भगवान श्री जीवेश्वर जयंती कविता-जीवेश्वर प्रभु का गुणगान-🙏🪔🌺🕉️🔔✨😄👥

Started by Atul Kaviraje, August 07, 2025, 09:54:32 PM

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Atul Kaviraje

भगवान श्री जीवेश्वर जयंती पर भक्तिमय हिंदी कविता-

शीर्षक: जीवेश्वर प्रभु का गुणगान-

(१)
आज का दिन है पावन, आया जीवेश्वर का नाम,
अचलपुर, अमरावती में, गूँजे जय-जय राम।
इंदौर की धरती पर भी, भक्ति का सागर लहराया,
सबके दिलों में प्रभु जी का, पावन धाम समाया।
अर्थ: यह पद बताता है कि आज का दिन बहुत पवित्र है क्योंकि भगवान जीवेश्वर का नाम लिया जा रहा है। अचलपुर और अमरावती में उनके जय-जयकार की गूँज है, और इंदौर में भी भक्ति का माहौल छाया हुआ है। सभी के दिलों में भगवान का पवित्र स्थान है।

(२)
सत्य और ज्ञान का दीपक, तुमने जीवन में जलाया,
अंधेरों को दूर करके, सबको सही मार्ग दिखाया।
तुम हो सबके पालनहारे, तुम हो सबके दाता,
तुम्हारी कृपा से ही, हर दुखी मन शांति पाता।
अर्थ: इस पद में, कवि भगवान जीवेश्वर की शिक्षाओं का गुणगान करता है। उन्होंने ज्ञान का दीपक जलाकर लोगों को सही रास्ता दिखाया। उन्हें सबका पालनहार और दाता कहा गया है, जिनकी कृपा से हर दुखी व्यक्ति को शांति मिलती है।

(३)
भेदभाव से परे होकर, तुमने एकता सिखाई,
हर एक प्राणी में तुमने, प्रभु की छवि दिखाई।
ऊँच-नीच का भेद मिटाया, प्रेम का संदेश दिया,
तुम्हारे उपदेशों ने, हर मन को निर्मल किया।
अर्थ: यह पद भगवान जीवेश्वर के सामाजिक संदेश पर केंद्रित है। उन्होंने समाज से भेदभाव मिटाकर एकता का पाठ पढ़ाया और सिखाया कि हर प्राणी में ईश्वर का वास है। उनके उपदेशों ने लोगों के मन को शुद्ध किया।

(४)
तुम्हारी जयंती का उत्सव, है हर दिल का उल्लास,
तुम्हारे चरणों में प्रभु, हमारी सच्ची आस।
भजन-कीर्तन से गूँजे, आज हर एक गाँव-शहर,
तुम्हारी महिमा की गाथा, है हर एक पल, हर एक पहर।
अर्थ: कवि कहता है कि भगवान की जयंती का उत्सव हर दिल में खुशी और उत्साह भर देता है। उनकी सच्ची आशा भगवान के चरणों में है। आज हर जगह भजन-कीर्तन हो रहे हैं और हर पल उनकी महिमा का गुणगान किया जा रहा है।

(५)
सेवा और परोपकार का, तुमने जो मार्ग दिखाया,
भूखे को अन्न और प्यासे को, पानी तुमने पिलाया।
हम भी उस मार्ग पर चलें, यही हमारा संकल्प,
तुम्हारी प्रेरणा से ही, पूरा होगा हर एक विकल्प।
अर्थ: इस पद में, भगवान जीवेश्वर द्वारा दिखाए गए सेवा और परोपकार के मार्ग का उल्लेख है। कवि संकल्प लेता है कि वे भी उसी मार्ग पर चलेंगे और उनकी प्रेरणा से हर समस्या का समाधान मिलेगा।

(६)
तुम्हारे जीवन की गाथा, है एक अमर कहानी,
सदा प्रेरणा देती रहेगी, यह हमारी जिंदगानी।
तुम्हारे आदर्शों पर चलकर, हम जीवन सफल बनाएँगे,
तुम्हारे चरणों में प्रभु, हम अपना शीश झुकाएँगे।
अर्थ: यह पद भगवान जीवेश्वर के जीवन को एक अमर कहानी बताता है जो हमेशा प्रेरणा देती रहेगी। कवि कहता है कि वे उनके आदर्शों पर चलकर अपना जीवन सफल बनाएंगे और उनके चरणों में शीश झुकाएंगे।

(७)
हे प्रभु जीवेश्वर, तुम हो सबके प्राण-आधार,
तुम्हारे आशीर्वाद से ही, होता है बेड़ा पार।
आज के इस शुभ दिन पर, करें तुम्हें प्रणाम,
हमेशा रखना हम पर, अपनी कृपा का वरदान।
अर्थ: अंतिम पद में, कवि भगवान जीवेश्वर को सबके जीवन का आधार मानता है और उनसे प्रार्थना करता है कि उनके आशीर्वाद से सभी का जीवन सफल हो। वह आज के शुभ दिन पर उन्हें प्रणाम करते हुए उनकी कृपा का वरदान मांगता है।

प्रतीक, चित्र और इमोजी:

पूजा की थाली 🪔

फूल 🌺

हाथ जोड़े हुए 🙏

मंदिर 🕉�

घंटी 🔔

दिया ✨

हंसता हुआ चेहरा 😄

लोग एक साथ 👥

इमोजी सारांश: 🙏🪔🌺🕉�🔔✨😄👥

--अतुल परब
--दिनांक-07.08.2025-गुरुवार.
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