिर छोड़ते उनको, ये है उनका दान।

अर्थ: शिराला की यात्रा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, जहाँ नागों के मित्र (सर्पमित्र) उन्हें प्रणाम करते हैं। जंगल से लाकर उनकी पूजा का विधान है, और फिर उन्हें वापस छोड़ देते हैं, यह उनका दान है।

चरण 4:
ढोलगर वाडी में, बजे ढोल-नगाड़े,
नाग देवता के जयकारे लगाते।
सदियों से चली ये पावन है रीत,
नागों से मनुज की सच्ची है प्रीत।

अर्थ: ढोलगर वाडी में ढोल और नगाड़े बज रहे हैं, नाग देवता के जयकारे लगाए जा रहे हैं। यह पवित्र परंपरा सदियों से चली आ रही है, और मनुष्य की नागों से सच्ची प्रीत है।

चरण 5:
नाग हैं हमारे धरती के रक्षक,
फसलों को बचाएं, ये हैं संरक्षक।
पर्यावरण का रखें ये संतुलन प्यारा,
इसलिए पूजें इन्हें, ये विधान हमारा।

अर्थ: नाग हमारी धरती के रक्षक हैं, फसलों को बचाते हैं, ये संरक्षक हैं। वे पर्यावरण का प्यारा संतुलन बनाए रखते हैं, इसलिए हम इनकी पूजा करते हैं, यह हमारा विधान है।

चरण 6:
सर्प दोष मिटे, भय सारा भागे,
घर-घर में सुख और शांति जागे।
खुशियों की वर्षा हो, धन-धान्य बढ़े,
नाग देवता की कृपा सदा हम पर चढ़े।

अर्थ: सर्प दोष मिट जाए, सारा भय भाग जाए, घर-घर में सुख और शांति जागृत हो। खुशियों की वर्षा हो, धन-धान्य बढ़े, और नाग देवता की कृपा हम पर हमेशा बनी रहे।

चरण 7:
जय नाग देवता, जय हो तुम्हारी,
लालगुण, शिराला, ढोलगर वाडी प्यारी।
आपकी महिमा का ना कोई अंत,
आपकी कृपा से, सुख अनंत।

अर्थ: हे नाग देवता, आपकी जय हो! लालगुण, शिराला, और ढोलगर वाडी प्यारी हैं। आपकी महिमा का कोई अंत नहीं, आपकी कृपा से सुख अनंत है।

कविता का इमोजी सारांश 🌟🙏🐍🏞�🥛🎶💖✨
नाग पंचमी पर महाराष्ट्र की ये नाग यात्राएँ 🌟 भक्ति और आस्था का प्रतीक हैं 🙏। लालगुण, बत्तीस शिराला और ढोलगर वाडी में नाग देवता की पूजा 🐍 और शोभायात्रा 🏞� निकाली जाती है। दूध चढ़ाया जाता है 🥛, और ढोल-नगाड़े बजते हैं 🎶। यह पर्व सर्प संरक्षण और परिवार में सुख-समृद्धि 💖✨ लाने का संदेश देता है।

--अतुल परब
--दिनांक-29.07.2025-मंगळवार.
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