हमें भूख क्यों लगती है? 🍔 "भूख का गीत"

Started by Atul Kaviraje, August 14, 2025, 04:52:36 PM

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Atul Kaviraje

हमें भूख क्यों लगती है? 🍔

हिंदी कविता (Hindi Poem)

"भूख का गीत"

1.
पेट में जब शोर मचता है,
और कुछ खाने को मन करता है।
यह दिल का नहीं, शरीर का है गीत,
जब ऊर्जा का सागर सूखता है।
अर्थ: जब पेट में भूख लगती है, तो यह हमारे शरीर की ऊर्जा की कमी का संकेत है।

2.
रोटी और दाल की खुशबू,
या कोई मीठी सी मिठाई।
आँखों को जब ये दिखती हैं,
भूख तब और बढ़ जाती है।
अर्थ: खाने की खुशबू या उसे देखने से भी हमें भूख महसूस होती है।

3.
यह 'ग्रेलिन' की है कहानी,
जो कहता है 'अब खाओ पानी'।
और 'लेप्टिन' कहता है 'बस करो',
जब भर जाए पेट की रानी।
अर्थ: ग्रेलिन और लेप्टिन हार्मोन भूख और पेट भरने का संकेत देते हैं।

4.
कभी-कभी दिल भी है भूखा,
जब मन में हो कोई सूखा।
प्यार और दुलार की भूख,
यह है एक अलग ही भूखा।
अर्थ: कभी-कभी हमें भावनात्मक कारणों से भी खाने की इच्छा होती है।

5.
जैसे सूरज को चाहिए धूप,
और चाँद को चाहिए रात।
वैसे ही शरीर को चाहिए भोजन,
यह है प्रकृति की बात।
अर्थ: जिस तरह प्रकृति में हर चीज को उसकी जरूरत होती है, उसी तरह हमारे शरीर को भोजन की जरूरत होती है।

6.
भूख नहीं है कोई दुश्मन,
यह तो है एक सच्चा साथी।
जो बताता है शरीर की जरूरत,
जब हो जाए कोई कमी।
अर्थ: भूख को दुश्मन नहीं मानना चाहिए, बल्कि यह हमारे शरीर की जरूरतों को बताती है।

7.
तो भूख लगे तो खा लो तुम,
और पेट भर के मुस्काओ तुम।
शरीर को रखो तुम स्वस्थ,
और जीवन को सुंदर बनाओ तुम।
अर्थ: जब भी भूख लगे, तो खा लेना चाहिए और स्वस्थ रहकर जीवन को सुंदर बनाना चाहिए।

--अतुल परब
--दिनांक-14.08.2025-गुरुवार.
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