आदित्य पूजन-सूर्यदेव की स्तुति (कविता)-🌅☀️🐎🌈💪👩‍🔬👑🌍📜🏹🌳💧🏞️🤲✨🧘

Started by Atul Kaviraje, August 11, 2025, 10:32:31 AM

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Atul Kaviraje

आदित्य पूजन-

सूर्यदेव की स्तुति (कविता)-

चरण 1
सुबह की लाली, किरणों की माला,
तम को हरता, देता उजाला।
तुम ही जीवन, तुम ही उजास,
मिटाते हो हर मन की प्यास।
( अर्थ: सूर्य की सुबह की लालिमा अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाती है। वह ही जीवन और प्रकाश है और हर व्यक्ति की इच्छा को पूरा करते हैं।)
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चरण 2
रथ पर सवार, सात घोड़े संग,
फैलाते हो तुम, हर जगह रंग।
ज्ञान और बुद्धि का, तुम हो प्रतीक,
जीवन की राह पर, तुम ही पथिक।
( अर्थ: सूर्यदेव सात घोड़ों वाले रथ पर सवार होकर हर जगह अपनी किरणें फैलाते हैं। वे ज्ञान और बुद्धि के प्रतीक हैं और जीवन की सही राह दिखाते हैं।)
☀️ रथ 🐎🌈

चरण 3
रोगों का नाशक, आरोग्यदाता,
विटामिन का तुम, हो विधाता।
तुम्हारे बिना, जगत है सूना,
हर जीव का तुम, हो आधार, दूना।
( अर्थ: सूर्यदेव रोगों को नष्ट करने वाले और स्वास्थ्य देने वाले हैं। वे विटामिन का स्रोत हैं। उनके बिना संसार अधूरा है। वे हर प्राणी के जीवन का आधार हैं।)
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चरण 4
पिता हो सबके, कर्मों के साक्षी,
ज्योतिष में भी, तुम ही हो साखी।
सम्मान दिलाते, यश का भंडार,
तुम्हारा ही है, यह सारा संसार।
( अर्थ: सूर्यदेव सबके पिता हैं और हमारे सभी कर्मों के साक्षी हैं। ज्योतिष में भी उन्हें महत्त्वपूर्ण माना जाता है। वे हमें सम्मान और यश दिलाते हैं। यह पूरा संसार उन्हीं का है।)
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चरण 5
आदित्य हृदय स्तोत्र में, तेरी महिमा,
विजय दिलाती, है तेरी गरिमा।
राम ने भी पूजा, तुम्हें ही मानकर,
रावण का वध किया, शक्ति जानकर।
( अर्थ: आदित्य हृदय स्तोत्र में सूर्य देव की महिमा का वर्णन है, जो विजय दिलाती है। भगवान राम ने भी रावण से युद्ध करते समय उनकी पूजा करके ही विजय प्राप्त की।)
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चरण 6
प्रकृति का नियम, तुम ही बनाते,
दिन और रात का, चक्र चलाते।
नदियाँ, सागर, पर्वत, पेड़,
सभी में तुम्हारा, है ही तो भेद।
( अर्थ: सूर्य देव ही प्रकृति के नियम बनाते हैं और दिन-रात का चक्र चलाते हैं। नदियाँ, सागर, पर्वत और पेड़, इन सभी में उनकी ही शक्ति का वास है।)
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चरण 7
हे सूर्यदेव, हम तुम्हें नमन करते,
रोज़ जल चढ़ाकर, प्रणाम करते।
कृपा करो हम पर, करो कल्याण,
भर दो जीवन में, सुख का ज्ञान।
( अर्थ: हे सूर्य देव, हम आपको नमन करते हैं और रोज़ जल चढ़ाकर आपका सम्मान करते हैं। हम पर अपनी कृपा बनाएँ, हमारा कल्याण करें और हमारे जीवन को सुख और ज्ञान से भर दें।)
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Emoji सारांश: 🌅☀️🐎🌈💪👩�🔬👑🌍📜🏹🌳💧🏞�🤲✨🧘

--अतुल परब
--दिनांक-10.08.2025-रविवार.
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