पृथ्वी पर सबसे ऊँचा पर्वत माउंट एवरेस्ट है-

Started by Atul Kaviraje, August 06, 2025, 05:33:58 PM

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Atul Kaviraje

तथ्यों का ज्ञान-
विज्ञान और प्रकृति (Science & Nature)-
पृथ्वी पर सबसे ऊँचा पर्वत माउंट एवरेस्ट है-

तथ्यों का ज्ञान: पृथ्वी पर सबसे ऊँचा पर्वत - माउंट एवरेस्ट ⛰️
माउंट एवरेस्ट, जिसे नेपाल में सागरमाथा और तिब्बत में चोमोलुंगमा के नाम से जाना जाता है, निस्संदेह पृथ्वी पर सबसे ऊँचा पर्वत है। यह सिर्फ एक भौगोलिक तथ्य नहीं, बल्कि मानव साहस, दृढ़ संकल्प और प्रकृति की विशालता का प्रतीक भी है। इसकी विशालता और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियाँ इसे दुनिया भर के पर्वतारोहियों के लिए एक अद्वितीय लक्ष्य बनाती हैं। आइए, इस अद्भुत पर्वत के बारे में 10 प्रमुख बिंदुओं में विस्तार से जानते हैं।

1. भौगोलिक स्थिति और ऊँचाई 🌍
माउंट एवरेस्ट हिमालय पर्वतमाला में स्थित है। यह नेपाल और चीन (तिब्बत) की सीमा पर खड़ा है। इसकी आधिकारिक ऊँचाई 8,848.86 मीटर (लगभग 29,032 फीट) है। इस ऊँचाई को चीन और नेपाल ने मिलकर 2020 में मापा और पुष्टि की।

2. सागरमाथा और चोमोलुंगमा 🗺�
नेपाल में, इसे 'सागरमाथा' कहते हैं, जिसका अर्थ है 'आकाश का मुकुट'। तिब्बत में, इसे 'चोमोलुंगमा' कहते हैं, जिसका अर्थ है 'पर्वतों की देवी माँ'। ये नाम इस पर्वत के प्रति स्थानीय लोगों के गहरे सम्मान और श्रद्धा को दर्शाते हैं।

3. पर्वतारोहण की चुनौती 🏔�
एवरेस्ट पर चढ़ना अत्यंत खतरनाक है। यहाँ की हवा में ऑक्सीजन की कमी, अत्यधिक ठंड, तेज हवाएँ और अचानक आने वाले तूफान पर्वतारोहियों के लिए सबसे बड़ी चुनौतियाँ हैं। इसे 'डेथ ज़ोन' (Death Zone) भी कहा जाता है, जहाँ ऑक्सीजन का स्तर बहुत कम होता है।

4. पहले सफल आरोहण 🧗
माउंट एवरेस्ट पर सबसे पहले 29 मई 1953 को न्यूजीलैंड के सर एडमंड हिलेरी और नेपाल के तेनजिंग नोर्गे शेरपा ने सफलतापूर्वक कदम रखा था। यह मानव इतिहास की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी जिसने दुनिया को प्रेरित किया।

5. प्लेट विवर्तनिकी (Plate Tectonics) का परिणाम 💥
वैज्ञानिकों का मानना है कि एवरेस्ट का निर्माण लाखों साल पहले भारतीय और यूरेशियाई प्लेटों के टकराने से हुआ था। ये प्लेटें आज भी टकरा रही हैं, जिसकी वजह से हिमालय पर्वतमाला और एवरेस्ट की ऊँचाई हर साल थोड़ी-बहुत बढ़ रही है।

6. जलवायु और मौसम ❄️
एवरेस्ट का मौसम अत्यंत कठोर होता है। यहाँ तापमान माइनस 60 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। तेज हवाएँ 200 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक की रफ्तार से चलती हैं। चढ़ाई के लिए सबसे उपयुक्त समय वसंत ऋतु (मार्च से मई) और शरद ऋतु (सितंबर से नवंबर) का होता है।

7. जीव और वनस्पति 🌲
इतनी ऊँचाई पर बहुत कम जीव और वनस्पति पाए जाते हैं। कुछ छोटे कीड़े, मकड़ियाँ और लाइकेन ही यहाँ जीवित रह पाते हैं। निचली ढलानों पर रोडोडेंड्रॉन और कुछ अन्य पौधे देखे जा सकते हैं।

8. एवरेस्ट से जुड़े रिकॉर्ड्स 🏆
एवरेस्ट पर कई रिकॉर्ड्स बनाए गए हैं। जैसे सबसे अधिक बार चढ़ाई का रिकॉर्ड, सबसे कम उम्र में चढ़ने वाले का रिकॉर्ड और बिना ऑक्सीजन के चढ़ने का रिकॉर्ड। ये रिकॉर्ड्स मानवीय क्षमता की सीमाओं को दिखाते हैं।

9. पर्यावरणीय चुनौतियाँ 🗑�
पर्वतारोहण के कारण एवरेस्ट पर प्लास्टिक, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य कचरे का ढेर लग गया है। इसे साफ करने के लिए कई अभियान चलाए गए हैं, जो इसके नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

10. आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व 🙏
एवरेस्ट सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि एक पवित्र स्थान भी है। यह स्थानीय शेरपा लोगों के लिए एक पूज्य स्थल है। वे इसे 'देवी माँ' मानते हैं और चढ़ाई से पहले इसकी पूजा करते हैं।

संक्षेप 📝
माउंट एवरेस्ट ➡️ सबसे ऊँचा पर्वत, नेपाल और तिब्बत की सीमा, 8,848.86 मी., सागरमाथा-चोमोलुंगमा, पर्वतारोहण की चुनौती। 🏔� (Highest mountain, Nepal-Tibet border, 8,848.86m, Sagarmatha-Chomolungma, mountaineering challenge)

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-06.08.2025-बुधवार.
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