प्लास्टिक प्रदूषण कविता- प्लास्टिक की कहानी, धरती की जुबानी-💔🛍️♻️🌊🐢🌱👨‍👩‍

Started by Atul Kaviraje, August 07, 2025, 10:01:38 PM

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Atul Kaviraje

प्लास्टिक प्रदूषण पर हिंदी कविता-

शीर्षक: प्लास्टिक की कहानी, धरती की जुबानी-

(१)
एक थी प्लास्टिक की दुनिया, रंग-बिरंगी सी,
हर हाथ में सजती थी, हर काम की साथी थी।
इकलौती बन गई रानी, सब पर राज करने लगी,
पर ना जाने कब वह, धरती को खाने लगी।
अर्थ: यह पद प्लास्टिक की शुरुआत का वर्णन करता है, जब वह बहुत उपयोगी थी। लेकिन धीरे-धीरे वह एक रानी की तरह हर जगह छा गई और पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने लगी।

(२)
पानी की बोतल बनकर, सड़कों पर पड़ी मिली,
पैकेट बनकर खाने का, नाली को रोकती चली।
समुद्र में तैरती थी, मछलियों को डराती थी,
जमीन के नीचे दबकर, जहर फैलाती थी।
अर्थ: इस पद में प्लास्टिक के विभिन्न रूपों का वर्णन है, जैसे बोतल और पैकेट, जो सड़कों और नालियों में कचरा बनकर पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे हैं।

(३)
कछुआ समझ न पाया, प्लास्टिक को था खा लिया,
समुद्री पक्षी ने उसे, अपना घर बना लिया।
हर जीव की जान को, खतरा बन गई थी,
यह प्लास्टिक की समस्या, अब तो बढ़ गई थी।
अर्थ: यह पद समुद्री जीवों पर प्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव को दर्शाता है, जिसमें कछुओं और समुद्री पक्षियों का जिक्र है।

(४)
इंसान भी बेचारा, कहाँ तक खुद को बचाए,
खाने में, पानी में, माइक्रोप्लास्टिक को पाए।
यह जहर है धीरे-धीरे, हम सबके अंदर जा रहा,
प्लास्टिक का यह जाल, सबको है फँसा रहा।
अर्थ: इस पद में मानव स्वास्थ्य पर माइक्रोप्लास्टिक के प्रभाव का वर्णन है, जो हमारे भोजन और पानी के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश कर रहा है।

(५)
अब तो जागना होगा, एक संकल्प लेना होगा,
प्लास्टिक को जीवन से, अलविदा कहना होगा।
कम उपयोग करें हम, फिर से इस्तेमाल करें,
और जो बचा है कचरा, उसको रीसाइक्लिंग करें।
अर्थ: यह पद प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए 3-R (कम उपयोग, पुन: उपयोग, पुनर्चक्रण) के सिद्धांत का पालन करने का आह्वान करता है।

(६)
हाथ में लें जूट का थैला, पानी की अपनी बोतल,
घर में करें सफाई, और रखें सब कुछ कंट्रोल।
मिलकर बनाएँ हम सब, एक स्वच्छ और नया समाज,
तब जाकर ही बनेगी, सुंदर धरती यह आज।
अर्थ: इस पद में, कवि प्लास्टिक के विकल्प अपनाने का संदेश देता है, जैसे कपड़े का थैला और अपनी बोतल का उपयोग करना, ताकि एक स्वच्छ समाज का निर्माण हो सके।

(७)
आने वाली पीढ़ियों को, एक तोहफा है देना,
साफ हवा, साफ पानी, और हरियाली से भरा जीना।
प्लास्टिक को हराना है, यही है हमारी जीत,
यह जंग है हमारी सबकी, यही है जीवन का गीत।
अर्थ: अंतिम पद में, कवि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और सुंदर ग्रह छोड़ने की जिम्मेदारी पर जोर देता है। प्लास्टिक को हराना ही हमारी सच्ची जीत है।

प्रतीक, चित्र और इमोजी:

टूटी हुई बोतल 💔

प्लास्टिक बैग 🛍�

रीसाइक्लिंग प्रतीक ♻️

समुद्र 🌊

कछुआ 🐢

हाथ में पौधा 🌱

परिवार 👨�👩�👧�👦

इमोजी सारांश: 💔🛍�♻️🌊🐢🌱👨�👩�👧�👦

--अतुल परब
--दिनांक-07.08.2025-गुरुवार.
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