राष्ट्रीय एकता और उसका महत्व-(कविता)-

Started by Atul Kaviraje, August 09, 2025, 01:42:37 PM

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Atul Kaviraje

राष्ट्रीय एकता और उसका महत्व-(कविता)-

१. प्रथम चरण

भारत की धरती, एक है हमारी जान,
भिन्न-भिन्न भाषा, पर एक है हमारी शान,
भेदभाव को भूलो, चलो मिलकर आगे बढ़ो,
यही है एकता का सबसे बड़ा पहचान।

अर्थ: भारत की धरती हमारी जान है, भले ही यहाँ कई भाषाएँ बोली जाती हैं, पर हमारी पहचान एक ही है। हमें भेदभाव भूलकर एक साथ आगे बढ़ना चाहिए, यही सच्ची एकता है।

२. द्वितीय चरण

मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च सब हैं एक,
एक ही ईश्वर की सब करते हैं देखरेख,
प्रेम और भाईचारे का हो जहाँ वास,
वहीं होती है एकता की सही पहचान।

अर्थ: मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च भले ही अलग-अलग हों, पर सब एक ही ईश्वर की पूजा करते हैं। जहाँ प्रेम और भाईचारा होता है, वहीं सच्ची एकता रहती है।

३. तृतीय चरण

उत्तर से दक्षिण तक, पूरब से पश्चिम,
एक ही तिरंगा फहराए, एक ही हमारी धुन,
अलग-अलग रंग, पर एक ही है हमारा खून,
एकता की शक्ति से होगा सब कुछ सही।

अर्थ: भारत के हर कोने में, उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक, एक ही तिरंगा फहराता है। भले ही हम अलग दिखते हैं, पर हम सब एक हैं। एकता की शक्ति से सब कुछ संभव है।

४. चतुर्थ चरण

कभी न करना जाति-धर्म का तुम अभिमान,
एक होकर ही रख सकते हैं देश की शान,
जब मिलकर चलेंगे, तो मजबूत होगा हिंदुस्तान,
हमारा भविष्य है एक, हमारा सम्मान।

अर्थ: हमें कभी भी जाति या धर्म का अभिमान नहीं करना चाहिए। मिलकर ही हम देश की शान रख सकते हैं। जब हम एक साथ चलेंगे, तभी हमारा देश मजबूत होगा।

५. पंचम चरण

आओ मिलकर बनाएँ एक ऐसा भारत,
जहाँ हर दिल में हो एक ही भारत,
न कोई छोटा, न कोई बड़ा हो,
सब मिलकर एक परिवार हो।

अर्थ: हमें एक ऐसा भारत बनाना है जहाँ हर किसी के दिल में भारत बसा हो। जहाँ कोई छोटा या बड़ा न हो, बल्कि सब मिलकर एक परिवार की तरह रहें।

६. षष्ठम चरण

शिक्षा से लाए हम एकता की ज्योति,
ज्ञान से दूर करे हम सब बुराई,
बच्चों को सिखाए हम एक रहने का पाठ,
यही है भारत की सबसे बड़ी राह।

अर्थ: शिक्षा के माध्यम से हमें एकता की ज्योति जलानी चाहिए। ज्ञान से हमें सभी बुराइयों को दूर करना है और बच्चों को एकता का पाठ सिखाना है।

७. सप्तम चरण

एकता ही है हमारी सबसे बड़ी ताकत,
एकता ही है हमारी सबसे बड़ी पहचान,
साथ मिलकर चलेंगे, तो जीत हमारी पक्की,
हमारी एकता, हमारा अभिमान।

अर्थ: हमारी एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत और पहचान है। जब हम सब एक साथ चलेंगे, तो हमारी जीत निश्चित है। हमारी एकता ही हमारा अभिमान है।

--अतुल परब
--दिनांक-08.08.2025-शुक्रवार.
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