मंगला गौरी पूजन-

Started by Atul Kaviraje, August 05, 2025, 10:14:46 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मंगला गौरी पूजन पर विशेष कविता-

1.
श्रावण मास के मंगलवार,
पवन चले आनंद के द्वार।
गौरी माँ का होता पूजन,
भक्ति में लीन हो जन-जन। 🙏
अर्थ: श्रावण के महीने में मंगलवार के दिन आनंद की हवा चलती है और लोग माता गौरी की पूजा में पूरी श्रद्धा से लीन हो जाते हैं।

2.
लाल चुनर और सोलह श्रृंगार,
सज-धज बैठी गौरी माँ द्वार।
सुहागनें माँगे पति की आयु,
सुख-शांति हो हर एक दिशा में, हर वायु। 💖
अर्थ: लाल चुनरी और सोलह श्रृंगार से सजी माँ गौरी के सामने, सुहागनें अपने पति की लंबी आयु और परिवार में सुख-शांति की कामना करती हैं।

3.
फूलों की माला और 16 दीप,
जगमग जगमग जले समीप।
अखंड सौभाग्य का मिलता वरदान,
हर्षित होता हर एक प्राण। 🕯�
अर्थ: पूजा में फूलों की माला और 16 दीपक जलाए जाते हैं, जिससे भक्तों को अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है और हर मन में खुशी भर जाती है।

4.
कन्याएँ भी करती हैं यह व्रत,
पाने शिव जैसा पतिव्रत।
जीवन हो जाए सुंदर और सार,
हर बाधा का हो जाए निवार। 👰�♀️
अर्थ: कुंवारी लड़कियाँ भी यह व्रत करती हैं ताकि उन्हें भगवान शिव जैसा आदर्श और अच्छा पति मिले और उनके जीवन की सारी बाधाएँ दूर हो जाएँ।

5.
मन में श्रद्धा, हो विश्वास,
माँ गौरी सुनती हैं हर आस।
दुःख दरिद्रता हो जाए दूर,
जीवन में छाए खुशियों का नूर। ✨
अर्थ: अगर मन में सच्ची श्रद्धा और विश्वास हो, तो माँ गौरी हर मनोकामना सुनती हैं। इससे दुख और गरीबी दूर होती है और जीवन खुशियों से भर जाता है।

6.
कथा सुनें, करें आरती,
मन से दूर हो सारी भ्रांति।
प्रेम और त्याग की है ये गाथा,
गौरी माँ सब की भाग्य विधाता। 📖
अर्थ: व्रत की कथा सुनकर और आरती करके मन की सारी भ्रांतियाँ दूर हो जाती हैं। यह कथा प्रेम और त्याग की कहानी है, और माँ गौरी सभी का भाग्य लिखने वाली हैं।

7.
मंगलकारी है ये पावन दिन,
जपे गौरी नाम हर एक छिन।
शुभ मंगल हो सबके घर-द्वार,
आशीर्वाद मिले बारंबार। 🏡
अर्थ: यह मंगलवार का पावन दिन बहुत शुभ होता है। हर पल माँ गौरी का नाम जपना चाहिए। यह दिन सबके घरों में मंगल और सुख लाए, और सभी को बार-बार आशीर्वाद मिले।

--अतुल परब
--दिनांक-05.08.2025-मंगळवार.
===========================================