आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत का कदम - कविता-

Started by Atul Kaviraje, August 01, 2025, 10:37:21 PM

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Atul Kaviraje

आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत का कदम -  कविता-

पहला चरण:
आत्मनिर्भरता का स्वप्न, भारत ने है ठाना, 🇮🇳✨
खुद पर हो भरोसा, यही है पहचाना। 💪
परतंत्रता की बेड़ी, अब तोड़नी है सारी, ⛓️
हर क्षेत्र में अब तो, करनी है तैयारी। 🛠�

अर्थ: भारत ने आत्मनिर्भर होने का सपना देखा है, जिसमें खुद पर भरोसा करना ही मुख्य पहचान है। अब परतंत्रता की सभी बेड़ियों को तोड़ना है, और हर क्षेत्र में अपनी तैयारी करनी है।

दूसरा चरण:
'मेक इन इंडिया' का नारा, हर कोने में गूँजा, 🏭📢
उत्पादन बढ़े अपना, ना हो कोई गूँजा। 📈
रोजगार के अवसर खुलें, युवाओं को मिले काम, 🧑�🏭
विश्व बाजार में अब तो, हो अपना ही नाम। 🌍

अर्थ: 'मेक इन इंडिया' का नारा हर जगह गूँज रहा है, ताकि अपना उत्पादन बढ़े और कोई कमी न रहे। रोजगार के अवसर खुलें और युवाओं को काम मिले, जिससे विश्व बाजार में अपना नाम हो।

तीसरा चरण:
विज्ञान और शोध की राह, हमने अपनाई है, 🔬💡
नई-नई खोजों से, दुनिया चौंकाई है। 😲
तकनीक में हम आगे, अब बढ़ते जाएँगे, 💻
ज्ञान की ज्योति से, जग को चमकाएँगे। ✨

अर्थ: हमने विज्ञान और शोध का मार्ग अपनाया है, और नई खोजों से दुनिया को चौंकाया है। हम तकनीक में आगे बढ़ते जाएंगे, और ज्ञान की ज्योति से दुनिया को रोशन करेंगे।

चौथा चरण:
डिजिटल क्रांति लाई, जीवन में बदलाव, 📱💸
हर हाथ में अब तो, है सुविधा का ठांव। 👍
ऑनलाइन हो रहे सब काम, सहजता है आई, ✅
भ्रष्टाचार मिटाकर, पारदर्शिता फैलाई। Transparent

अर्थ: डिजिटल क्रांति ने जीवन में बदलाव ला दिया है, अब हर हाथ में सुविधा का स्थान है। सभी काम ऑनलाइन हो रहे हैं, जिससे सहजता आई है, और भ्रष्टाचार मिटाकर पारदर्शिता फैलाई गई है।

पाँचवाँ चरण:
कृषि की भूमि अपनी, अन्न भंडार भरा, 🚜🌾
किसानों की मेहनत से, हरियाली से भरा। 🌱
ऊर्जा के क्षेत्र में भी, हम आगे बढ़ते हैं, ☀️🔋
प्रकृति का सम्मान कर, खुद को गढ़ते हैं। 🌎

अर्थ: अपनी कृषि भूमि अन्न से भरी है, किसानों की मेहनत से हरियाली से भरी है। ऊर्जा के क्षेत्र में भी हम आगे बढ़ रहे हैं, प्रकृति का सम्मान करके खुद को मजबूत कर रहे हैं।

छठा चरण:
कौशल विकास से हमने, प्रतिभा को निखारा, 🎓👷
हर युवा के अंदर, नया विश्वास उभारा। 😊
छोटे उद्योगों को भी, मिला है अब सहारा, 🤝💼
आत्मनिर्भर भारत का, ये है सपना हमारा। 🇮🇳

अर्थ: कौशल विकास से हमने प्रतिभा को निखारा है, और हर युवा के अंदर नया विश्वास जगाया है। छोटे उद्योगों को भी अब सहारा मिला है, आत्मनिर्भर भारत का यह हमारा सपना है।

सातवाँ चरण:
रक्षा के क्षेत्र में भी, अब हम हैं सबल, 🛡�⚔️
खुद की सुरक्षा का, अब रखते हैं बल। 💪
विश्व में मित्रता का, हाथ हम बढ़ाते हैं, 🌍🤝
आत्मनिर्भर होकर भी, सहयोग निभाते हैं। 🤗

अर्थ: रक्षा के क्षेत्र में भी अब हम शक्तिशाली हैं, और अपनी सुरक्षा का बल रखते हैं। विश्व में मित्रता का हाथ हम बढ़ाते हैं, और आत्मनिर्भर होकर भी सहयोग निभाते हैं।

कविता सारांश: 🇮🇳🚀 आत्मनिर्भर भारत, 🏭 निर्माण, 💡 नवाचार, 📱 डिजिटल, 🌾 कृषि, ☀️ ऊर्जा, 🎓 कौशल, 💼 MSME, 🛡� रक्षा, 🤝 वैश्विक सहयोग - भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा को दर्शाती एक कविता।

--अतुल परब
--दिनांक-01.08.2025-शुक्रवार.
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