जल संरक्षण पर हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, August 11, 2025, 10:39:59 AM

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Atul Kaviraje

जल संरक्षण पर हिंदी कविता-

चरण 1
पानी की एक बूँद है, जीवन का आधार,व्यर्थ इसे मत जाने दो, कर लो तुम स्वीकार।प्यासे होंठों को यह दे, मीठा जल उपहार,इसके बिना है सूना, जीवन का संसार।

अर्थ: पानी की एक बूँद जीवन का आधार है। हमें इसे व्यर्थ नहीं बहाना चाहिए। यह प्यासे लोगों को मीठा पानी देती है और इसके बिना हमारा जीवन अधूरा है।

चरण 2
नदियाँ, झीलें और सागर, हैं इसके भंडार,पर सूखते जा रहे हैं, भूजल के ये धार।आओ मिलकर बचाएँ, यह जीवन का सार,वरना होगी मुश्किल, जीवन करना पार।

अर्थ: नदियाँ, झीलें और सागर पानी के भंडार हैं, लेकिन भूजल स्तर कम हो रहा है। हमें मिलकर पानी को बचाना चाहिए, वरना जीवन मुश्किल हो जाएगा।

चरण 3
टपकते नलों को रोको, करो यह काम आज,बचाओ हर एक बूँद को, रखो इसकी लाज।वर्षा का जल है अमृत, करो इसका उपयोग,छतों पर इसे जमाओ, यह है सर्वोत्तम योग।

अर्थ: हमें टपकते नलों को तुरंत ठीक करना चाहिए और पानी की हर बूँद को बचाना चाहिए। बारिश का पानी अमृत के समान है, हमें इसे छत पर जमा करके इसका उपयोग करना चाहिए।

चरण 4
बच्चों को भी सिखाओ, यह छोटा सा ज्ञान,बड़ा होकर वे समझेंगे, इसका है क्या मान।जल है तो कल है, यह रखो तुम ध्यान,इसके बिना है जीवन, अधूरा और बेजान।

अर्थ: हमें बच्चों को भी जल संरक्षण के बारे में सिखाना चाहिए ताकि वे बड़े होकर इसका महत्व समझें। यदि जल है, तो ही भविष्य है।

चरण 5
खेती-बाड़ी में भी देखो, पानी की है बचत,ड्रिप सिंचाई अपनाकर, करो पानी की हिफाजत।फसलें भी होंगी हरी-भरी, मन होगा प्रफुल्लित,जल बचेगा तो होगा, जीवन और भी पुनीत।

अर्थ: खेती में भी पानी की बचत जरूरी है। ड्रिप सिंचाई अपनाकर हम पानी को बचा सकते हैं। इससे फसलें भी अच्छी होंगी और हमारा जीवन भी पवित्र होगा।

चरण 6
समुदाय मिलकर आएँ, करें यह काम महान,जल संरक्षण का लें, हम सभी एक प्रण।घर-घर में फैलाएँ, इसका यह संदेश,तभी तो सुरक्षित होगा, हमारा यह देश।

अर्थ: समुदाय के लोगों को मिलकर जल संरक्षण के इस महान कार्य को करना चाहिए। हम सभी को इसका प्रण लेना चाहिए और यह संदेश हर घर में फैलाना चाहिए, तभी हमारा देश सुरक्षित रहेगा।

चरण 7
हरियाली और खुशहाली, जल से ही है आज,बिन पानी के जीवन, है बे-अर्थ और बे-काज।तो चलो आज से ही, करें यह एक आगाज,जल की रक्षा में ही, है हमारा हर राज।

अर्थ: हरियाली और खुशहाली पानी से ही संभव है। पानी के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है। इसलिए, हमें आज से ही जल की रक्षा के लिए शुरुआत करनी चाहिए, क्योंकि इसी में हमारे भविष्य का रहस्य छुपा है।

--अतुल परब
--दिनांक-10.08.2025-रविवार.
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